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ऑपरेशन ऑल आउटः सेना के रडार पर आतंकी, घाटी से जल्द आतंक का सफाया

सुरक्षा बलों ने घाटी में आतंकवाद का सफाया करने के लिए चलाए जा रहे अभियान को तेज कर दिया है. इसके बावजूद आतंकी संगठन युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर घुसपैठ और भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं.

Updated on: 12 Jun 2022, 07:54 PM

highlights

  • सुरक्षा बलों ने इस साल अब तक 100 से ज्यादा आतंकी मार गिराए
  • सरकार ने भी आतंकवाद और टारगेट किलिंग रोकने की योजना बनाई

 

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के साथ रातभर चली मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादी मारे गए. पुलिस के मुताबिक साउथ कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थित द्रबगाम इलाके में शनिवार रात मुठभेड़ शुरू हुई. रविवार सुबह तक चले गोलीबारी में कुल तीन आतंकी ढ़ेर हो गए. पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक रात के समय इलाके में जबरदस्त घेराबंदी की गई ताकि आतंकियों को फरार होने से रोका जा सके. जम्मू कश्मीर में सेना द्वारा द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन ऑल आउट के तहत इस साल अब तक कुल 100 से ज्यादा आतंकी ढ़ेर हो चुके हैं, जिसमें 30 से ज्यादा पाकिस्तानी आतंकी शामिल हैं.

घाटी में 158 आतंकी हैं सक्रिय
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने घाटी में आतंकवाद का सफाया करने के लिए चलाए जा रहे अभियान को तेज कर दिया है. इसके बावजूद आतंकी संगठन युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर घुसपैठ और भर्ती करने की कोशिश कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक घाटी में अभी भी करीब 158 आतंकी सक्रिय हैं. इनमें सबसे ज्यादा यानी कुल 83 लश्कर-ए तैयबा के आतंकी हैं. जैश-ए-मोहम्म्द के 30 आतंकी तो वहीं हिजबुल मुजाहिदीन के 38 आतंकी घाटी में सक्रिय हैं. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, पाक सेना ने एक दर्जन से ज्यादा आतंकी कैंपों को फिर से सक्रिय कर दिया है. उरी और कश्मीर के पास कई आतंकी लॉन्च पैड पर गतिविधिों में तेजी की खबरें आ रही हैं. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की ओर से लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अफगान समेत दर्जनों आतंकियों को ट्रेनिंग दिया गया था. इनका मकसद अमरनाथ यात्रा में खलल डालकर घुसपैठ करना है. सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ तो पहले से ही ऑपरेशन ऑल आउट चला रखा है. इसके तहत सैकड़ों आतंकी ढ़ेर हो चुके हैं. पाकिस्तान के पनाह में पल रहे आतंकियों को अब घाटी की तरफ बढ़ना मतलब मौत को आमंत्रण देना है, क्योंकि सेना की नजर अब हर उस आतंकी पर है जो घाटी में दहशत फैलाने की योजना बनाए रखे है.

जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां (9 जून 2022 तक के आंकड़े)

  • कुल आतंकी हमले- 81
  • कुल आतंकी मारे गए- 100 से ज्यादा
  • कुल सुरक्षा बल शहीद हुए- 18
  • कुल नागरिक मारे गए- 20
  • इस साल सबसे ज्यादा आतंकी यानी 27 आतंकवादी मई माह के दौरान ढ़ेर हुए, तो वही अप्रैल में 26 आतंकी ढ़ेर हुए. जनवरी में 22 आतंकी तो फरवरी और मार्च में क्रमशः 7 और 13 आतंकी ढ़ेर हुए.
    (स्त्रोतः satp.org)

ये बड़े आतंकी ढ़ेर हुए

  • 11 अप्रैल 2022- 3 लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ढ़ेर
  • 11 अप्रैल 2022- 2 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ढ़ेर
  • 10 अप्रैल 2022- 2 लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ढ़ेर
  • 9 अप्रैल 2022- निसार डार, लश्कर-ए-तैयबा कमांडर
  • 6 अप्रैल 2022- सफत मुजफ्फर सोफी उर्फ मुआविया, अंसार गजवत उल-हिंद (AGUH)
  • 6 अप्रैल 2022- उमर तेली उर्फ तल्हा, लश्कर-ए-तैयबा
  • 10 मार्च 2022- मंजूर, LET/TRF कमांडर
  • 11 मार्च 2022- एक अन्य लश्कर आतंकी मारा गया.
  • 11 मार्च 2022- 2 जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी ढ़ेर
  • 16 मार्च 2022- LET/TRF के तीन आतंकी ढ़ेर
  • 30 मार्च 2022- LET/TRF के 2 लोकल आतंकी ढ़ेर
  • 2 फरवरी 2022- हिज्बुल मुजाहिदिन का 1 आतंकी ढ़ेर
  • 5 फरवरी 2022- LET/TRF का 2 आतंकी ढ़ेर
  • 25 फरवरी 2022- लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकी ढ़ेर
  • 4 जनवरी 2022- LET/TRF के 2 आतंकी ढ़ेर
  • 5 जनवरी 2022- जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकी ढ़ेर
  • 7 जनवरी 2022- जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकी ढ़ेर
  • 10 जनवरी 2022- अल-बदर के 2 आतंकी ढ़ेर
  • 12 जनवरी 2022- जैश-ए-मोहम्मद का 1 आतंकी ढ़ेर
  • 29 जनवरी 2022- जैश-ए-मोहम्म्द और लश्कर-ए-तैयबा के कुल 5 आतंकी ढ़ेर

घाटी में कश्मीरी पंडितों और गैर मुस्लिमों पर लगातार हो रहे हमले

  • 25 मई की शामः जम्मू-कश्मीर के बडगाम में आतंकवादियों ने एक टीवी अभिनेत्री अमरीना भट की गोली मारकर हत्या कर दी. इस हमले में अमरीना का 10 साल का भतीजा भी घायल हो गया. 35 साल की अमरीना को आतंकियों ने उसके घर में घुसकर गोली मारी. उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
  • 17 मई 2022: आतंकियों ने बारामूला जिले के दीवान बाग इलाके में नई खुली शराब की दुकान पर ग्रेनेड फेंक दिया जिसमें 52 साल के रंजीत सिंह की मौत हो गई और 3 लोग बुरी तरह से घायल हो गए
  • 12 मई 2022: बडगाम के चाडूरा तहसील में कार्यरत कर्मचारी राहुल भट की हत्या
    जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में आतंकियों ने तहसीलदार कार्यालय में घुसकर कश्मीरी पंडित कर्मचारी को गोली मार दी. इससे वह लहूलूहान होकर जमीन पर गिर पड़े.
  • 17 अप्रैल 2022: पुलवामा जिले के काकापोरा इलाके में आतंकी हमले में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के सब-इंस्पेक्टर देवराज घायल हो गये और श्रीनगर के अस्पताल में इलाज के दौरान 22 अप्रैल को उन्होंने अपनी जान गंवा दी.
  • 4 अप्रैल 2022- जम्मू-कश्मीर के शोपियां में कश्मीरी पंडित दुकानदार को आतंकियों ने मारी गोली. घायल युवक की पहचान शोपियां छोटेगांव निवासी बाल कृष्ण के रूप में हुई.
  • 5 अक्टूबर 2021 को एक कश्मीर पंडित और मशहूर फार्मेसी बिंदरू मेडिकेट के मालिक माखनलाल बिंद्रू की हत्या कर दी गई.
  • अज्ञात बंदूकधारियों ने 68 वर्षीय बिंद्रू पर उस वक्त गोलीबारी की थी, जब वह श्रीनगर के इकबाल पार्क इलाके के पास अपनी दुकान पर मंगलवार शाम करीब 7 बजे मौजूद थे. बिंदरू को कई गोलियां लगी थीं और अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई थी.
  • अक्टूबर 2021 माह में 18 दिनों में संदिग्ध आतंकियों ने घाटी में कुल 11 नागरिकों की हत्या की, इनमें से पांच प्रवासी मजदूर थे.

घाटी में आतंकी गतिविधि रोकने के सरकारी कदम
7 दिसंबर 2021 को लोकसभा में गृह मंत्रालय में राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने आतंकवाद के लिए वित्तपोषण के निम्नलिखित मामले राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपे हैं.

  • साल 2018 में कुल 18 मामले
  • साल 2019 में कुल 14 मामले
  • साल 2020 में कुल 23 मामले
  • साल 2021 में नवंबर तक कुल 9 मामले

प्रवर्तन निदेशालय ने लगभग 250 चल औऱ अचल संपत्तियों को कुर्क किया है, जिसका मुल्य करीब 881 करोड़ रूपये हैं. इसमें भारत में लगभग 677.73 करोड़ की संपत्तियां और विदेश में 203.27 करोड़ रूपये की संपत्तिया शामिल हैं. धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत कुल 24 अभियोजन शिकायतें (चार्ज शीट) दायर की गई हैं.

प्रवासी मजदुरों पर हमलों को रोकने के कदम
14 दिसंबर 2021 को लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने जानकारी दी कि प्रवासी मजदुरों पर किसी भी आतंकी हमले को रोकने के लिए सशक्त सुरक्षा और आसूचना ग्रिड मौजूद हैं. जिन क्षेत्रों में प्रवासी मजदूर कार्य करते हैं या रहते हैं, वहां दिन-रात नियंत्रण और गश्त तथा आतंकवादियों के विरुद्ध सक्रिय ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं.