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पूर्वांचल को मिली बड़ी सौगात, पीएम मोदी ने कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का किया शुभारंभ

पूर्वांचल को एक बड़ी सौगात देते हुए कुशीनगर एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है.

Updated on: 20 Oct 2021, 02:44 PM

highlights

  • करीब 300 यात्रियों को एक समय में संभालने की क्षमता है और ये करीब 3600 एस्क्वायर मीटर में फैला है.
  • एयरपोर्ट को बनाने में महज 2 साल का वक़्त लगा है इसको तैयार करने में 260 करोड़ की लागत लगी है.

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में चुनाव है और ऐसे में मोदी सरकार यूपी के लिए योजनाओं के भंडार के साथ आज पूर्वांचल को एक बड़ी सौगात देते हुए कुशीनगर एयरपोर्ट से उड़ान भरने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है. पीएम मोदी के साथ उद्घाटन समारोह में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए. कुशीनगर एयरपोर्ट से घरेलू उड़ानों के लिए तो बेहतर सेवाएं देगा ही साथ में कुशीनगर एयरपोर्ट से विदेश यात्राएं भी की जा सकेंगी. कुशीनगर एयरपोर्ट को बनाने में महज़ 2 साल का वक़्त लगा है. इसको तैयार करने में 260 करोड़ की लागत लगी है. यही नहीं एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इसे बनाकर तैयार करवाया है. इस एयरपोर्ट में करीब 300 यात्रियों को एक समय में संभालने की क्षमता है और ये करीब 3600 एस्क्वायर मीटर में फैला है.

कुशीनगर एयरपोर्ट से कीजिये विदेश की यात्रा

देखा गया है जब भी किसी व्यक्ति को विदेश यात्रा करनी पड़ती है तो उसे किसी दूर मेट्रो शहर जाकर फ्लाइट लेनी पड़ती है लेकिन अंतराष्ट्रीय कुशीनगर एयरपोर्ट से आप कुछ देशों की यात्रा कर पाएंगे. इनमें श्रीलंका, ताइवान, सिंगापुर के अलावा करीब 8 देशों की यात्रा की जा सकेगी, जिसे समय रहते बढ़ाया भी जाएगा. यही नहीं इस एयरपोर्ट के तैयार होने से आसपास के करीब 20 जिलों के करीब 3-4 करोड़ लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा. लोगों का पैसा भी बचेगा और समय भी, शुरुआत पहली अंतराष्ट्रीय फ्लाइट जोकि श्रीलंका से आई] जिसमें  125 बौद्ध साधु मौजूद थे उनके साथ की गई.

कुशीनगर अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट खुलने से पूर्वांचल में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा

कुशीनगर बौद्ध स्थली भी मानी जाती है, जिसकी पहचान पूरे विश्व में है कुशीनगर एयरपोर्ट बनने से यहां के पर्यटन में 20 से 25 फ़ीसदी इज़ाफ़ा होने की उम्मीद है. लुम्बनी,गया,सारनाथ से कुशीनगर को सीधे एयरपोर्ट के माध्यम से जोड़ा गया है ताकि पर्यटक कम समय में अपने पवित्र स्थलों के दर्शन कर सकें. बुद्धिस्ट सर्किट की बात की जाए तो लुम्बनी, सारनाथ, बोधगया, सारनाथ, श्रावस्ती और कुशीनगर मुख्य केंद्र माने जाते हैं और यहां श्रीलंका, जापान, ताइवान, कोरिया, चीन, थाईलैंड, सिंगापुर से बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं जो दर्शन करते हैं.

कुशीनगर बहुत गर्व से स्वागत करता है

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत विश्व के बौद्ध समाज की आस्था ,श्रद्धा का केंद्र है,आज बौद्ध समाज को ये एयरपोर्ट एक पुष्पांजलि है,भगवान बुद्ध की सम्पूर्ण यात्रा का साक्षी कुशीनगर सम्पूर्ण विश्व से जुड़ गया है,श्रीलंका से आये अतिथियों का कुशीनगर बहुत गर्व से स्वागत करता है

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सबके प्रयास से सबक विकास हो रहा है, ये इंटरनेशनल एयरपोर्ट दशकों की आकांक्षाओं का परिणाम है,मुझे दोहरी खुशी है कि पूर्वांचल के प्रतिनिधि होने के नाते ये घड़ी पूरी हो रही है, दुनिया भर के भगवान बुद्ध के अनुयायियों को बहुत बधाई है उन्होंने कहा कि दुनिया के श्रद्धालुओं के श्रद्धा के निर्माण पर ध्यान दिया जा रहा है,भगवान बुद्ध के सारे स्थल लुम्बिनी, बोधगया सारनाथ सब इसी क्षेत्र के आसपास है,यही कारण है कि ये श्रद्धा का केंद्र बनने जा रहा है.

पीएम ने कहा, एयरपोर्ट बनने से किसान,पशुपालक,दुकानदार, श्रमिक सभी को इसका सीधा लाभ मिलेगा, व्यापार के साथ टूरिज़्म को भी बढ़ावा मिलने जा रहा है,साथ ही युवाओं को रोजगार भी मिलने जा रहा है