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टीम इंडिया को विश्व विजेता बनाने वाले डीसीपी ने बताया कैसी व्यस्त हो गई है लाइफ, पढ़िए क्या बोले

कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच हम तो घर में बंद हैं और कई बार हमें ऐसा भी लगता है कि घर पर बैठना सबसे बड़ा काम है.

Updated on: 11 Apr 2020, 08:10 AM

New Delhi:

कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच हम तो घर में बंद हैं और कई बार हमें ऐसा भी लगता है कि घर पर बैठना सबसे बड़ा काम है. लेकिन कभी उन पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्य कर्मियों के बारे में सोचिए, जो इन विपरीत हालात में भी लगातार काम कर रहे हैं और खतरों से भी खेल रहे हैं.

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आप खेल के शौकीन हैं और खासकर क्रिकेट के तो अगर कोई पूर्व क्रिकेटर ऐसी बात कहे तब तो कम से कम इस बात पर यकीन करना ही चाहिए. भारत को 2007 में टी- 20 विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले जोगिंदर शर्मा कोविड 19 से लड़ाई में इस समय देश की सेवा कर रहे हैं. हिसार जिले में पुलिस उपाधीक्षक जोगिंदर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोग घरों में ही रहें और सरकार की ओर से लगाए गए 21 दिन के लॉकडाउन का पालन करें.

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क्या आप जानते हैं कि जिस तरह से लॉकडाउन में आप तो घर में हैं, लेकिन जोगिंदर शर्मा की तरह अन्य पुलिस अफसर छुट्टी नहीं माना रहे, बल्कि उनकी जिम्मेदारी तो और भी बढ़ गई है. अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए उन्हें 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध रहना पड़ता है.
इस बीच जोगिंदर शर्मा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, मेरा दिन सुबह छह बजे से शुरू होता है. आज मैें सुबह नौ बजे से शुरू किया और अभी रात करीब आठ बजे घर वापस आया लेकिन मुझे इमरजेंसी सेवाओं के लिए तैयार रहना होता है. इसलिए देखा जाए तो मैं 24 घंटे तैयार रहता हूं. मैं न नहीं कह सकता. जोगिंदर शर्मा कहा कहना है कि मुझे जो एरिया देखने होते हैं वो हिसार के गांव हैं. अभी इसमें चेक पोस्ट को देखना और न सिर्फ ट्रक व बस को निर्देश देना बल्कि आम आदमी को भी देखना शामिल होता है. एक आम संदेश यह होता है कि जब तक जरूरत न हो घरों से बाहर न निकलो. अगर कोई बिना कारण के बाहर है तो हम उन्हें कानून के मुताबिक सजा दे सकते हैं.

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आपको याद दिला दें कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी आईसीसी ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में योगदान देने के लिए क्रिकेटर से पुलिस अधिकारी बने जोगिंदर शर्मा की प्रशंसा की है. पाकिस्तान के खिलाफ 2007 विश्व टी20 फाइनल के अंतिम ओवर में जीत दिलाने वाले जोगिंदर हरियाणा पुलिस में डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) हैं.

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जोगिंदर शर्मा को इसलिए आज भी याद किया जाता है, क्योंकि उन्होंने साल 2007 के विश्व कप में जो मैच भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था और उसमें आखिरी ओवर फेंका था. उस ओवर में जोगिंदर शर्मा ने पाकिस्तानी टीम के स्टार बल्लेबाज मिस्बाह उल हक को आउट कर भारत को जीत दिला दी थी. 36 साल के जोगिंदर शर्मा ने 2004 से 2007 के बीच चार वनडे और इतने ही टी20 खेले थे. क्रिकेट से संन्यास के बाद वह पुलिस सेवा से जुड़ गए थे और जब से कोरोना वायरस आया और जोगिंदर शर्मा की कुछ तस्वीरें सामने आईं, तब से वे एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं.