नई दिल्ली:
हैदराबाद क्रिकेट संघ के चुनाव निर्वाचन अधिकारी के. राजीव रेड्डी ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की अध्यक्ष पद के लिए भरे नामांकन को रद्द कर दिया है।
अजहरुद्दीन ने अपना नामांकन रद्द होने पर कहा है कि वह इससे निराश हैं। अजहरुद्दीन के मुताबिक, 'मैं इस कदम से निराश हूं। कोर्ट ने मुझे सभी आरोपों से बरी कर दिया है।'
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीसीआई) की ओर से लोढ़ा कमेटी के सुझाव को नहीं मानने पर सुप्रीम कोर्ट के फैसेले के बाद अरशद अयूब ने हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अजहरुद्दीन ने नामांकन भर कर क्रिकेट की राजनीति में उतरने का इरादा जताया था।
बता दें कि हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएश कई तरह की आर्थिक गड़बड़ियों के कारण विवादों में रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एचसीए में 87.91 करोड़ रूपये की गड़बड़ी की बात भी कही जा चुकी है।
बीसीसीआई ने 1992, 1996 और 1999 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की कप्तानी कर चुके अजहरुद्दीन पर 2000 में मैच फिक्सिंग में शामिल होने के आरोप में जिंदगी भर के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।
अजहरुद्दीन राजनीति में भी अपना साथ आजमा चुके हैं और साल 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने जा चुके हैं। अजहर ने पहले भी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी।