/newsnation/media/post_attachments/images/2019/06/03/india-bcci-14.jpg)
image courtesy- bcci/ twitter( Photo Credit : image courtesy- bcci/ twitter)
इंग्लैंड में वर्ल्ड कप की जंग शुरू हो चुकी है. ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप में इस बार 10 टीमें हिस्सा ले रही है. टीम इंडिया विराट कोहली की अगुआई में एक बार फिर से लॉर्डस में तिरंगा लहराने के लिए बेकरार है. टीम इंडिया इस बार ख़िताब की प्रबाल दावेदारों में शुमार है. हालांकि विराट एंड कंपनी को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है,लेकिन विराट के योद्दा हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार है. आइए एक नज़र डालते हैं विराट के योद्धाओं की ताकत की जिसके दम पर टीम इंडिया तीसरी बार वर्ल्ड चैंपिय बनने का ख्वाब देख रही है.
रोहित शर्मा
इंग्लैंड की कंडीशन में कहा जाता है कि ओपनर्स की भूमिका काफी अहम रहती है. विराट के पास रोहित के रूप में एक ऐसा ब्रहमास्त्र है जिसके दम पर टीम इंडिया वर्ल्ड कप में लंबा सफर तय कर सकती है. रोहित शर्मा वनडे में तीन दोहरे शतक जड़ने वाले वर्ल्ड क्रिकेट में एकलौत खिलाड़ी है. रोहित शर्मा पर नई गेंद की चमक को खराब कर पावरप्ले में ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की जिम्मेदारी होगी. रोहित 206 मैचों में 8010 रन बना चुके हैं,साथ ही वनडे में रोहित शर्मा 22 शतक भी लगा चुके है.
शिखर धवन
टीम इंडिया में गब्बर के नाम से फेमस शिखर धवन ऐसे बल्लेबाज़ है जिनका रिकॉर्ड ICC टूर्नामेट में शानदार रहा है. धवन 2013 और 2017 में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में प्लेयर ऑफ दी टूर्नामेंट का अवार्ड जीत चुके हैं. धवन के नाम 128 मैचों में 5355 रन बनाने के साथ 16 शतक बी जड़ चुके हैं. हैं. धवन इस वर्ल्ड कप में अपने शतकों की संख्या बढ़ाना चाहेंगे.
विराट कोहली
टीम इंडिया को वर्ल्ड कप में कितना लंबा सफर तय करना है...ये काफी हद तक विराट कोहली की फॉर्म पर निर्भर करेगा. ICC वनडे रैंकिग में विराट कोहली नंबर-1 बल्लेबाज़ है. विराट के नाम वनडे क्रिकेट में 41 शतक दर्ज है. ऐसे में विराट कोहली वर्ल्ड कप में अपने शतकों में और भी इजाफा करना चाहेंगे. विराट कोहली बड़े बल्लेबाज़ है इसमे कोई शक नहीं है लेकिन इस वर्ल्ड में उनकी कप्तानी का भी टेस्ट होगा. विराट 227 वनडे में 10843 रन बना चुके हैं और इस वर्ल्ड कप में विराट कोहली का अगला टारगेट 11 हजार रन पूरा करने का होगा.
महेंद्र सिंह धोनी
मौजूदा भारतीय टीम में अगर सबसे अनुभवी खिलाड़ी कोई है तो वो महेंद्र सिंह धोनी है. धोनी का ये चौथा और संभवत आखिरी वर्ल्ड कप होगा. धोनी की कप्तानी में भारत ने 2011 का वर्ल्ड कप जीता था. ऐसे में धोनी पर टीम इंडिया को फिर से चैंपियन बनाने की जिम्मेदारी होगी. धोनी ना सिर्फ अपनी बल्लेबाज़ी से बल्कि विकेट के पीछे अपनी मुस्तैदी के लिए भी जाने जाते है. इसके अलावा धोनी मैदान में विराट को जीत की रणनीति बनाने में सलाह भी देते हैं. धोनी वो कम्लीट पैकेज है जिसे हर कप्तान अपनी टीम में शामिल करना चाहेगा. धोनी 341 वनडे मैचों में 10500 रन बना चुके है. इसके अलावा धोनी वनडे में 10 शतक भी जड़ चुके हैं. साथ ही वनडे में धोनी विकेट के पीछे 314 कैच लपकने के साथ 120 स्टंप भी कर चुके हैं.
केदार जाधव
केदार जाधव वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर में अहम रोल निभाएंगे. अगर किसी मैच में रोहित और धवन का बल्ला खामोश रहता है तो केदार जाधव वो खिलाड़ी है जिन पर भरोसा किया जा सकता है. इसके अलावा केदार जाधव अपनी स्पिन गेंदबाज़ी से भी विरोधी टीम को वार कर सकते हैं. केदार 59 वनडे मुक़ाबलो में 1159 रन बना चुके है. केदार वनडे में 2 शतक भी लगा चुके हैं. इसके अलावा केदार अपनी स्पिन गेंदबाज़ी से 27 विकेट भी चटका चुके हैं.
लोकेश राहुल
लोकेश राहुल को वर्ल्ड कप में अंबाती रायडू पर तरजीह दी गई है. ऐसे में राहुल पर अपने सेलेक्शन को सही साबित करने का दवाब होगा. क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में राहुल अपनी उपयोगिता दिखा चुके है. लेकिन 50 ओवर के फ़ॉर्मेट में राहुल को रंग जमाना होगा. ऐसे में वर्ल्ड कप राहुल के पास खुद को साबित करने का सुनहरा मौका होगा. लोकेश राहुल 14 वनडे में 343 रन बना चुके हैं..वनडे में लोकेश राहुल एक शतक भी लगा चुके हैं.
दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत के बीच काफी रोमांचक जंग थी लेकिन आखिर में दिनेश कार्तिक ने वर्ल्ड कप का टिकट हासिल कर लिया. दिनेश कार्तिक ने अपना वनडे डेब्यू में इंग्लैंड की सरज़मी में ही किया था. ये वर्ल्ड कप दिनेश कार्तिक के पास आखिरी मौका है क्योंकि अब उनकी उम्र भी हो चुकी है और पंत उनकी जगह लेने के लिए तैयार है. ऐसे में कार्तिक को इंग्लैंड में कमाल दिखाना होगा. दिनेश कार्तिक के नाम 91 मैचों में 1738 रन बना चुके हैं इसके अलावा विकेट के पीछे भी कार्तिक 7 स्टंपिग समेत कुल 61 शिकार कर चुके है.
हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लिए गेमचेंजर साबित हो सकते है. पांड्या वो खिलाड़ी है जो अपने दम पर कभी भी मैच का रूख पलट सकते हैं. IPL के 12वें सीज़न में पांड्या ने अपनी गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी से मुंबई इंडियंस को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थीं. पांड्या डेथ ओवर्स में तेजी से रन बनाकर विरोधी टीम पर दवाब बना सकते हैं. इसके अलावा वो एक शानदार फील्डर है जो टीम में एक्सट्रा वेल्यू एड करते हैं...ऐसे में हार्दिक पांड्या इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के लिए एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं. हार्दिक पांड्या 45 मैचों में 731 रन बना चुके हैं तो वहीं इतने ही मैचों में पांड्या के नाम 44 विकेट भी दर्ज है.
विजय शंकर
टीम हार्दिक पांड्या के बाद विजय शंकर टीम में शामिल दूसरे तेज़ गेंदबाज़ ऑलराउंडर है. इंग्लैंड की स्विंग कंड़ीशन में विजय शंकर पर बड़ी जिम्मेदारी रहने वाली है. विजय शकंर को सिर्फ 9 वनडे मैचों का अनुभव है ऐसे में शंकर बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे ताकि टीम इंडिया में अपने चयन को सही साबित कर सके. विजय शंकर के बल्ले से 9 मैचों में 165 रन निकले हैं जबकि इतने ही मैचों में विजय शंकर के खाते में सिर्फ 2 विकेट हैं.
रविंद्र जडेजा
रविंद्र जडेजा मौजूदा भारतीय टीम में सबसे बेहतरीन फील्डर है. जडेजा वो कंपलीट खिलाड़ी है जो रन बनाने के साथ-साथ अपनी फील्डिंग के दम पर टीम इंडिया के लिए रन भी बचाएंगे. जडेजा ने कई मौकों पर सीधे थ्रो से बल्लेबाज़ों के क्रीज़ में पहुंचने से पहले विकेट भी उखाड़े हैं. इसके अलावा जडेजा अपनी स्पिन गेंदबाज़ी से भी विराट की राह को आसान करना चाहेंगे..सिर्फ गेंदबाज़ी ही नहीं बल्कि बल्लेबाज़ी से भी जडेजा बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं. रविंद्र जडेजा 151 मैचों में 174 विकेट अपने नाम कर चुके हैं.. इसके अलावा जडेजा के बल्ले से इतने ही मैचों में 2035 रन भी दर्ज है.
कुलदीप यादव
ICC चैंपियंस ट्रॉफी के बाद कुलचा यानि कुलदीप और चहल की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया है. कुलदीप यादव की गेंदबाज़ी में वैरिएशन है जिसके दम पर वो बल्लेबाज़ों को आसानी से फँसा लेते हैं. कुलदीप वो गेंदबाज़ है जिस पर विरोधी बल्लेबाज़ रिस्क नहीं लेना चाहेंगे और पिछले कुछ सालों से कुलदीप ने अपनी गेंदबाज़ी से दिखाया भी है. इसके अलावा जब पिछले साल टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर गई थी तो वहां भी कुलदीप ने अपनी स्पिन गेंदबाज़ी का जादू दिखाया था. इंग्लैंड रवाना होने से पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि कुलदीप और चहल हमारी टीम के दो मजबूत पिलर है. ऐसे में कुलदीप टीम इंडिया के लिए बड़े ट्रंप कार्ड साबित होंगे. कुलदीप यादव 44 वनडे में 87 बल्लेबाज़ों का शिकार कर चुके हैं.
युजवेंद्र चहल
कुलदीप यादव के अलावा युजवेंद्र चहल विराट के पास एक ऐसा हथियार है जिसके दम पर विराट कोहली टीम इंडिया को तीसरी बार वर्ल्ड कप जीतना चाहेंगे...पिछले दो सालों में टीम इंडिया ने जितनी भी वनडे सीरीज़ जीती है उसमे चहल का अहम रोल रहा है. ऐसे में चहल इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के अहम हथियार होंगे. युजवेंद्र चहल 41 मैचों में 72 विकेट अपने नाम कर चुके हैं.
भुवनेश्वर कुमार
भुवनेश्वर कुमार टीम इंडिया की पेस अटैक के अहम सदस्य है. इंग्लैंड की स्विंग होती कंडीशन में भुवनेश्वर कुमार अपनी सटीक लाइन लेंथ से विरोधी टीमों के लिए सरदर्द बन सकते हैं. भुवनेश्वर डेथ ओवर्स में अपनी गेंदबाज़ी से बल्लेबाज़ों को बांधेगे. भुवनेश्वर 105 मैच खेलकर 113 विकेट अपने नाम कर चुके हैं. इसके अलावा लोअर ऑर्डर में भुवनेश्वर कुमार अपनी बल्लेबाज़ी से भी टीम इंडिया को मैच जिताने की काबिलियत रखते हैं.
मोहम्मद शमी
टीम इंडिया की तेज गेंदबाज़ी के एक और हथियार है तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी. शमी अपनी स्पीड और रिवर्स स्विंग से बड़े से बड़े बल्लेबाज़ों को चौंकाने की क्षमता रखते हैं. शमी भारत की ओर से वनडे में सबसे तेज़ 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड बना चुके हैं. मोहम्मद शमी 63 मैच में 113 विकेट हासिल कर चुके हैं.
जसप्रीत बुमराह
ICC की वनडे रैंकिग में जसप्रीत बुमराह नंबर-1 गेंदबाज़ है. बुमराह इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की सबसे बड़ी उम्मीद है. डेथ ओवर्स में बुमराह की यॉर्कर उन्हें मौजूदा दौर का सबसे खतरनाक गेंदबाज़ बनाती है. बुमराह 49 वनडे मुक़ाबलों में 85 विकेट ले चुके हैं. इस वर्ल्ड कप में बुमराह उन चुनिंदा गेंदबाज़ों में शुमार है जिन पर अपनी टीम को वर्ल्ड चैंपियन बनाने की जिम्मेदारी होगी.
Source : News Nation Bureau