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अफगानिस्तान ने की दोहरा शतक लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी

हशमतउल्लाह शाहिदी का नाम इन दिनों चर्चा में है. वजह है हशमतउल्लाह शाहिदी का दोहरा शतक. हशमतउल्लाह अफगानिस्तान क्रिकेट इतिहास के पहले खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने अपनी टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगाया है.

Updated on: 17 Mar 2021, 02:02 PM

नई दिल्‍ली :

हशमतउल्लाह शाहिदी का नाम इन दिनों चर्चा में है. वजह है हशमतउल्लाह शाहिदी का दोहरा शतक. हशमतउल्लाह अफगानिस्तान क्रिकेट इतिहास के पहले खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने अपनी टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगाया है. हशमतउल्लाह शाहिदी ने जिम्बाब्वे के खिलाफ अबू धाबी में खेल गए सीरीज के दूसरे मैच की पहली पारी में नाबाद 200 रन बनाकर इतिहास रचा. हैरानी की बात ये अफगानिस्तान के टेस्ट क्रिकेट का ये महज छठा टेस्ट मैच था और इस तरह से अफगानिस्तान ने वेस्टइंडीज के सबसे तेजी से टेस्ट क्रिकेट में दोहरे शतक लगाने के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की. अब आपको बताते हैं बाकी टीमों के बारे में.

वेस्टइंडीज
सबसे पहले बात करते हैं वेस्टइंडीज की, कैरिबियाई टीम के लिए क्लीफोर्ड रोच ने पहला दोहरा शतक लगाया था. रोच ने इंग्लैंड के खिलाफ जॉर्जटाउन टेस्ट में साल 1929-30 में पहली पारी में 209 रन की पारी खेली थी. ये पहला मौका था जब वेस्टइंडीज के किसा खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया था. वेस्टइंडीज़ का ये छठा टेस्ट मैच था.

जिम्बाब्वे
वेस्टइंडीज का जहां छठे टेस्ट में दोहरे शतक का खाता खुला तो वहीं जिम्बाब्वे का 9वें टेस्ट तक दोहरे शतक का सूखा खत्म हुआ. जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान रहे डेव हॉटन ने बुलावायो में श्रींलका के खिलाफ साल 1994-95 में 266 रन की पारी खेल कर अपनी टीम के लिए पहला दोहरा शतक जड़ा.

पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया बराबर का इंतजार
पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमों को अपने पहले दोहरे शतक के लिए 16 टेस्ट मैचों तक का इंतजार करना पड़ा. पाकिस्तान की ओर से पहला दोहरा शतक इम्तियाज अहमद ने लगाया था. इम्तियाज अहमद ने न्यूजीलैंड के खिलाफ लाहौर में 209 रन की पारी खेली थी तो वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए बिली मोर्डक ने साल 1884 में इंग्लैंड के खिलाफ 211 रन बनाए थे. 

न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड की टीम पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की टीम से थोड़ा ही पीछे थी.न्यूजीलैंड को अपने पहले दोहरे शतक के लिए 18 मैचों का इंतजार करना पड़ा. न्यूज़ीलैंड के लिए मार्टिन डोनली ने लॉर्डस में इंग्लैंड के खिलाफ 1949 में 206 की पारी खेली थी.

श्रीलंका
न्यूजीलैंड के बाद बात करते हैं श्रीलंका की. श्रीलंकाई टीम के लिए ब्रेंडन कुरूप्पु ने पहला दोहरा शतक जमाया था. ब्रेंडन कुरूप्पु ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 201 रनों की पारी खेल कर अपना नाम श्रीलंकाई क्रिकेट में इतिहास दर्ज कराया. श्रीलंका टीम का ये 25वां टेस्ट मैच था.

साउथ अफ्रीका
साउथ अफ्रीकी टीम को अपने पहले दोहरे शतक के लिए श्रीलंका से सिर्फ एक टेस्ट ज्यादा इंतजार करना पड़ा. साउथ अफ्रीकी टीम के लिए एब्रे फॉकनर ने 1910  में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 204 रन बनाए थे. ये साउथ अफ्रीकी टीम का 26वां टेस्ट मैच था.

भारत 
भारतीय टीम को अपने दोहरे शतक के लिए 45 टेस्ट का इंतजार करना पड़ा.  भारत की ओर से पॉली उमरीगर ने टेस्ट क्रिकेट में पहला दोहरा शतक लगाने का कारनाम किया. पॉली उमरीगर ने 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 223 रनों की पारी खेली थी. ये भारतीय टीम का टेस्ट क्रिकेट में पहला दोहरा शतक था.

 
इंग्लैंड-बांग्लादेश का लंबा इंतजार
हालांकि क्रिकेट का जन्मदाता इंग्लैंड और बांग्लादेश बाकी टीमों की तरह इतने लकी नहीं रहे. इंग्लैंड को अपने पहले दोहरे शतक के लिए 75 टेस्ट मैच तक इंतजार करना पड़ा. जब टिप फोस्टर ने सिडनी में इंग्लैंड के खिलाफ 1903 में 287 रन की पारी खेली थी. हैरानी की बात ये थी कि ये टिप फोस्टर का डेब्यू मैच था. जबकि बांग्लादेश को अपने दोहरे शतक के लिए 76 मैचों का इंतजार करना पड़ा. बांग्लादेश की ओर से मुशफिकुर रहीम ने पहला दोहरा शतक जमाया था. मुशफिकुर रहीम ने श्रीलंका के खिलाफ साल 2013 में दोहरा शतक जड़ा था. टेस्ट क्रिकेट का दर्जा हासिल करने वालों में आयरलैंड भी एक टीम है. आयरलैंड ने अभी तक सिर्फ 3 टेस्ट मैच खेले हैं और उसे अपने पहले दोहरे शतक का इंतजार है.