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पूर्व भारतीय आलराउंडर बापू नाडकर्णी का निधन, सचिन तेंदुलकर ने जताया शोक

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने बापू नाडकर्णी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

Updated on: 17 Jan 2020, 10:28 PM

नई दिल्ली:

इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में लगातार 21 ओवर मेडन करने का रिकार्ड बनाने वाले पूर्व भारतीय आलराउंडर बापू नाडकर्णी का शुक्रवार को यहां निधन हो गया. वह 86 साल के थे. उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं. नाडकर्णी के दामाद विजय खरे ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि, ‘उनका उम्र संबंधी परेशानियों के कारण निधन हुआ.’ नाडकर्णी बायें हाथ के बल्लेबाज और बायें हाथ के स्पिनर थे.

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने बापू नाडकर्णी के निधन पर शोक व्यक्त किया है. सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए लिखा, श्री बापू नाडकर्णी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. मैं उनके टेस्ट क्रिकेट के रिकॉर्ड लगातार 21 मेडन ओवर फेंकने के का रिकॉर्ड को सुनते हुए ही बड़ा हुआ हूं. उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदना. रेस्ट इन पीस सर.

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उन्होंने भारत की तरफ से 41 टेस्ट मैचों में 1414 रन बनाये और 88 विकेट लिये. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 43 रन देकर छह विकेट रहा. वह मुंबई के शीर्ष क्रिकेटरों में शामिल थे. उन्होंने 191 प्रथम श्रेणी मैच खेले जिसमें 500 विकेट लिये और 8880 रन बनाये. नासिक में जन्में नाडकर्णी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दिल्ली में 1955 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट मैच भी इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 1968 में एमएके पटौदी की अगुवाई में आकलैंड में खेला था.

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उन्हें हालांकि लगातार 21 ओवर मेडन करने के लिये याद किया जाता है. मद्रास (अब चेन्नई) टेस्ट मैच में उनका गेंदबाजी विश्लेषण 32-27-5-0 था. उन्हें किफायती गेंदबाजी करने के लिये जाना जाता था. पाकिस्तान के खिलाफ 1960-61 में कानपुर में उनका गेंदबाजी विश्लेषण 32-24-23-0 और दिल्ली में 34-24-24-1 था.