भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट की पहली पारी में रोहित शर्मा ने निराश किया. वे इस मैच में सिर्फ 14 ही रन बनाए, इसके लिए रोहित शर्मा ने 35 गेंदों का सामना किया. इस छोटी से पारी में रोहित सिर्फ एक ही चौका मार सके और आउट होकर पवेलियन लौट गए. हालांकि इससे पहले के टेस्ट में रोहित ने दोनों पारियों में शतक ठोका था, यही नहीं उन्होंने उस मैच की दोनों पारियों को मिलाकर तिहरा शतक ठोक दिया था. अब आंकड़ों की बात करते हैं, इससे पहले रोहित ने भारत में जो भी टेस्ट पारियां खेली हैं, उसमें लगातार सात बार कम से कम 50 रन तो बनाए ही हैं. यह सिलसिला भी इस मैच की पहली पारी में टूट गया.
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हिटमैन के नाम से मशहूर हो चुके भारतीय विस्फोटक सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को इस सीरीज में टेस्ट मैच में भी पारी की शुरुआत करने का मौका मिला था. रोहित इससे पहले एक दिवसीय और T-20 में पारी की शुरुआत करते आ रहे थे. भारत को टेस्ट में भी एक ऐसे ही सलामी बल्लेबाज की जरूरत थी. विश्व कप क्रिकेट के बाद जब भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था तब मयंक अग्रवाल के साथ केएल राहुल को यह जिम्मेदारी दी गई, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से भारतीय टीम प्रबंधन को ही नहीं, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों को भी निराश किया. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए यह मौका रोहित शर्मा को दिया गया. रोहित ने यह मौका हाथों हाथ लपक लिया और पहले ही मैच की दोनों पारियों में शतक मार दिया.
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इसके बाद दूसरे मैच में भी रोहित शर्मा बतौर सलामी बल्लेबाज मैदान में उतरे. लेकिन इस बार असफल रहे. मैच के पहले ही घंटे में रोहित संघर्ष करते नजर आए और उसके बाद आउट भी हो गए. इससे पहले रोहित ने भारतीय सरजमीं पर जो सात पारियां खेली थी, उसमें कम से कम 50 रन जरूर बनाए थे, लेकिन उसके बाद इस पारी में सस्ते में आउट हो गए. रोहित का यह सिलसिला साल 2016 में कोलकाता से शुरू हुआ था, जब उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरी पारी में 82 रन की पारी खेली थी. इसके बाद दूसरा मैच न्यूजीलैंड के ही खिलाफ इंदौर में हुआ इसमें भी रोहित ने पहली पारी में नाबाद 51 रन बनाए थे. इसके बाद साल 2017 में श्रीलंका की टीम भारत दौरे पर आई और मैच खेला गया.
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इंदौर में खेले गए पहले मैच में रोहित ने नाबाद 102 रन की पारी खेली. इसके बाद दिल्ली में खेले गए मैच में रोहित ने पहली पारी में 65 और दूसरी में नाबाद 50 रन की पारी खेली. इसके बाद भारत में कोई टेस्ट मैच नहीं खेला गया और टीम विश्व कप की तैयारी में जुट गई. विश्व कप के बाद भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज का दौरा किया, इसमें रोहित को मौका नहीं मिला. अब जबकि दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत के दौरे पर है तो पहले टेस्ट की दोनों पारियों में रोहित ने 176 और 127 रन की पारी खेली. यह मैच भी भारतीय जमीन पर खेला गया. भारतीय धरती पर लगातार पचासा ठोकने वाले रोहित पुणे में फेल हो गए. इस बार वे 14 रन पर ही आउट हो गए और यह सिलसिला भी टूट गया.
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हिटमैन रोहित शर्मा ने अब तक अपने घरेलू मैदान पर 11 टेस्ट मैच खेले हैं, इसकी 17 पारियों में वे 90 से भी अधिक के औसत से 1086 रन बना चुके हैं. पहली पारी में फेल होने के बाद अब रोहित की दूसरी पारी का सभी को इंतजार रहेगा, जिसमें वे पलटवार कर सकते हैं. रोहित की तुलना अब भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से की जाने लगी है. रोहित की ही तरह सहवाग भी पहले मध्यक्रम में खेलते थे, इसके बाद उन्हें सलामी बल्लेबाज बनाया गया और वीरेंद्र सहवाग ने जो पारियां खेली वो आज भी सभी के जेहन में हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो