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State Of The Art सुविधाओं और तकनीक से लैस है गोवा का Mopa International Airport

स्टेट ऑफ द आर्ट मोपा एयरपोर्ट गोवा का दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है. 2,870 करोड़ रुपए की लागत से तैयार इस हवाई अड्डे से प्रारंभिक चरण के दौरान हर साल लगभग 4.4 मिलियन यात्री आवाजाही कर सकेंगे.

Updated on: 11 Dec 2022, 03:26 PM

highlights

  • छह साल पहले पीएम मोदी ने रखी थी मोपा की आधारशिला
  • इसे तैयार करने में 2,870 करोड़ रुपए की लागत आई है
  • डाबोलिम के बाद मोपा गोवा का दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

पणजी:

गोवा (Goa) में छह साल पहले मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की आधारशिला रखने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)  ने रविवार शाम को इसका उद्घाटन कर दिया. लगभग 2,870 करोड़ रुपए की लागत से तैयार इस हवाई अड्डे से प्रारंभिक चरण के दौरान हर साल लगभग 4.4 मिलियन यात्री आवाजाही कर सकेंगे. इसका विस्तार इस तरह किया जा रहा है कुछ साल बाद यह 33 मिलियन यात्रियों की सालाना फुटफॉल को भी संभाल सके. पीएम मोदी के मुताबिक हवाई अड्डा राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा और पर्यटन उद्योग की जरूरतों को पूरा करेगा. इसमें प्रमुख लॉजिस्टिक हब के रूप में सेवा देने की क्षमता है, जो कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को सीधे जोड़ता है. 

जानें मोपा हवाई अड्डे को 

    • मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को टिकाऊ बुनियादी ढांचे के कांसेप्ट पर विकसित किया गया है. इसमें सौर ऊर्जा संयंत्र, हरित भवन, रनवे पर एलईडी लाइट्स, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की सुविधा, रीसाइक्लिंग सुविधाओं वाला अत्याधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी यहां स्थापित किया गया है.
    • हवाई अड्डे में कई स्टेट ऑफ द आर्ट सुविधाएं भी जुटाई गई हैं. मसलन 3-डी मोनोलिथिक प्रीकास्ट बिल्डिंग, स्टेबिलरोड, रोबोमैटिक होलो प्रीकास्ट वॉल, 5जी सेवा वाला आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी कुछ सर्वश्रेष्ठ तकनीकों को अपनाया गया है.
    • हवाई अड्डे की कुछ विशेषताओं में दुनिया के सबसे बड़े विमान की लैंडिंग-टेक ऑफ के लिए सक्षम रनवे, विमानों के लिए रात की पार्किंग सुविधा के साथ 14 पार्किंग बे, सेल्फ बैगेज ड्रॉप की सुविधा, अत्याधुनिक हवाई नेविगेशन बुनियादी ढांचा शामिल हैं.
    • हवाई अड्डा यात्रियों को गोवा का अनुभव भी प्रदान करेगा. गोवा की पहचान माने जाने वाले अजुलेजी टाइल्स का हवाई अड्डे में बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया है. मोपा का फूड कोर्ट भी एक विशिष्ट गोवा कैफे के आकर्षण को सामने लाता है.
    • एयरपोर्ट पर फ्ली मार्केट भी अलग से बनाया गया है. यहां स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों को अपने माल का प्रदर्शन और बिक्री की सुविधा तैयार की गई है. इस तरह से विदेश से आने वाले यात्रियों और पर्यटकों को मोपा एयरपोर्ट पर ही गोवा की संस्कृति और पहचान के दर्शन हो जाएंगे. 
    • मोपा में प्रमुख लॉजिस्टिक हब के रूप में सेवा देने की क्षमता है, जो कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को सीधे जोड़ेगा. हवाईअड्डे के लिए मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी तैयार करने की भी योजना है.

जानें डाबोलिम इंटरनेशनल एयरपोर्ट को

  • डाबोलिम हवाई अड्डा से 15 घरेलू और छह अंतरराष्ट्रीय उड़ाने संचालित होती हैं. मोपा के नए हवाईअड्डे के साथ गोवा में अब 35 घरेलू और 18 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का सीधा संबंध हो जाएगा.
  • डाबोलिम हवाई अड्डे की वर्तमान यात्री क्षमता 8.5 मिलियन यात्री प्रति वर्ष है.एक बार जब मोपा हवाईअड्डा संचालन में आ जाएगा, तो यात्रियों की कुल क्षमता लगभग 13 मिलियन यात्री प्रति वर्ष हो जाएगी.
  • डाबोलिम हवाई अड्डे पर रात्रि पार्किंग की भी सुविधा है. हालांकि डाबोलिम में कोई कार्गो टर्मिनल नहीं है, जबकि मोपा हवाईअड्डे पर 25,000 मीट्रिक टन की हैंडलिंग क्षमता वाला कार्गो टर्मिनल तैयार किया गया है. इससे गोवा के वित्त-वाणिज्य तंत्र को भी बढ़ावा मिलेगा.