भारतीय क्रिकेट में सबकुछ सही चल रहा था। टीम लगातार एक के बाद एक मैच जीत रही थी। पिछली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली भारत की टीम इस बार खिताब बचाने उतरी थी। टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई तो लगा कि खिताब को बचाने में कामयाब हो जाएगी लेकिन टीम इंडिया को फाइनल में पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़ा।
इस हार के साथ ही टीम इंडिया में एक नई उथल-पुथल शुरू हो गई। टीम के हेड कोच पद से कुंबले ने कप्तान विराट कोहली से मदभेद की बात स्वीकार करते हुए इस्तीफा दे दिया। कुंबले के इस्तीफे के बाद नए कोच की बीसीसीआई ने तलाश शुरू कर दी और यहीं से भारतीय क्रिकेट के कई दिग्गजों में मतभेद शुरू हो गई।
कुंबले का 'कोचिंग स्टाइल' कोहली को नापसंद थी
कौन सा खिलाड़ी टीम में रहेगा ? कौन कब सोएगा और कौन कितनी देर प्रैक्टिस करेगा ? अनुशासन पसंद कुंबले की ये चीज़ें अब आज़ाद ख़्याल और बिंदास रहने वाले कोहली को खटकने लगी थी। इन्हीं वजहों से कोहली नहीं चाहते थे कि कुंबले का बतौर कोच कार्यकाल बढ़ाया जाए।
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बीसीसीआई ने तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसए) को सौंपी नए कोच चुनने की जिम्मेदारी
बीसीसीआई की इस तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति में दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वी.वी.एस. लक्ष्मण को नए कोच चुनने की जिम्मेदारी दी। नए कोच के लिए आवेदन मंगवाए गए।
बीसीसीआई के पास 10 के आवेदन आए हैं जिसमें रवि शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पायबस, डोडा गणेश, लालचंद राजपूत, लांस क्लूजनर, राकेश शर्मा (ओमान नैशनल टीम कोच), फिल सिमंस और उपेंद्र ब्रह्मचारी (इंजिनियर, क्रिकेट का बैकग्राउंड नहीं) के नाम शामिल थे।
शास्त्री बने मुख्य कोच
क्रिकेट सलाहकार समिति ने रवि शास्त्री को टीम इंडिया का मुख्य कोच चुना लेकिन साथ ही जहीर खान को बॉलिंग कोच और विदेशी दौरों के लिए राहुल द्रविड को बैटिंग कोच बनाने का भी सुझाव बीसीसीआई को दिया।
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कोहली की पहली पसंद हैं शास्त्री मगर गांगुली से हैं "36 का आंकड़ा'
रवि शास्त्री कप्तान विराट कोहली की हमेशा से पसंद रहे हैं। खबरें थीं कि 23 मई को टीम के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड रवाना होने से पहले कोहली ने तीन सदस्यीय अडवाइजरी कमिटी के दो सदस्यों सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण से मिलकर रवि शास्त्री के नाम पर विचार करने की बात कही थी। कोहली ने दोनों से शास्त्री को इंटरव्यू के लिए बुलाने का भी आग्रह किया था। पिछली बार भी जब अनिल कुंबले को टीम का कोच चुना गया था तो खबरें थी की कोहली इस फैसले से खुश नहीं थे।
गांगुली ने जहीर खान का नाम गेंदबाजी कोच के तौर पर सुझाया था मगर शास्त्री ने अपने साथ इस भूमिका के लिए भरत अरुण का नाम सुझाया था। लेकिन गांगुली ने अरुण के नाम पर एक तरह से वीटो कर दिया। शास्त्री और गांगुली जहीर और भरत अरुण के नाम पर एक बार फिर आमने सामने आ गए थे।
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बीसीसीआई पर लगा महान खिलाड़ियों के अपमान का आरोप
रवि शास्त्री द्वारा भरत अरुण के कोच पद पर नियुक्ति पर कई क्रिकेटर्स और अन्य लोगों ने सवाल उठाए तो वहीं रामचंद्र गुहा ने बीसीसीसीआई पर द्रविड़-जहीर सचिन सौरव जैसे खिलाड़ियों के अपमान करने का आरोप लगाया। कई खिलाड़ियों ने भरत अरुण और जहीर को कंपेयर करते हुए कहा था कि जहीर खान का रिकॉर्ड अरुण से कई बेहतर है तो फिर उन्हें शास्त्री क्यों कोच बनाना चाहते हैं। तमिलनाडु के लिए खेलने वाले भरत अरुण ने 1986 में श्रीलंका के खिलाफ अपने इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत की। उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर में केवल 2 टेस्ट और 4 वनडे मैच ही खेले हैं। भरत अरुण ने 2 टेस्ट मैचों में कुल 4 विकेट लिए, जबकि उन्होंने 4 वनडे मैच खेले और इनमें वह सिर्फ 1 ही विकेट लेने में कामयाब हो पाए।
रवि शास्त्री भरत अरुण को तब से जानते हैं, जब दोनों खिलाड़ी अंडर 19 टीम में एक साथ खेले थे। 1979 में भारत की अंडर 19 टीम श्रीलंका दौरे पर गई थी। इस दौरे में भरत अरुण भी टीम का हिस्सा थे और रवि शास्त्री इस टीम के कप्तान थे।भरत अरुण इससे पहले अगस्त 2014 से टीम इंडिया में बोलिंग कोच के रूप में अपनी छाप छोड़ चुके हैं। इससे पहले वह अंडर-19 टीम के कोच भी रह चुके हैं।
बीसीसीआई ने चुना भरत अरुण को गेंदबाज़ी कोच
आखिरकार भारतीय टीम के कोच को लेकर स्थिति साफ हो गई है। बीसीसीआई और सीओए ने टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच के तौर पर भरत अरुण को नियुक्त किया है जबकि संजय बांगर बल्लेबाजी तो आर श्रीधर फील्डिंग कोच होंगे। यह फैसला रवि शास्त्री की बीसीसीआई को चलाने के लिए गठित 4 सदस्यीय समिति से मुलाकात के बाद लिया गया।
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कोच को लेकर अभी 'पिक्चर बांकी है'
भरत अरुण को गेंदबाज़ी कोच नियुक्त करने और बल्लेबाजी कोच के तौर पर बांगर को बीसीसीआई ने चुन लिया है लेकिन द्रविड़ और जहीर पर अभी भी स्थिति साफ नहीं की है। इससे यही लगता है कि अभी 'कोच की किच-किच' बाकी है।
Source : News Nation Bureau