दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर इयान चैपल का मानना है कि नागपुर में भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की पारी और 132 रनों की हार ने टर्निग पिचों पर अच्छी स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ उनकी कमजोरियों को उजागर कर दिया है। उन्होंने मेहमानों को चेतावनी दी है कि दौरे के अन्य मैचों में बेहतर करने के लिए उन्हें परिस्थितियों से अनुकूल होना होगा।
उन्होंने कहा, पहले टेस्ट ने टर्निग पिचों पर अच्छी स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की कमजोरी को उजागर कर दिया है। अगर वे इस झटके को भुला कर आगे बढ़ते हैं तो उन्हें अच्छा परिणाम मिलेगा और यह उन्हें श्रृंखला में बनाए रखेगा। यदि वे डगमगाते हैं, तो वे बड़ी मुसीबत में पड़ जाएंगे।
चैपल ने रविवार को ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा, वास्तविकता यह है कि भारत दुनिया भर में एक बहुत मजबूत टीम के रूप में विकसित हुआ है। वे घर में बहुत मजबूत हैं। अगर ऑस्ट्रेलिया, जिसकी भारत में स्पिन के खिलाफ कमजोरी है, जल्दी से परिस्थितियों के अनुकूल नहीं होते हैं, तो उन्हें आगे के मैचों में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
नागपुर टेस्ट से पहले, पिच से छेड़छाड़ के बड़े आरोप लगे थे। अब, चैपल ने बताया है कि पिच ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने के लिए मुश्किल नहीं थी। पिच के मामले में बिल्कुल ऐसे ही शोर था। अप्रत्याशित रूप से नहीं, यह पहले दिन की भारतीय लाल मिट्टी की विकेट से ज्यादा कुछ नहीं निकला।
जैसा कि मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ ने दिखाया, वैसे ही खेलना असंभव नहीं था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में अच्छा स्कोर बनाने में विफल रहा।
चैपल ने नागपुर टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम द्वारा किए गए चयनों पर सवाल उठाया, विशेष रूप से बाएं हाथ के बल्लेबाज ट्रेविस हेड का चयन ना कर, जबकि पहली बार में सात विकेट लेने के लिए ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी की सराहना की।
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Source : IANS