कोलकाता में जारी अंडर-16 क्रिकेट टूर्नामेंट विजय मर्चेंट ट्रॉफी में ऑफ स्पिनर निर्देश बैसोया ने वो कारनामा कर दिखाया, जिसके बारे में सोचना ही काफी मुश्किल है. जी हां, निर्देश ने यहां खेले गए एक मैच की पारी में सभी के सभी 10 बल्लेबाजों को आउट कर सभी को चौंका दिया है. निर्देश के इस प्रदर्शन ने सभी को 1999 में खेले गए भारत-पाकिस्तान मैच की याद दिला दी, जिसमें अनिल कुंबले ने अकेले ही पाकिस्तान की दूसरी पारी में पूरे के पूरे 10 विकेट चटकाए थे. अनिल कुंबले ने जहां 26.3 ओवर में 74 रन खर्च कर 10 विकेट चटकाए थे तो वहीं निर्देश ने अपने 21 ओवर में 51 रन देकर सभी 10 विकेट हासिल किए. खास बात ये है कि निर्देश ने यहां घातक गेंदबाजी करते हुए 21 में से 10 मेडन ओवर भी निकाले, जबकि कुंबले ने दिल्ली के तत्कालीन फिरोजशाह कोटला स्टेडियम (अब अरुण जेटली स्टेडियम) में पाकिस्तान के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए 9 मेडन ओवर किए थे.
ये भी पढ़ें- IND vs BAN: भयानक चक्रवात के खतरे के बीच खेला जाएगा भारत-बांग्लादेश राजकोट टी20, जानें क्या बोले अधिकारी
उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले निर्देश बैसोया एक गेस्ट बॉलर के रूप में मेघालय के लिए खेलते हैं. उन्होंने यहां असम वैली स्कूल ग्राउंड में नागालैंड के खिलाफ खेलते हुए ये अनोखा कारनामा कर दिखाया. महज 15 साल के निर्देश ने अविश्वसनीय प्रदर्शन करने के बाद काफी खुश हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है. मैं पैदा भी नहीं हुआ था, जब अनिल कुंबले ने 10 विकेट चटकाए थे. लेकिन मैंने अनिल कुंबले के उस प्रदर्शन के बारे में बहुत सुना है. मैं हमेशा से ही वैसा कुछ करना चाहता था, लेकिन कभी ये नहीं सोचा था कि ये सब इतनी जल्दी ही हो जाएगा. मैंने अभी अपने परिवार से बात की और वे भी प्रदर्शन से काफी खुश हुए और भावुक हो गए."
ये भी पढ़ें- IND vs BAN: टीम इंडिया आज राजकोट में लेगी दिल्ली का बदला, बांग्लादेश के पास सीरीज जीतने का सुनहरा मौका
मीडिया ने उनसे पूछा कि उन्हें मैच के किस मोड़ पर ऐसा लगा कि वे विरोधी टीम के सभी 10 खिलाड़ियों को आउट कर देंगे. इस सवाल के जवाब में निर्देश ने कहा, "मैंने पहले सत्र तक ही 6 विकेट चटका चुका था और उस समय मुझे लगा कि मैं सभी 10 विकेट ले सकता हूं. टीम में मेरे साथी खिलाड़ियों ने ये मुकाम हासिल करने में मेरा भरपूर साथ दिया. पिच में सुबह से टर्न थी और मौसम ने भी मेरी पूरी मदद की." यहां जारी अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में निर्देश ये दूसरा सीजन खेल रहे हैं. वे अभी तक चार मैच में 27 विकेट चटका चुके हैं. पिछले सीजन में भी उन्होंने घातक गेंदबाजी करते हुए 6 मैचों में कुल 33 विकेट अपनी झोली में डाले थे. इस प्रदर्शन के बाद वे अपने घर पहुंचकर परिवार और दोस्तों के साथ इस अनोखे अनुभव को साझा करना चाहते हैं. परिवार में 3 बहनों और दो भाइयों में सबसे छोटे निर्देश के प्रदर्शन ने पूरे गांव में खुशी का माहौल है.
ये भी पढ़ें- ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट में कॉमेंट्री कर सकते हैं महेंद्र सिंह धोनी, BCCI को भेजा गया प्रस्ताव
युवा गेंदबाज ने कहा, "ये मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है जिसकी मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी. मुझे कड़ी मेहनत करते रहना होगा क्योंकि मुझे अभी लंबा सफर तय करना है. मैं सिर्फ 15 साल का हूं और मैं अपने परिवार को गौरवान्वित करना चाहता हूं. मैं टीम इंडिया के रविचंद्रन अश्विन और ऑस्ट्रेलिया के नाथन लॉयन से सीखने की बहुत कोशिश करता हूं." बताते चलें कि मणिपुर के तेज गेंदबाज रेक्स सिंह पिछले साल एक पारी में 10 विकेट लेने वाले सबसे युवा गेंदबाज बने थे. उन्होंने कूच बेहार ट्रॉफी में यह जादूई उपलब्धि हासिल की थी.उनसे पहले, पुडुचेरी के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज सिदक सिंह ने भी सीके नायडू ट्रॉफी में पिछले सीजन में ही पूरे 10 विकेट चटकाए थे.
IANS इनपुट्स के साथ
Source : News Nation Bureau