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राजपक्षे का महल बना प्रदर्शनकारियों का पर्यटन स्थल, स्वीमिंग पूल और किचन में मना रहे जश्न

एक अन्य वीडियो में, प्रदर्शनकारी रसोई में प्रवेश करते हुए राष्ट्रपति और उनके कर्मचारियों के लिए रखे गए भोजन का स्वाद चखते दिख रहे हैं.

Updated on: 10 Jul 2022, 01:55 PM

highlights

  • प्रदर्शनकारी गोटाबाया के इस्तीफे की मांग करते हुए राष्ट्रपति आवास में प्रवेश कर गए
  • पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या और कुमार संगकारा का भी प्रदर्शनकारियों को समर्थन
  • छह महीने के लंबे आर्थिक संकट से जनता नाराज है

नई दिल्ली:

भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका लंबे समय से  जर्जर अर्थव्यवस्था से जूझ रहा था. रोजमर्जा की जरूरतों से लेकर डीजल-पेट्रोल और गैस की भारी किल्लत से देश जूझ रहा था. श्रीलंका की सरकार अर्थव्यवस्था को सुधारने में नाकाम रही. परिणामस्वरूप जनता ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में धावा बोल दिया. राष्ट्रपति अपना आवास छोड़कर भाग निकले थे. और अब भारी दबाव के बीच राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे 13 जुलाई को अपने पद से त्यागपत्र देने को राजी हुए हैं.  प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को श्रीलंका में राष्ट्रपति आवास के अंदर धावा बोल दिया और उन कमरों में घुस गए जो  भारी सुरक्षा वाले थे क्योंकि संकटग्रस्त राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे अपने घर से भाग गए थे.

सोशल मीडिया पर साझा किए गए दो वीडियो में प्रदर्शनकारियों को स्विमिंग पूल के अंदर डुबकी लगाते हुए दिखाया गया है जो आमतौर पर राष्ट्रपति और उनके परिवार के लिए आरक्षित होता है.सोलह सेकेंड के लंबे वीडियो में दर्जनों प्रदर्शनकारी अंदर डुबकी लगाते नजर आ रहे हैं. एक अन्य वीडियो में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास के जिम में दिख रहे हैं. और वे सब जिम में व्यायाम करते दिख रहे हैं.

एक अन्य वीडियो में, प्रदर्शनकारी रसोई में प्रवेश करते हुए राष्ट्रपति और उनके कर्मचारियों के लिए रखे गए भोजन का स्वाद चखते दिख रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शनकारियों के लिए रखा कुछ खाना भी खाते देखा गया.

प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने चलाई गोली

चैथम रोड में बाधाओं को तोड़ने के बाद, प्रदर्शनकारी गोटाबाया के इस्तीफे की मांग करते हुए एक बार भारी सुरक्षा वाले आवास में प्रवेश कर गए. प्रदर्शनकारियों ने कोलंबो में सचिवालय भवन पर भी धावा बोल दिया. उन्हें तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलने से दो प्रदर्शनकारी घायल हो गए.दो पुलिस अधिकारियों सहित 18 अन्य भी घायल हो गए.

पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या और कुमार संगकारा ने प्रदर्शनकारियों का किया समर्थन

हजारों प्रदर्शनकारी कोलंबो की सड़कों पर उतर आए हैं और पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या और कुमार संगकारा जैसे क्रिकेटर भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में सामने आए हैं और गोटाबाया से पद छोड़ने का आग्रह किया है. छह महीने के लंबे आर्थिक संकट से जनता नाराज है, जिसने श्रीलंका को पटरी से उतार दिया है, जिससे ईंधन, भोजन, आवश्यक दवाओं की कमी और लंबे समय तक बिजली की कटौती हुई है.

शुक्रवार तक विरोध प्रदर्शनों पर कर्फ्यू था लेकिन विपक्षी सांसदों, बार एसोसिएशनों और दबाव समूहों द्वारा पुलिस प्रमुख पर मुकदमा चलाने की धमकी के बाद सरकार ने कर्फ्यू हटा लिया. प्रदर्शनकारियों ने शनिवार सुबह कोलंबो में प्रवेश किया और तुरंत किले की ओर जाने वाली सड़कों पर उतर आए जहां राष्ट्रपति निवास स्थित है.

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श्रीलंकाई लोगों ने मांग की है कि राजपक्षे स्वीकार करें कि उन्होंने आर्थिक संकट में एक प्रमुख भूमिका निभाई और हाल की घटना के मद्देनजर सत्ता के पदों से दूर हो गए. गोटाबाया ने अपने भाई महिंदा राजपक्षे को रानिल विक्रमसिंघे के साथ बदलकर उन्हें शांत करने की कोशिश की, लेकिन यह बदलाव विरोध को शांत करने में विफल रहा.