सपा में चल क्या रहा है... अब सुखराम के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें

पीएम और सीएम की तारीफ करते हुए सांसद सुखराम ने कहा कि विधानसभा और विधान परिषद में सपा की हार का मुख्य कारण वरिष्ठ नेताओं से विचार-वीमर्श न करना संवादहीनता की स्थिति जिम्मेदार है.

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Nihar Saxena
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Sukhram Yadav

सुखराम सिंह यादव ने सीएम योगी से मुलाकात कर बढ़ाया सियासी पारा.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

प्रसपा-लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav)  के बाद अब समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सदस्य सुखराम सिंह यादव की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं. सुखराम सिंह यादव भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और मुख्यमंत्री योगी की जमकर तारीफ करने से पीछे नहीं रहे. अब उनके भी भाजपा में शामिल होने की चर्चा तेज हो गयी है. हालांकि सुखराम सिंह यादव (Sukhram Singh Yadav) ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है. हालांकि राजनीतिक गलियारों में ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि सपा के वरिष्ठ नेता सुखराम, जिनके पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से कथित तौर पर कुछ मतभेद हैं, पार्टी छोड़ने और भाजपा में जाने की तैयारी कर रहे हैं।

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पीएम और सीएम की करी तारीफ
पीएम और सीएम की तारीफ करते हुए सांसद सुखराम ने कहा कि विधानसभा और विधान परिषद में सपा की हार का मुख्य कारण वरिष्ठ नेताओं से विचार-वीमर्श न करना संवादहीनता की स्थिति जिम्मेदार है. उनका कहना था कि कहीं न कहीं यही पार्टी को पीछे ले गया है. उन्होंने साथ ही मुलायम सिंह के प्रति जवाबदेही बताते हुए कहा कि फिलाहाल वह सपा में ही हैं. सुखराम ने पत्रकारों से बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, मेरी पीएम मोदी और सीएम योगी से अलग-अलग मुलाकात हुई है. दोनों से मुलाकात में मैंने महसूस किया कि दोनों अभूतपूर्व क्षमता वाले लोग हैं. इनका कोई जोड़ नहीं है. यह कहने में मुझे कोई संकोच नहीं है.

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अखिलेश पर तंज कस की मुलायम की तारीफ
सुखराम सिंह ने मुलायम सिंह यादव की तारीफ करते हुए कहा कि मुलायम सिंह में सामंजस्य बनाए रखने की क्षमता थी, जबकि आज की लीडरशिप में ऐसा नहीं है. सपा सांसद की योगी से मुलाकात इसलिए भी मायने रखती है कि राज्यसभा में सुखराम का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है. हालांकि सपा सांसद ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि उनका कार्यकाल खत्म होने और उप्र के मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात के बीच कोई संबंध है. ज्ञात हो कि सुखराम सिंह यादव को मुलायम सिंह यादव व शिवपाल सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता है. मुलायम सिंह यादव की करीबी के कारण ही सपा ने सुखराम सिंह यादव को 2016 में राज्यसभा सदस्य मनोनीत किया था. राज्यसभा सदस्य और 2004 से 2010 तक विधान परिषद के सभापति रहे.

HIGHLIGHTS

  • अखिलेश के खिलाफ एक-एक कर बागी हो रहे सपा के दिग्गज
  • अब सुखराम सिंह यादव ने योगी से मुलाकात कर की तारीफ
  • अखिलेश पर तंज कस मुलायम सिंह यादव को बताया नेता
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