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गिनी अब एथलीटों को ओलंपिक खेलों में भेजने को राजी

गिनी अब एथलीटों को ओलंपिक खेलों में भेजने को राजी

Updated on: 23 Jul 2021, 10:00 AM

टोक्यो:

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद अफ्रीकी राष्ट्र गिनी अब एथलीटों को ओलंपिक खेलों में भेजने को राजी हो गया है।

इससे पहले गिनी ने कोविड-19 के पुनरुत्थान का हवाला देते हुए अपने पांच सदस्यीय दल को टोक्यो ओलंपिक खेलों में न भेजने का फैसला किया था।

गिनी में खेल मंत्रालय के महासचिव इस्तो केइरा को स्थानीय मीडिया ने यह कहते हुए उद्धृत किया है कि उनकी सरकार का निर्णय एक पत्र से प्रेरित था जिसे आईओसी ने गुरुवार को गिनी के अधिकारियों को भेजा था।

खेल मंत्री सानौसी बंतामा सो ने कहा कि गिनी के एथलीटों को कोनाक्री से टोक्यो जाने की अनुमति देने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि जापान में गिनी के राजनयिक प्रतिनिधित्व और खेल मंत्रालय की तकनीकी सेवाएं काम कर रही हैं, ताकि जापान पहुंचने पर गिनी के एथलीटों के लिए सभी तकनीकी और स्वास्थ्य स्थितियों को सुनिश्चित किया जा सके।

इससे पहले, गिनी ने कोविड -19 वेरिएंट के पुनरुत्थान का हवाला देते हुए ओलंपिक खेलों से नाम वापस ले लिया था। बंतामा सो ने देश के तीन महिलाओं सहित पांच एथलीटों के हटने की घोषणा की थी।

पहलवान फतौमाता यारी कमारा, जुडोका ममादौ सांबा बाह, तैराक फतौमाता लामराना तोरे और ममादौ ताहिरौ बाह और धावक एसाता दीन कोंटे ओलंपिक में पश्चिम अफ्रीकी राष्ट्र के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले थे।

गिनी खेलों से हटने वाला पहला देश नहीं है। उत्तर कोरिया ने अप्रैल में घोषणा की थी कि वह कोविड-19 महामारी के कारण टोक्यो 2020 में शामिल नहीं होगा।

गिनी ने 11 ओलंपिक खेलों में भाग लिया है। इसने 2016 में रियो में आयोजित पिछले संस्करण में पांच एथलीटों को भेजा था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.