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Shivsena: अस्तित्व संकट के बीच उद्धव ठाकरे के सामने ये 5 बड़ी चुनौतियां, समझें यहां

Shiv Sena : महाराष्ट्र में इस वक्त उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट आमने-सामने है. चुनाव आयोग ने पिछले दिनों आदेश दिया कि शिवसेना पार्टी और चुनाव चिह्न पर शिंदे गुट का अधिकार रहेगा.

Updated on: 20 Feb 2023, 01:08 PM

highlights

  • महाराष्ट्र में शिवसेना को लेकर एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट आमने-सामने
  • चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को सौंपा शिनसेना का नाम और चुनाव चिह्न
  • सुप्रीम कोर्ट ने उद्धव की अर्जी पर कहा - कल पूरी प्रक्रिया करके आइये

मुंबई:

Shiv Sena : महाराष्ट्र में इस वक्त उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट आमने-सामने है. चुनाव आयोग ने पिछले दिनों आदेश दिया कि शिवसेना पार्टी और चुनाव चिह्न पर शिंदे गुट का अधिकार रहेगा. ऐसे में उद्धव गुट ने 'शिवसेना' बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, लेकिन SC ने आज सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि पूरी प्रक्रिया करके कल आइएगा. अब उद्धव ठाकरे ही नहीं बल्कि उनके साथ खड़े विधायकों की कुर्सी भी मुश्किल में है. पार्टी और सिंबल जाने के बाद उद्धव ठाकरे के सामने 5 चुनौतियां हैं.  

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ऐसे में अब उद्धव ठाकरे के सामने चार मुख्य चुनौतियां है..

1. शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न शिंदे गुट के हिस्से आने के बाद अब उद्धव ठाकरे गुट के बड़े नेता एकनाथ शिंदे की शिवसेना में जाने की तैयारी में हैं.

2. समता पार्टी ने उद्धव ठाकरे के नया चुनाव चिह्न मशाल पर दावा किया है. समता पार्टी के अध्यक्ष उदय मंडल मशाल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने वाले हैं. ऐसे में चुनाव आयोग फिर उद्धव ठाकरे गुट से मशाल चुनाव चिह्न छीन सकता है.

3. अब उद्धव ठाकरे अपने कट्टर हिंदुत्व की छवि से बाहर आकर उत्तर भारतीय, साउथ इंडियन, मुस्लिम समर्थक, प्रकाश आंबेडकर की वंचित को जोड़ने में लगे हुए हैं. ऐसे में उद्धव ठाकरे के कट्टर हिंदुत्व समर्थकों की नाराजगी उन्हें भारी पड़ सकती है.

4. शिंदे गुट ने विधानसभा में स्थित शिवसेना कार्यालय को भी अपनी कस्टडी में ले लिया. अब उद्धव ठाकरे गुट के सामने शिवसेना दफ्तर को वापस लाना बड़ी चुनौती है. 

5. पिछले कई सालों से बीएमसी पर शिवसेना का कब्जा रहा है, ऐसे में उद्धव ठाकरे के सामने बीएमसी को बचाना बड़ी चुनौती है.