logo-image

हितों के टकराव मामले में नया मोड़, तेंदुलकर-लक्ष्मण की सुनवाई के दौरान BCCI की कानूनी टीम भी होगी मौजूद

बीसीसीआई (BCCI) को उम्मीद है कि प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के तहत न्यायमूर्ति जैन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) दोनों को सुनवाई के लिए बुलाएंगे और बोर्ड का प्रतिनिधित्व सीईओ जोहरी करेंगे.

Updated on: 30 Apr 2019, 10:33 PM

नई दिल्ली:

लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डीके जैन हितों के टकराव के कथित मामले में अगर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) को निजी सुनवाई के लिए तलब करते हैं तो बीसीसीआई (BCCI) के सीईओ राहुल जोहरी और कानूनी टीम भी इस दौरान मौजूद रहेगी. सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) पहले ही अपना अपना जवाब सौंप चुके हैं और दोनों ने क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्यों और अपनी संबंधित फ्रेंचाइजियों मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) और सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) में मेंटर की दोहरी भूमिका में किसी भी तरह के हितों के टकराव से इनकार किया है.

बीसीसीआई (BCCI) को उम्मीद है कि प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत के तहत न्यायमूर्ति जैन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) दोनों को सुनवाई के लिए बुलाएंगे और बोर्ड का प्रतिनिधित्व सीईओ जोहरी करेंगे.

और पढ़ें: IPL 12: क्रुणाल पांड्या ने बताया प्लेऑफ पर नहीं इस बात पर है मुंबई की नजर

प्रशासकों की समिति (सीओए) के फैसले की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई (BCCI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया, 'मीडिया में आई कुछ खबरों के विपरीत बीसीसीआई (BCCI) की नीति में कोई बदलाव नहीं है. सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के मामले की तरह अगर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) भी गवाही के लिए नैतिक अधकिारी के समक्ष पेश होते हैं तो राहुल और कानूनी टीम वहां रहेगी. निश्चित तौर पर इस मामले में बीसीसीआई (BCCI) पक्ष है.’

और पढ़ें: World Cup 2019: विजय शंकर को लेकर सौरभ गांगुली ने कही बड़ी बात 

उन्होंने कहा, 'आपकी सूचना के लिए बता दूं कि एस श्रीसंत के मामले में सुनवाई थी तो बीसीसीआई (BCCI) का प्रतिनिधित्व सीईओ ने किया. इस मामले में लोकपाल ने बीसीसीआई (BCCI) को लिखा है तो बीसीसीआई (BCCI) का प्रतिनिधित्व नहीं होने का सवाल ही नहीं उठता.'