टीम इंडिया की नई दीवार चेतेश्वर पुजारा आज 33 साल के हो गए हैं. चेतेश्वर पुजारा 25 जनवरी को अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं. पुजारा ने अपनी शानदार बल्लेबाजी के दम पर टीम इंडिया को मुश्किल परिस्थितियों में अहम जीत दिलाई है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया को जीत का स्वाद चखाने में पुजारा का बहुत बड़ा हाथ है. पुजारा ने आखिरी टेस्ट में हर हिस्सा में गेंद खाई लेकिन उन्होंने दर्द से हार नहीं मानी और जीत की नींव रखी.
साल 1988 जनवरी 25 को राजकोट में जन्में चेतेश्वर पुजारा की तकनीक को बचपन में ही पहचान लिया था. पुजारा के पिता अरविंद पुजारा ने उन्हें छोटी उम्र से ही क्रिकेट खेलने दिया था ये इसलिए क्योंकि पुजारा के पिता भी रणजी ट्रॉफी सौराष्ट्र से खेल चुके हैं. पुजारा को शुरुआती कोचिंग उनके पिता से मिली थी. घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद साल 2010 में बैंगलोर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुजारा को टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला.
पुजारा से पहल टीम इंडिया में दीवार सिर्फ राहुल द्रविड़ को कहा जाता था लेकिन साल 2012 में द्रविड़ के संन्यास लेने के बाद पुजारा ने उनकी पॉजिशन को बखूबी संभाला. उसी साल न्यूजीलैंड भारत में टेस्ट सीरीज के लिए आई थी और पुजारा ने हैदराबाद टेस्ट में 159 रनों की पारी खेल अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया. चेतेश्वर पुजारा ने भारत के लिए 81 टेस्ट खेले हैं और इसमें 47.74 की औसत से 6111 रन बनाए हैं, जिसमें 18 शतक और 28 अर्धशतक है. इसके साथ ही पुजारा के नाम टेस्ट क्रिकेट में 3 दोहरे शतक है. आज पूरी दुनिया ने पुजारा का दम देखा है क्योंकि उन्होंने हर स्थिति में अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को मुसीबतों से बाहर निकाला है. चेतेश्वर पुजारा को हम उनके 33वें जन्मदिन पर ढेर सारी बधाई देते हैं.
Source : Sports Desk