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न्यूज नेशन से एक्सक्लूसिव बातचीत में बोले धोनी के पहले कोच - धोनी हर मैच जीतने में सक्षम

भारतीय क्रिकेट में कैप्टन कूल का जलवा अब भी उतना ही कायम है जितना आज से कुछेक वर्ष पहले बरकरार था.

Updated on: 20 Sep 2021, 11:30 PM

highlights

  • महेंद्र सिंह धोनी की सबसे बड़ी ताकत उनकी जबर्दस्त मेंटरशिप होती है
  • कैप्टन कूल का जलवा अब भी उतना ही कायम है जितना आज से कुछेक वर्ष पहले था
  • कुछ दिन पहले ही महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम का मेंटर घोषित किया गया

 

रांची:

चंचल भट्टाचार्य महेंद्र सिंह धोनी के पहले क्रिकेट कोच रहे. धोनी तब स्कूल में पढ़ते थे और उनकी रूचि क्रिकेट में नहीं बल्कि दूसरे खेलों में थी. चंचल भट्टाचार्य बताते हैं कि बचपन में धोनी की शख्सियत को देखकर ही अंदाजा लगता था कि एक दिन वह सफलता के शिखर पर पहुंचेगा. महेंद्र सिंह धोनी के पहले कोच चंचल भट्टाचार्य से न्यूज नेशन की एक्सक्लूसिव बातचीत:

आईपीएल के वर्तमान सीज़न के दूसरे दौर की शुरुआत के पहले ही मैच में चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच जारी रोमांचक मैच में जारी रोमांचक मुक़ाबले में चेन्नई सुपर किंग्स की जीत ने एक बार फिर से यह प्रमाणित कर दिया है कि, भारतीय क्रिकेट में कैप्टन कूल का जलवा अब भी उतना ही कायम है जितना आज से कुछेक वर्ष पहले बरकरार था. साथ ही किसी भी मैच को अगर जीतना है तो एक हद तक गारंटी तभी हो सकती है जबकि महेंद्र सिंह धोनी किसी-न-किसी रूप में टीम के साथ जुड़े रहें.

वास्तव में भारतीय क्रिकेट के सितारे महेंद्र सिंह धोनी की सबसे बड़ी ताकत उन की विकेटकीपिंग या बल्लेबाजी नहीं बल्कि इसके मुकाबले उनकी कप्तानी और जबर्दस्त मेंटरशिप होती है. जब से भारतीय क्रिकेट टीम में महेंद्र सिंह धोनी की एंट्री हुई है तब से एक बात प्रमाणित है. उन्होंने भारतीय क्रिकेट को एक ऐसी दशा दी है जहां इनका जुझारूपन, पूर्ण रूप से अपने परवान पर हमेशा होता है. और ऐसा तब भी होता है जबकि सामने खड़ा प्रतिद्वंदी अपना जबरदस्त प्रदर्शन कर रहा होता है.

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आईपीएल के दूसरे दौर के पहले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने 156 रन बनाये और मुंबई इंडियंस को 20 रन से पराजित कर दिया. इस पहले मैच में कैप्टन कूल ने यह भी प्रमाणित कर दिया कि उनकी बल्लेबाजी और विकेट कीपिंग की बजाय उनकी कप्तानी सबसे अधिक महत्वपूर्ण है जो किसी भी मैच को जीतने की क्षमता रखती है और उस स्थिति में भी जबकि प्रतिद्वंदी अपनी पूरी क्षमता से प्रदर्शन कर रहा हो. 

इस मैच में अधिकांश लोग यह मानने लगे थे कि शायद चेन्नई सुपर टीम इस मैच को खो देगी. लेकिन कैप्टन कूल ने न केवल इस मैच को जीता बल्कि एक बार फिर से यह प्रमाणित कर दिया कि उनमें क्रिकेट का दमखम अब भी बरकरार है और वह विपरीत परिस्थितियों में भी किसी भी मैच को जीतने की क्षमता रखते हैं. आईपीएल के इस मैच से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी चैन की सांस ली होगी जिसने कुछ दिन पहले ही महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम का मेंटर घोषित किया.