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बुकी संजीव चावला को मिली जमानत, कोर्ट ने रखी ये शर्त

पटियाला कोर्ट ने बुकी संजीव चावला को आखिर जमानत दे दी है. उसे दो लाख के निजी मुचलके पर दी जमानत दी गई है. बुकी संजीव चावला को हालांकि इस दौरान विदेश जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

Updated on: 02 May 2020, 12:34 PM

New Delhi:

पटियाला कोर्ट ने बुकी संजीव चावला को आखिर जमानत दे दी है. उसे दो लाख के निजी मुचलके पर दी जमानत दी गई है. बुकी संजीव चावला को हालांकि इस दौरान विदेश जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. संजीव चावला ने कोरोनो वारयस के आधार पर जमानत याचिका लगाई थी. संजीव चावला को इसी साल फरवरी में ही लंदन से प्रर्त्‍यपण कर लाया गया था. संजीव चावला 2000 में 16 फरवरी और 20 मार्च को खेले गए भारत-दक्षिण अफ्रीका के मैच फिक्स करने के लिए दिल्ली पुलिस ने साउथ अफ्रीका टीम के कप्‍तान रह चुके दिवंगत हैंसी क्रोनिए और पांच अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी हर्शल गिब्स और निकी बोए के फिक्सिंग से जुड़े होने के पर्याप्त सबूत न मिलने पर उनका नाम चार्जशीट से हटा दिया गया था.

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इस संबंध में 2013 में दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दायर की थी. साल 2000 में खेल जगत को हिला कर रख देने वाले मैच फिक्सिंग कांड के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम के कप्तान हैंसी क्रोनिए 'जेंटलमेंस गेम' से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया. संजीव चांवला दिल्ली का व्यापारी था. साल 1996 में व्यापार वीजा पर इंग्लैंड गया था. वर्ष 2005 में संजीव चावला को लंदन की सिटीजनशिप मिल गई थी और वह ब्रिटिश नागरिक हो गया था.

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दिल्ली की एक अदालत ने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैन्सी क्रोन्ये से जुड़े क्रिकेट के सबसे बड़े मैच फिक्सिंग मामलों में से एक में प्रमुख आरोपी संजीव चावला को जमानत दे दी है. विशेष न्यायाधीश आशुतोष कुमार ने चावला को दो लाख रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की दो जमानत के साथ 30 अप्रैल को राहत दी. अदालत ने कहा कि आरोपी पिछले 76 दिनों से हिरासत में है और मामले में जांच पहले ही पूरी हो गई है. बहरहाल, अदालत ने चावला को मामले में जांच अधिकारी को अपनी आवाज और हस्तलेख का नमूना देने का निर्देश दिया. पुलिस के अनुसार चावला को फरवरी में लंदन से प्रत्यर्पित कर लाया गया था और वह पांच मैचों की फिक्सिंग में शामिल है. पुलिस ने अदालत को बताया था कि क्रोन्ये भी इस मामले में शामिल था. क्रोन्ये की 2002 में विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी. ऐसा आरोप है कि चावला ने फरवरी-मार्च 2000 में दक्षिण अफ्रीकी टीम के भारत दौरे के मैचों को फिक्स करने के लिए क्रोन्ये के साथ साजिश करने में अहम भूमिका निभाई थी. ब्रिटेन की अदालत के दस्तावेजों में कहा गया है कि चावला का जन्म दिल्ली में हुआ और वह एक कारोबारी है जो 1996 में कारोबारी वीजा पर ब्रिटेन आया था लेकिन लगातार भारत की यात्राएं करता रहा.

(इनपुट आईएएनएस)