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नवरात्रि विशेष: दुनिया के 24 देशों की कमान नारी शक्ति के पास

जैसिंडा अर्डर्न और साना मरीन जैसी युवा महिलाएं है जो न्यूजीलैंड और फिनलैड में बतौर प्रधानमंत्री नेतृत्व कर रही है. दूसरी ओर, हांगकाग, ताइवान व नेपाल की राष्ट्राध्यक्ष ने कड़े फैसलों से अपनी अलग पहचान बनाई.

Updated on: 08 Oct 2021, 12:28 PM

नई दिल्ली :

देश में नवरात्रि की धूम हैं. लोग शक्ति की आराधना में लगे हुए हैं. आज की नारी शक्ति घर संभालने के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों की कमान भी थाम रखी हैं. दुनिया के 24 ऐसे मुल्क है जिसकी बागडोर महिलाओं के हाथों में है. इनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है. इन महिलाओं में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और जर्मनी की चांसलर एजिला मार्केल जैसी शख्सियत है जो लंबे वक्त से देश की बागडोर संभाल रही है. इसके साथ ही, जैसिंडा अर्डर्न और साना मरीन जैसी युवा महिलाएं है जो न्यूजीलैंड और फिनलैड में बतौर प्रधानमंत्री नेतृत्व कर रही है. दूसरी ओर, हांगकाग, ताइवान व नेपाल की राष्ट्राध्यक्ष ने कड़े फैसलों से अपनी अलग पहचान बनाई.

फिनलैंड : दुनिया के सबसे खुशहाल देश को चला रहीं साना मरीन

प्रधानमंत्री साना मैरिन फिनलैंड की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता हैं जो इस वक्त गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही हैं. उसका गठन चार ऐसे दलों को मिलाकर किया गया है, जिन सबकी बागडोर महिलाओं के हाथ में है. फिनलैंड ने जिस तरह से महामारी से निपटने की कोशिश की है, उसकी पूरी दुनिया में तारीफ हुई है. नवंबर 2020 तक, यूरोपीय देशों में फिनलैंड सबसे कम संक्रमण दर वाले देशों में एक है.

ताइवान: चीनी आक्रमकता के बीच ढाल बनकर खड़ीं राष्ट्रपति इंग- वेन

कोरोना से ताइवान बचाए रखने की सफलता ने पिछले साल साई इंग-बेन को दोबारा राष्ट्रपति बना दिया. 65 साल की इंग-बेन 2016 में ताइवान की पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं. चीन से अलग एक लोकतांत्रिक देश के तौर पर ताइवान की लड़ाई में राष्ट्रपति का पद बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है. उनके सफल कार्यकाल को इस बात से ही समझा जा सकता है कि चीनी आक्रमकता के बीच उन्होंने दोबारा जनता ने चुना. वह कई बार दोहरा चुकी हैं कि लोकतांत्रिक ताइवान चीन के नियम-कायदे कभी कबूल नहीं करेगा.

न्यूजीलैंड: साहसिक फैसलों के लिए चर्चित हैं प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न

न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न को हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण पर देश को बेहतर तरीके से संभालने के लिए जाना जाता है. 2020 में न्यूजीलैंड अकेला ऐसा देश था, जिसने कुछ वक्त के लिए कोरोना मुक्त तक घोषित कर दिया था. एबॉर्शन लॉ को उन्होंने महिलाओं के पक्ष में बदला और इसे अपराध की श्रेणी से बाहर किया.

नेपाल: विद्या देवी भंडारी ने संभाल रखी हैं कमान

पहली महिला राष्ट्रपति 60 वर्षीय राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी नेपाल के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली महिला राष्ट्रपति हैं. वह नेपाल रक्षा मंत्रालय में पूर्व रक्षा मंत्री रह चुकी हैं. भूतपूर्व राजनीतिज्ञ व कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल की नेता को 549 में से 327 वोट से राष्ट्रपति चुना गया.

इन देशों को चला रही हैं नारी शक्तियां

हांगकांग, ताइवान, बांग्लादेश, चिली, क्रोइटिया, एस्टोनिया, जर्मनी, लिबेरिया, लिथुआनिया, माल्टा, मॉरिशस, नेपाल, नॉर्वे, पोलैंड, स्विटजरलैंड.

डब्लूटीओ पहली महिला महानिदेशक मिली 

फरवरी में 67 वर्षीय नाइजीरिया की डॉ. एनगोज़ी ओकोंजो इविएला को विश्व व्यापार संगठन की महानिदेशक बनाया गया. 1945 में संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के बाद से अबतक इसका नेतृत्व किसी महिला के हाथ में नहीं रहा है.