logo-image

IND vs AUS: 82 साल में दूसरी बार भारतीय खिलाड़ियों को विदेश से लौटना पड़ा है वापस, जानें पहली बार कब हआ

India vs Australia: ऐसा नहीं है कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब भारतीय खिलाड़ियों को विवाद के चलते किसी विदेशी दौरे से वापस आना पड़ा है, लेकिन हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और केएल केएल राहुल (KL Rahul) का मामला पिछले 82 वर्षों में केवल दूसरी घटना है जबकि भारतीय क्रिकेटरों को दौरे के बीच स्वदेश भेजा जाएगा.

Updated on: 12 Jan 2019, 06:43 AM

नई दिल्ली:

भारतीय टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और केएल राहुल (KL Rahul) का शनिवार से सिडनी में शुरू हो रही तीन वनडे सीरीज से बाहर कर दिया गया है और करन जौहर के शो पर उनकी ओर से किए गए महिला विरोधी टिप्पणियों के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलिया (Australia) दौरे से वापस बुला लिया गया है. जहां एक ओर सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त की गई प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने दोनों खिलाड़ियों पर 2 वनडे मैचों के प्रतिबंध की सिफारिश की थी वहीं सीओए की महिला सदस्य डायना इडुल्जी ने इन दोनों पर सजा तय होने तक बैन करने को कहा है.

ऐसा नहीं है कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब भारतीय खिलाड़ियों को विवाद के चलते किसी विदेशी दौरे से वापस आना पड़ा है, लेकिन हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और केएल केएल राहुल (KL Rahul) का मामला पिछले 82 वर्षों में केवल दूसरी घटना है जबकि भारतीय क्रिकेटरों को दौरे के बीच स्वदेश भेजा जाएगा. वर्षों पहले 1936 में महान लाला अमरनाथ को तत्कालीन कप्तान विजयनगरम के महाराज यानि विज्जी ने एक प्रथम श्रेणी मैच के दौरान कथित अपमान के कारण भारत के इंग्लैंड दौरे के बीच से स्वदेश भेज दिया था.

विदेशी दौरों में कई बार अनुशासनात्मक मसले उठे लेकिन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यह पहला अवसर है जबकि बोर्ड ने कार्रवाई की और दोषी खिलाड़ियों को स्वदेश लौटने के लिये कहा.

और पढ़ें: महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी कर बुरा फंसे हार्दिक पांड्या और KL राहुल, ऑस्ट्रेलिया दौर से बाहर, जांच तक सस्पेंड

लाला अमरनाथ की विज्जी के साथ बहस मुख्य रूप से टीम की राजनीति से जुड़ी थी और आम राय रही है कि ब्रिटिश भारत के तहत एक रियासत के शासक को अपनी योग्यता नहीं बल्कि पद के कारण कप्तानी मिली थी.

ईएसपीएनक्रिकइन्फो में जुलाई 2007 में प्रकाशित एक आलेख के अनुसार अमरनाथ राजनीति का शिकार हुए थे. हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और केएल राहुल (KL Rahul) का मामला एकदम से भिन्न है और उन्हें महिलाओं के लिए आपत्तिजनक टिप्पणियां करने की कीमत चुकानी पड़ रही है.

और पढ़ें: IND vs AUS: ODI सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया को लगा झटका, मिशेल मार्श बाहर, शामिल हुआ यह खिलाड़ी 

भारतीय खिलाड़ी के दौरे के बीच से स्वदेश लौटने की एक और घटना 1996 में घटी थी जब नवजोत सिंह सिद्धू और कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन के बीच तीखी बहस हुई थी और नवजोत सिंह सिद्धू दौरे से हट गये थे. वह किसी को सूचित किए बिना चुपचाप निकल गए थे जिससे कमरे में उनके साथी को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल गया. यह साथी कोई और नहीं बल्कि सौरभ गांगुली थे जिन्होंने लॉर्ड्स में पदार्पण मैच में ही शतक जड़ा था.