पूर्व भारतीय कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी को खेलते रहना चाहिए या संन्यास ले लेना चाहिए, इस पर क्रिकेटरों में अलग-अलग राय देखने को मिल रही है. 38 वर्षीय धोनी ने विश्व कप के बाद से कोई मैच नहीं खेला है. वह वेस्टइंडीज दौरे और दक्षिण अफ्रीका के साथ हुई सीमित ओवरों की सीरीज में भी नहीं खेले थे. अब वह विजय हजारे ट्रॉफी और बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली टी-20 घरेलू सीरीज से भी बाहर ही रहेंगे. पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि संन्यास का फैसला धोनी पर ही छोड़ देना चाहिए.
गंभीर ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "मुझे लगता है कि संन्यास लेने का फैसला बेहद निजी होता है. जब तक आप खेलना चाहते हैं, आपको खेलने दिया जाता है, लेकिन आपको भविष्य की ओर भी देखना होता है. मुझे नहीं लगता कि धोनी अगला विश्व कप खेलेंगे. ऐसे में कोई भी कप्तान हो, चाहे विराट कोहली हों या कोई और, उसे हिम्मत दिखाकर कहना चाहिए कि ये खिलाड़ी भविष्य की योजनाओं में फिट नहीं बैठ रहा है. अब समय आ गया है कि अगले चार-पांच सालों के लिए कुछ युवा खिलाड़ियों को तराशने का काम किया जाए. यहां बात धोनी की नहीं, बल्कि देश की है. विश्व कप जीतने की है."
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वहीं, भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे सुरेश रैना का मानना है कि धोनी अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप में टीम के लिए फिट बैठ सकते हैं. रैना ने द हिन्दू से कहा, "धोनी अभी फिट हैं और शानदार विकेटकीपर हैं. वह इस खेल के महान फिनिशर हैं. वह अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम के लिए फिट बैठ सकते हैं."
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने रैना के विचारों का समर्थन करते हुए कहा कि जहां तक भविष्य की बात है तो इस पर फैसला केवल धोनी को ही लेना चाहिए. धवन ने टीवी शो 'आपकी अदालत' में कहा, "धोनी लंबे समय से खेल रहे हैं. मुझे लगता है कि उन्हें पता है कि उन्हें कब संन्यास लेना है. यह उनका फैसला होना चाहिए. उन्होंने भारत के लिए अब तक काफी महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं और मुझे विश्वास है कि जब समय आएगा तो वह इस पर फैसला लेंगे."
Source : आईएएनएस