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duleep trophy semi final match draw South Zone and Central Zone team reach in finals Photograph: (SOCIAL MEDIA)
Duleep Trophy Final: दलीप ट्रॉफी 2025 के खेले गए दोनों ही सेमीफाइनल मैच ड्रॉ पर खत्म हुए, लेकिन फिर भी इस टूर्नामेंट को अपनी दोनों फाइनलिस्ट टीमें मिल गई हैं. अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर मैच के ड्रॉ होने पर फाइनलिस्ट टीम का चुनाव कैसे होता है. तो आइए इस आर्टिकल में आपको फाइनल में पहुंचने वाली दोनों टीमों के बारे में बताते हैं और साथ ही बताते हैं कि फाइनलिस्ट टीमों का चुनाव किस नियम से होता है.
क्या है नियम?
दलीप ट्रॉफी में मैच के ड्रॉ होने का नियम बहुत आसान है. असल में, ये फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट है और जब इसमें कोई नॉकआउट मैच ड्रॉ पर खत्म होता है, तो वही टीम आगे बढ़ती है, जिसके पास पहली पारी में लीड होती है. दलीप ट्रॉफी 2025 में सेमीफाइनल से पहले क्वार्टरफाइनल मुकाबले भी ड्रॉ पर ही खत्म हुए थे और वो टीमें आगे बढ़ीं, जिन्होंने पहली पारी में लीड हासिल की थी.
कौन-कौन सी टीमों ने फाइनल में बनाई जगह?
दलीप ट्रॉफी का पहला सेमीफाइनल मैच साउथ जोन और नॉर्थ जोन के बीच खेला गया, जिसमें टॉस जीतकर नॉर्थ के कप्तान अंकित कुमार ने गेंदबाजी करने का फैसला किया. पहले बल्लेबाजी करने उतरी साउथ जोन ने पहली पारी में 536 रन बनाए, जिसमें एन जगदीशन की 197 रनों की पारी की अहम भूमिका रही. वहीं, नॉर्थ जोन की टीम पहली पारी में 361 रन ही बना सकी और दूसरी पारी में साउथ जोन ने 95/1 रन बनाए और उनके पास 270 रनों की लीड हासिल कर ली. इस तरह साउथ जोन ने फाइनल में जगह पक्की की, क्योंकि उन्होंने पहली पारी में बढ़त हासिल की थी.
वहीं, दूसरा सेमीफाइन मैच वेस्ट जोन और सेंट्रल जोन के बीच खेला गया, जिसमें टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्ट जोन की टीम ने 438 रन बोर्ड पर लगाए. वहीं, पहली पारी में रजत पाटीदार की कप्तानी वाली सेंट्रल जोन की टीम ने 600 रन बोर्ड पर लगा दिए. फिर वेस्ट जोन की टीम दूसरी पारी में 216/8 रन बनाने में कामयाब रही और उसके पास 54 रनों की लीड आ गई. मगर, सेंट्रल जोन की टीम ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, क्योंकि उन्होंने पहली पारी में बढ़त हासिल की थी.