राज्य सभा में पहली बार सचिन टेंडुलकर बोलने गए तो उनका 'राज्यसभा डेब्यू' विपक्ष के हंगामे के भेट चढ़ गया। शुक्रवार को सचिन पहली बार राज्य सभा में बोलने गए लेकिन विपक्ष लगातार अपनी मांग को लेकर हंगामा करता रहा जिसके कारण वह बोल नहीं पाए थे।
सचिन को 'खेल का अधिकार' मुद्दे पर अपने विचार रखने वाले थे। संसद में नहीं बोले दिए जाने के बाद अब सचिन ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट कर के अपनी बात कही है।
सचिन ने इस वीडियो में कहा, 'यह मेरा प्रयास है कि भारत को खेल प्रेम राष्ट्र से खेल खेले जाने वाले राष्ट्र में बदल सकूं। मै आप सबसे निवेदन करता हूं कि आप मेरी इस कोशिश में मेरा साथ दें। मेरे सपने को पूरा करें। याद रखें सपने सच होते हैं।'
मास्टर ब्लास्टर ने कहा, 'कल कुछ चीजों को लेकर मैं आपसे संवाद करना चाहता था। मैं इसे यहाँ करने की कोशिश करूंगा।'
उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा खेल खेलना पसंद करता था और क्रिकेट मेरा जीवन था। मेरे पिता, प्रोफेसर रमेश तेंदुलकर, एक कवि और एक लेखक थे। उन्होंने हमेशा मेरी सहायता की और मुझे जीवन में जो करना चाहते था, उसे करने के लिए प्रोत्साहित किया। मैंने उनके सबसे बड़ा उपहार खेलने के लिए स्वतंत्रता, खेलने का अधिकार पाया। मैं इसके लिए हमेशा कृतज्ञ रहूंगा।'
टेंडुलकर ने कहा- 'हमारे देश में कई समस्यएं हैं जिन पर हमें ध्यान देने की जरूरत है। आर्थिक विकास, गरीबी, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल आदि महत्वपुर्ण मुद्दे हैं। एक खिलाड़ी होने के नाते, मैं भारत के खेल, स्वास्थ्य और फिटनेस पर बात करने जा रहा हूं क्योंकि इसके बारे में हमारी अर्थव्यवस्था पर कथित प्रभाव पड़ता है। मैं स्वस्थ और फिट भारत देखना चाहता हूं।'
Source : News Nation Bureau
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