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अब ये पूर्व क्रिकेटर दे रहे हनुमान चालीसा का पाठ करने की सलाह, बोले- होंगे संकट दूर

पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि हनुमान चालीसा इस विपत्ति के समय में हनुमान चालीसा का जाप करने से विपत्तियां दूर रहेंगी. उन्होंने कहा कि मेरे दैनिक जीवन का एक बड़ा हिस्सा रहा है और इसने मुझे बहुत ताकत दी है. 

Updated on: 27 Apr 2021, 01:43 PM

highlights

  • पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने बताया हनुमान चालीसा का महत्व
  • पूर्व क्रिकेटर बोले- मेरे जीवन का हिस्सा है हनुमान चालीसा
  • हनुमान जी की भक्ति से सारे संकटों का विनाश होता है.

नई दिल्ली:

आज पूरे देश में हनुमान जयंती मनाई जा रही है. कोरोना के कारण भव्य कार्यक्रमों का आयोजन तो नहीं हो रहा है, लेकिन महाबली के भक्तों में हर्षोल्लास की कोई कमी नहीं है. इस अवसर पर भारत के पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने एक वीडियो शेयर करके हनुमान चालीसा का नियमित जाप करने की सलाह दी है. पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने कहा कि हनुमान चालीसा इस विपत्ति के समय में हनुमान चालीसा का जाप करने से विपत्तियां दूर रहेंगी. उन्होंने कहा कि मेरे दैनिक जीवन का एक बड़ा हिस्सा रहा है और इसने मुझे बहुत ताकत दी है. 

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उन्होंने आगे कहा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान हनुमान के आशीर्वाद से हम अपने राष्ट्र की प्रगति में आने वाली सभी बाधाओं को दूर कर सकें. उन्होंने कहा कि आज की वर्तमान परिस्थितियों में हनुमान चालीसा का जाप बड़ा ही महत्वपूर्ण हो गया है. उन्होंने कहा हनुमान जी की शक्ति से कोई भी विपदा आपको छू नहीं सकेगी, इसलिए सभी को हनुमान चालीसा का जाप करना चाहिए.

बता दें कि हनुमान जयंती त्योहार हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. मान्यता है कि इस तिथि को हनुमान जी का जन्म हुआ था. मंगलवार का दिन भगवान बजरंगबली का दिन माना जाता है. ऐसे में मंगलवार के दिन ही हनुमान जयंती पड़ने से ये दिन और भी खास हो जाता है.

हनुमान जयंती साल में दो बार मनाई जाती है. पहली बार इसे चैत्र मास की शुक्ल पूर्णिमा के दिन और दूसरी कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्दशी को मनाया जाता है. हिंदू धर्म में हनुमान जयंती का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन जो भी लोग राम भक्त हनुमान की विधिपूर्वक पूजा करता है, उसपर उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है. 

बजरंगबली राम के सबसे बड़े और प्रिय भक्त माने जाते हैं इसलिए हनुमान जयंती के दिन भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी की भी अराधना अवश्य करें. इसके साथ ही हनुमान जयंती के दिन रामचरितमानस, सुंदर कांड और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें. पूजा का समापन हनुमान जी की आरती के साथ करें.

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हनुमान जयंती पूजा मुहूर्त

पूर्णिमा तिथि का प्रारम्भ: 26 अप्रैल, दोपहर 12 बजकर 44 मिनट से.

पूर्णिमा तिथि का समापन: 27 अप्रैल, रात्रि 9 बजकर 01 मिनट पर.

ऐसे करें रामभक्त हनुमान की पूजा

हनुमान जयंती के दिन प्रात: काल स्नान कर के  साफ-सुथरे कपड़े पहन लें. इसके बाद मंदिर को शुद्ध कर के राम-सीता की मूर्ति के साथ हनुमान जी की प्रतिमा को स्थापित करें. इसके बाद बजरंगबली को सिंदूर, लाल वस्त्र, फूल,  पान का बीड़ा, तुलसी, केला और गुड़-चना अर्पित करें. इसके बाद बेसन के लड्डू या पंच मेवा का भोग लगाएं.  वहीं हनुमान जयंती के दिन रामचरितमानस, सुंदर कांड और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें. पूजा का समापन हनुमान जी की आरती के साथ करें.