साल 1983 तारीख 18 जून, भारत की पुरुष क्रिकेट टीम पहली बार कपिल देव की अगुवाई में वर्ल्ड कप जीती। साल 2011 तारीख 2 अप्रैल, इतिहास ने खुद को दोहराया और भारतीय मेन्स टीम ने इस बार धोनी के अगुवाई में विश्वकप खिताब पर कब्जा किया। साल 2017 तारीख 23 जून भारतीय टीम विश्वकप के फाइनल में है। मगर इस बार भारत की महिला क्रिकेट टीम फाइनल में पहुंची है पुरुष टीम नहीं।
अगर आज इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में भारतीय टीम जीत जाती है तो हम तीसरी बार विश्व चैंपियन बन जाएंगे। मिताली बिग्रेड पूरे जोश और जूनुन के साथ 23 जूलाई 2017 की तारीख को इतिहास के खुशनुमा पन्ने में दर्ज कराने आज लॉर्ड्स के मैदान पर उतरेगी।
मिताली राज 2005 की कसर अब करेंगी पूरा
34 वर्षीय मिताली राज के करियर का यह आखिरी विश्व कप माना जा रहा है। ऐसे में मिताली के लिए विश्व चैंपियन बनने का यह आखिरी मौका है। दिलचस्प है कि 2005 में जब भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी, तब भी टीम की कमान मिताली राज के हाथ में थी। लेकिन उस समय भारतीय टीम का विश्व कप जीतने का सपना ऑस्ट्रेलिया ने तोड़ दिया था। भारतीय महिला खिलाड़ी भी अपनी कप्तान को यादगार जीत दिलाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहेंगी।
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आत्मविश्वास से भरी है टीम इंडिया
8 में से 6 मुकाबले जीतकर, इग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीमों को हराकर टीम इंडिया का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है।
बता दें कि महिला वर्ल्ड कप के 44 सालों के इतिहास में यह दूसरा मौका है, जब भारतीय टीम इस खिताब का फाइनल मुकाबला खेलेगी। 2005 में उपविजेता रही टीम इस बार हर हाल में जीत के इरादे से उतरेगी। भारतीय टीम में युवा जोश की आक्रामकता और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा तालमेल है जो टीम की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में दमदार दिखाई दे रही है।
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Source : News Nation Bureau