पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ओपनर मैथ्यू हेडन ने इंदौर के होल्कर स्टेडियम में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के लिए इस्तेमाल की जा रही पिच की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि इस तरह की पिचें खेल के लम्बे प्रारूप के लिए सही नहीं हैं।
भारत ने टॉस जीतकर सूखी पिच पर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन इसके बाद जो हुआ वह हैरान कर देने वाला था। पिच से गेंद को भारी टर्न और असमतल उछाल मिल रहा था और मेजबान टीम ने अपनी आधी टीम 45 रन तक गंवा दी और लंच तक जाते-जाते दो विकेट और गंवा दिए। भारत लंच के बाद पहली पारी में 109 रन पर सिमट गया।
हेडन ने पहले सत्र के दौरान कमेंट्री करते हुए कहा, ऐसा होना नहीं चाहिए कि स्पिनर छठे ओवर में ही गेंदबाजी करने आ जाए। यही कारण है कि मुझे ऐसी पिचें पसंद नहीं हैं। पहले दिन गेंद इतनी नीची नहीं रहनी चाहिए और उसे इतना टर्न नहीं मिलना चाहिए। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि इस टेस्ट को ऑस्ट्रेलिया जीते या भारत।
धर्मशाला को तीसरे टेस्ट के लिए अनफिट पाए जाने के बाद इंदौर को इस मैच की मेजबानी सौंपी गयी। औसतन स्पिनर्स के लिए गेंद 2.5 डिग्री टर्न करती है जबकि नयी दिल्ली में यह 3.8 डिग्री था जबकि इंदौर में यह टर्न 4.8 डिग्री पहुंच गया।
हेडन ने कहा, यही कारण है कि मुझे ऐसी पिचों के साथ परेशानी है। एक स्पिन गेंदबाज को छठे ओवर में गेंदबाजी करने के लिए नहीं आना चाहिए। 4.8 डिग्री जबरदस्त टर्न है। इतना टर्न आप तीसरे दिन देखते हैं।
उन्होंने कहा, आपको बल्लेबाज को भी मौका देना चाहिए। पहला और दूसरा दिन बल्लेबाजी के लिए होना चाहिए। यह स्पिन गेंदबाजों का स्वर्ग नहीं होना चाहिए। खेल इतनी तेजी से नहीं आगे बढ़ना चाहिए। आपको चार या पांच दिन का टेस्ट मैच मिला है वरना जैसा चल रहा है, चलने दो। हम तीन दिन का मैच खेल लेंगे।
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Source : IANS