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डीडीसीए विवाद पर बोले सचिव, तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है, अंतिम फैसला लोकपाल पर

सचिव विनोद तिहारा ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि जिस तरह से प्रशासकों की छवि को खराब करने के लिए तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है, वो दुखद है.

Updated on: 31 Dec 2019, 08:09 AM

New Delhi:

दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) (Delhi and District Cricket Association) की रविवार को हुई वार्षिक आम बैठक (Annual General Meeting) में संयुक्त सचिव राजन मनचंदा (Joint Secretary Rajan Manchanda) के साथ शीर्ष परिषद के सदस्यों की ओर से कथित तौर पर गलत व्यवहार किया गया. डीडीसीए के सचिव विनोद तिहारा (DDCA Secretary Vinod Tihara) चाहते हैं कि लोकपाल दीपक वर्मा (Lokpal Deepak Verma) इस मामले को देखें और अपना फैसला दें. सचिव विनोद तिहारा ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि जिस तरह से प्रशासकों की छवि को खराब करने के लिए तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है, वो दुखद है. उन्होंने कहा, वीडियो आप सभी के सामने है, आप उसे देख सकते हैं. अपने हिसाब से तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है. हम इस पर कुछ नहीं कहना चाहते और चाहते हैं कि लोकपाल इस पर अंतिम फैसला लें. वह वीडियो को सबूत के तौर पर देख सकते हैं और मामले पर अपना फैसला सुना सकते हैं. हम हमेशा से मानते हैं कि क्रिकेट प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए है और इस तरह की चीजें सामने नहीं आनी चाहिए.

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उन्होंने कहा, यहां तक की जब बीसीसीआई द्वारा जारी किए गए फंड हमारे पास आए तो हमने उन्हें क्रिकेट से संबंधित गतिविधियों, स्टाफ का वेतन देने, रोजमर्रा के खर्चे में ही इस्तेमाल किया. आप खुद इस बात को देख सकते हैं. पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने संघ को ध्वस्त करने की बात कही, लेकिन तकनीकी रूप से यह मुमकिन नहीं है क्योंकि डीडीसीए कंपनी अधिनियम के अंतर्गत आता है. तिहारा ने वहीं कहा है कि वह मुद्दे को साफ तौर पर पेश करने के लिए तैयार हैं.

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उन्होंने कहा, कल एजीएम में क्या हुआ था इस बात मसले को उनके सामने साफ तौर पर पेश करने में मुझे खुशी होगी. हमने लोगों को शांत करने की कोशिश भी की थी, लेकिन किस्मत साथ नहीं थी. मीडिया समिति के चेयरमैन अपूर्व जैन ने भी तिहारा की बात का समर्थन किया है और कहा है, हमें तथ्यों से परेशानी नहीं है, लेकिन किसी को उन्हें गलत तरीके से पेश नहीं करना चाहिए. निदेशक संजय भारद्वाज ने कहा है कि लोकपाल को अगले कुछ दिनों में पूरी जानकारी मुहैया कराई जाएगी और इसके बाद वो उस पर फैसला ले सकते हैं.

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उन्होंने कहा, सभी तरह के सबूत उन्हें उपलब्ध कराएं जाएंगे और इसके बाद ही आपको पता चलेगा कि क्या हुआ है और पूरी स्थिति में से क्या निकाला गया है. लोकपाल जल्द से जल्द इसे देख सकते हैं. इसके लिए तारीख क्या होगी यह तय करना गलत होगा, लेकिन दो सप्ताह के अंदर फैसला लिया जा सकता है. तिहारा ने साथ ही कहा कि अगले अध्यक्ष के लिए चुनाव फरवरी अंत या मार्च की शुरुआत तक हो सकते हैं. उन्होंने साथ ही कहा कि अगर गंभीर लोढ़ा समिति की सिफारिशों के मुताबिक अध्यक्ष पद के काबिल होते हैं तो उन्हें पूर्व बल्लेबाज के साथ काम कर अच्छा लगेगा.