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राष्ट्रमंडल गेम्स: सुशीला देवी सहित तीन अन्य जूडोका पदक की रेस में

राष्ट्रमंडल गेम्स: सुशीला देवी सहित तीन अन्य जूडोका पदक की रेस में

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IANS
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CWG 2022

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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भारतीय जूडोका सुशीला देवी लिकमाबाम ने महिला 48 किग्रा वर्ग में मॉरीशस की प्रिसिला मोरंड को सेमीफाइनल में हराकर राष्ट्रमंडल खेलों की जूडो प्रतियोगिता में भारत को पदक दिलाने का आश्वासन दिया।

भारतीय जूडो में तीन कांस्य पदक के लिए भी रेस में हैं क्योंकि पुरुषों के 60 किग्रा में विजय कुमार यादव, पुरुषों के 66 किग्रा में जसलीन सिंह सैनी और महिलाओं के 57 किग्रा में सुचिका तारियाल कांस्य पदक के प्लेऑफ में पहुंच गईं।

भारत ने राष्ट्रमंडल गेम्स में तीन रजत और पांच कांस्य पदक जीते हैं, क्योंकि जूडो 1990 के बाद से इस कार्यक्रम में शामिल हुआ है। यह ग्लासगो में 2014 सीजन में शामिल किया गया था, लेकिन गोल्ड कोस्ट में 2018 संस्करण के लिए हटा दिया गया था।

सुशीला देवी ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में भाग लिया था। उनके पास अब देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतने का मौका है, जब वह सोमवार शाम को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका की माइकेला व्हाइटबूल से भिड़ेंगी।

सुशीला ने ग्लासगो में 2014 राष्ट्रमंडल गेम्स में महिलाओं के 48 किग्रा में रजत पदक जीता था। इसलिए वह शानदार फॉर्म में थीं। उन्होंने मैच के पहले 30 सेकंड में मॉरीशस की जूडोका को पछाड़कर रख दिया।

सुशीला ने भी तीन मिनट के मुकाबले में शिडोस की जोड़ी को एक अच्छा आक्रमण शुरू करने से पहले और अपने प्रतिद्वंद्वी को पीछे छोकर जीत हासिल की।

इससे पहले सुबह सुशीला ने मलावी की हैरियट बोनफेस को इप्पोन से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

पुरुषों के 60 किग्रा में विजय कुमार ने अच्छी शुरूआत की और क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के जोशुआ काट्ज से हारने से पहले अपने पहले दौर के मैच में जीत हासिल की।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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