बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने खिलाड़ियों की लगभग सभी मांगे मान ली हैं जिसके बाद खिलाड़ियों ने अपनी हड़ताल वापस लेने का फैसला किया है. खिलाड़ियों ने सोमवार को यह कहते हुए हड़ताल शुरू की थी कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब वह किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि में हिस्सा नहीं लेंगे. शाकिब अल हसन, तमीम इकबाल और मुश्फीकुर रहीम जैसे सीनियर खिलाड़ी बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) मुख्यालय पर पहुंचे थे जहां उन्होंने 11 सूत्री अपनी मांगें बोर्ड के सामने रखीं और हड़ताल का ऐलान किया था.
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केंद्रीय कॉन्ट्रेक्ट और फर्स्ट डिविजन लीग के साथ 21 अक्टूबर से शुरू हुई इस हड़ताल ने बुधवार को ढाका के फर्स्ट डिविजन लीग को भी आकर्षित किया. इसके बाद, बांग्लादेश के भारत दौरे पर भी संशय पैदा हो गया था. हालांकि, 'क्रिकइंफो' की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार देर रात बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच कई मुद्दों पर सहमति बन गई. खिलाड़ियों ने कहा कि अब वह मैदान पर लौटने के लिए तैयार हैं.
अब क्रिकेट की शुरुआत नेशनल क्रिकेट लीग से होगी जो अगले शनिवार से शुरू हो रहा है. बांग्लादेश की टीम 25 अक्टूबर से शुरू हो रहे प्रीपरेशन कैंप में शामिल होगी. यह कैंप भारत के दौरे के मद्देनजर आयोजित हो रहा है.
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शाकिब ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जैसा कि पापोन भाई ने कहा, चर्चा बहुत लाभकारी रही. उन्होंने और बाकी निदेशकों ने हमें आश्वासन दिया है कि हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा. उनके आश्वासन के आधार पर, हम एनसीएल में खेलना शुरू करेंगे और प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे."
शाकिब ने कहा, "हमने उनसे कहा कि सीडब्ल्यूएबी चुनाव तेजी से होने चाहिए. हम वर्तमान खिलाड़ियों से एक प्रतिनिधि चाहते हैं, ताकि हमारी समस्याओं को बोर्ड के सामने नियमित रूप से रखा जा सके. यह खिलाड़ियों के लिए अच्छा होगा. बोर्ड इससे सहमत हो गया है और चुनाव तब होंगे जब हम सभी उपलब्ध होंगे. मांगें लागू होने पर ही हम खुश होंगे, लेकिन चर्चा संतोषजनक रही है."
Source : आईएएनएस