#MeToo मामले में BCCI के CEO राहुल जोहरी की होगी काउंसलिंग, 10 दिन में लेंगे फैसला- COA

राहुल जोहरी (Rahul Johri) पर कथित रूप से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था जिसके बाद जांच समिति ने उनके लिए लैंगिक जागरुकता कक्षाओं के आयोजन का सुझाव दिया था.

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vineet kumar1
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#MeToo मामले में BCCI के CEO राहुल जोहरी की होगी काउंसलिंग, 10 दिन में लेंगे फैसला- COA

#MeToo मामले में BCCI के CEO राहुल जोहरी की होगी काउंसलिंग, 10 दिन में लेंगे फैसला- COA

प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद विनोद राय (Vinod Rai) ने शुक्रवार को कहा कि बीसीसीआई (BCCI) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जोहरी (Rahul Johri) की लैंगिक जागरुकता कक्षाओं के लिए 10 दिनों में एजेंसी की नियुक्ति कर दी जाएगी. राहुल जोहरी (Rahul Johri) पर कथित रूप से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था जिसके बाद जांच समिति ने उनके लिए लैंगिक जागरुकता कक्षाओं के आयोजन का सुझाव दिया था. 

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राहुल जोहरी (Rahul Johri) को नवंबर में इस मामले में आरोपमुक्त कर दिया गया लेकिन तीन सदस्यीय जांच समिति की सदस्य वीणा गौड़ा ने उनके आचरण को ‘गैरपेशेवर और अनुचित’ मानते हुए उनके लिए लैंगिक जागरुकता कक्षाओं को जरूरी बताया था.

विनोद राय (Vinod Rai) ने कहा, ‘जांच समिति की सिफारिश के मुताबिक बीसीसीआई (BCCI) की यौन उत्पीड़न रोकथाम समिति (पीओएसएच) की देखरेख में लैंगिक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन होगा और यह काम बिना किसी देरी के होगा. मैं उम्मीद कर रहा हूं की यह अगले 10 दिनों में शुरू हो जाएगा.’

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विनोद राय (Vinod Rai) ने यह साफ किया कि जोहरी को ऐसी कक्षाओं में भाग लेने में कोई दिक्कत नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘सीईओ लैंगिक जागरुकता कार्यक्रम में भाग लेना चाहते है. इसमें कोई परेशानी नहीं है.’

सीओए हार्दिक पंड्या और केएल राहुल द्वारा एक टीवी शो पर की गई महिला विरोधी बयानबाजी के मद्देनजर भारतीय टीम के लिए भी ऐसी कक्षाओं का आयोजन करना चाहते थे लेकिन जोहरी के मामले में अभी तक यह कदम नहीं उठाया गया. 

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सीईओ की एक अन्य सदस्य डायना एडुल्जी ने भी विनोद राय (Vinod Rai) के कदम का स्वागत किया है. इस मामले में देरी की एक वजह लैंगिक जागरुकता कार्यक्रम के तहत कक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी के चयन पर विनोद राय (Vinod Rai) और एडुल्जी में सहमति नहीं होना भी है. एडुल्जी यह नहीं चाहती थी कि जिस कंपनी (कैपग्रो) ने बीसीसीआई (BCCI) कर्मचारियों के पीओएसएच को प्रशिक्षण दिया था वह सीईओ की कक्षाएं लें. इसके बाद गौड़ा को ऐसी दो एजेंसियों के नाम का सुझाव देने के लिए कहा गया था.

Source : News Nation Bureau

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