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चैंपियंस ट्रॉफी 2017: भारत ने जीत से की शुरुआत, न्यूजीलैंड को वॉर्मअप मैच में हराया

चैंपियंस ट्रॉफी का पहला वॉर्मअप मैच में भारत ने जीत लिया है। आपको बता दे बारिश की वजह से मैच पूरा नहीं हो सका और मैच का नतीजा डकवर्थ लुईस नियम से हुआ।

Updated on: 29 May 2017, 07:41 AM

नई दिल्ली:

चैंपियंस ट्रॉफी का पहला वॉर्मअप मैच में भारत ने जीत लिया है। आपको बता दे बारिश की वजह से मैच पूरा नहीं हो सका और मैच का नतीजा डकवर्थ लुईस नियम से हुआ।

भारत को इस मैच में 190 रनों का लक्ष्य मिला था। लक्ष्य का पीछा करते हुए 26 ओवर में 3 विकेट खोकर 129 रन बना लिए थे। भारत की तरफ से कप्तान विराट ने सबसे ज्यादा 52 रन बनाए। जब मैच खत्म हुआ तो मैदान पर कोहली 52 और धोनी 17 पर मौजूद थे। इससे पहले शिखर धवन ने 40 और रहाणे ने 7 रनों की पारी खेली जबकि दिनेश कार्तिक बिना खाते खोले ही वापस लौट गए।

इससे पहले न्यूजीलैंड की टीम 38.4 ओवर में 189 रन पर ऑलआउट हो गई थी।

चोट के बाद पहली बार अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच खेल रहे पेसर मोहम्मद समी के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम ने रविवार को केनिंग्टन ओवल मैदान पर जारी चैम्पियंस ट्रॉफी के अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड को 189 रनों पर सीमित कर दिया। मौजूदा चैम्पियन के खिलाफ कीवी टीम 38.4 ओवर में ऑलआउट हो गई। उसके सात बल्लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सके। भारत ने 2013 में महेंद्र सिंह धौनी के नेतृत्व में यह खिताब जीता था।

टॉस हारकर पहले गेंदबाजी करने उतरी भारतीय टीम की ओर से समी और भुवनेश्वर कुमार ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि चैंम्पियंस ट्रॉफी में अभी खेल रहे सभी गेंदबाजों के बीच सबसे अच्छा औसत रखने वाले रवींद्र जडेजा ने दो-दो सफलता हासिल की। रविचंद्रन अश्विन और उमेश यादव को भी एक-एक सफलता मिली।

न्यूजीलैंड की ओर से ल्यूक रोंची ने सबसे अधिक 66 रन बनाए। इसके अलावा जेम्श नीशम ने 46 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 46 रनों की बेहतरीन पारी खेली। रोंची ने 63 गेंदों का सामना कर छह चौके और दो छक्के लगाए।

मार्टिन गुपटिल (9), कप्तान केन विलियमसन (8), नील ब्रूम (0), कोलिन ग्रैंडहोम (4), कोरी एंडरसन (13) और मिशेल सेंटनर (12) के रूप में प्रमुख बल्लेबाजों ने निराश किया।

समी ने 2015 विश्व कप के बाद अपने देश के लिए पहली बार किसी अंतर्राष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में गेंदबाजी की। वह इससे पहले घरेलू क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग में खेले लेकिन यह देखना काफी महत्वपूर्ण था कि वह एकदिवसीय मैचों में किस तरह की फिटनेस दर्शा पाते हैं।