अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने हॉकी इंडिया (एचआई) की वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए भारत में एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है। विशेष रूप से पुरुषों के विश्व कप को देखते हुए जो जनवरी 2023 में भुवनेश्वर और राउरकेला में होने की योजना है। इस बारे में खेल की विश्व शासी निकाय ने बुधवार को एक बयान में जानकारी दी।
एफआईएच ने नरिंदर बत्रा के अपने पद से इस्तीफे के बाद हॉकी इंडिया की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने का फैसला किया है।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के पूर्व प्रमुख नरिंदर बत्रा ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया, इस प्रकार आईओए प्रमुख, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के सदस्य और एफआईएच प्रमुख सहित तीनों शीर्ष पदों से इस्तीफा दे दिया।
एफआईएच ने बत्रा के इस्तीफे के बाद मिस्र के सईफ अहमद को विश्व खेल संस्था का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया। एफआईएच ने कहा कि बत्रा के स्थायी उत्तराधिकारी का चुनाव नवंबर में होना है। एफआईएच कार्यकारी बोर्ड की बैठक के बाद अहमद की नियुक्ति की घोषणा की गई, जिसने बत्रा के इस्तीफे को आधिकारिक रूप से स्वीकार कर लिया।
एफआईएच ने कहा, ईबी ने हॉकी इंडिया की वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए, विशेष रूप से अगले एफआईएच हॉकी पुरुष विश्व कप के मद्देनजर भारत में जल्द ही एक एफआईएच प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है।
वर्तमान में, हॉकी इंडिया राष्ट्रीय खेल संहिता के कथित उल्लंघन के कारण दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर प्रशासकों की एक समिति (सीओए) के अधीन है। दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला भारत के पूर्व खिलाड़ी असलम शेर खान की याचिका पर आया, जिन्होंने हॉकी इंडिया के आजीवन सदस्य के रूप में नरिंदर बत्रा की नियुक्ति को चुनौती दी थी।
हाईकोर्ट ने माना कि बत्रा की आजीवन सदस्य और एलेना नॉर्मन की सीईओ के रूप में नियुक्ति अवैध थी और इस प्रकार हॉकी इंडिया का प्रशासनिक व्यवस्था गलत या अवैध थी।
एफआईएच फिर से कार्यकारी बोर्ड की अगली बैठक में हॉकी इंडिया की स्थिति की समीक्षा करेगा, जो 3 नवंबर को होगी।
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Source : IANS