अगर मौका मिला तो फिर से भारत के लिए खेलना पसंद करूंगा : श्रीसंत

भारतीय तेज गेंदबाज शांताकुमार श्रीसंत (Sreesanth) ने कहा है कि अगर उन्हें मौका दिया जाता है तो फिर से भारत के लिए खेलने के लिए तैयार हैं.

भारतीय तेज गेंदबाज शांताकुमार श्रीसंत (Sreesanth) ने कहा है कि अगर उन्हें मौका दिया जाता है तो फिर से भारत के लिए खेलने के लिए तैयार हैं.

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Nihar Saxena
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वापसी को लेकर बेहद उत्साहित हैं श्रीसंत.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

भारतीय तेज गेंदबाज शांताकुमार श्रीसंत (Sreesanth) ने कहा है कि अगर उन्हें मौका दिया जाता है तो फिर से भारत के लिए खेलने के लिए तैयार हैं. श्रीसंत ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'मैं यहां प्रतिस्पर्धा करने के लिए नहीं हूं. मैं यहां केवल खिलाड़ियों की मदद करने और उनके साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए हूं. अगर चयनकर्ता मुझे मौका देते हैं और अगर भारत 2021 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में खेलता है तो मैं इसमें खेलना पसंद करूंगा.'

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रणजी में खेल सकते हैं
श्रीसंत अपना प्रतिबंध समाप्त होने के बाद केरल की रणजी टीम में खेल सकते हैं. केरल क्रिकेट संघ (केसीए) ने सितंबर में उनका प्रतिबंध समाप्त होने के बाद रणजी टीम में चयन के लिए उनके नाम पर विचार करने का फैसला किया है. हालांकि श्रीसंत को उससे पहले अपनी फिटनेस साबित करनी होगी.

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वापसी को सौभाग्य मानते हैं
श्रीसंत ने कहा, 'मुझे यह अवसर प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है. मेरे अंदर असफलता या सफलता का कोई डर नहीं है. बहुत से लोग असफलता के डर या सफलता के कारण भी प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहते, वे नहीं जानते कि सफलता का क्या करना है.' उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि मैं अब एक संतुलित दृष्टिकोण रख सकता हूं. मेरे साथ खड़े होने के लिए मेरे परिवार और दुनिया भर में मलयाली लोगों का धन्यवाद. मेरा दृष्टिकोण अब केवल अपना अनुभव साझा करना और खिलाड़ियों की मदद करना है, चाहे वे कोई भी हों.'

2013 में लगा था प्रतिबंध
बीसीसीआई ने 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. 2015 में हालांकि दिल्ली की एक विशेष अदालत ने उन पर लगे सभी आरोपों से उन्हें बरी कर दिया था. वर्ष 2018 में केरल उच्च न्यायालय ने बीसीसीआई द्वारा उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को खत्म कर दिया था और उसके खिलाफ सभी कार्रवाई को भी रद्द कर दिया था. हालांकि, उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने प्रतिबंध की सजा को बरकरार रखा था.

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सुप्रीम कोर्ट ने घटाई सजा
श्रीसंत ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च में उनके अपराध को बरकरार रखा था, लेकिन बीसीसीआई को उनकी सजा कम करने को कहा था और भारतीय बोर्ड ने उनकी आजीवन प्रतिबंध की सजा को घटाकर सात साल कर दिया था, जोकि इस साल अगस्त में समाप्त हो जाएगा. 37 वर्षीय श्रीसंत ने भारत के लिए अब तक 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी 20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 87, 75 और सात विकेट झटके हैं.

Supreme Court Sreesanth Match Fixing ranji trophy bcci
      
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