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PM Narendra Modi( Photo Credit : File Photo)
9 years of Modi Government : देश में मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो गए हैं. 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने भारत को कई ऊंचाई पर पहुंचाया है. पीएम मोदी की अगुवाई में देश ने आसमान से लेकर धरती तक और सैन्य से लेकर सामरिक क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं. मोदी सरकार ने देश की सुरक्षा पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है. यही वजह है कि केंद्र ने इन 9 सालों में फाइट प्लेन राफेल से लेकर एयर डिफेंस सिस्टम एस 400 तक ऐसे 5 बड़े रक्षा सौदे किए हैं, जिससे भारत की सैन्य शक्ति बढ़ी है. आज भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन भी भारत की सैन्य शक्ति से घबराता है.
राफेल लड़ाकू विमान
मोदी सरकार ने सितंबर 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमान के लिए फ्रांस से 58 हजार करोड़ रुपये का डील किया था. पाकिस्तान और चीन के पास राफेल फाइटर प्लेन की टक्कर का कोई भी लड़ाकू विमान नहीं है.
एयर डिफेंस सिस्टम S 400
भारत सरकार ने साल 2018 में रूस से 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर में एयर डिफेंस सिस्टम एस 400 पांच यूनिट्स खरीदने का सौदा किया था. विश्व का सबसे बेहतर एयर डिफेंस सिस्टम 400 किमी तक अटैक कर सकता है और आकाश में 600 किमी तक नजर रखता है.
तेजस लड़ाकू विमान
भारत के रक्षा मंत्रालय ने साल 2021 में हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से 48 हजार करोड़ रुपये में 83 लड़ाकू विमान तेजस Mk-1A खरीदने का फैसला किया था. यह लड़ाकू विमान एक इंजन वाला है.
अपाचे और चिनूक हेलीकॉप्टर
साल 2018 में मोदी सरकार ने अमेरिका की सरकार और बोइंग कंपनी से 3 बिलियन डॉलर में 22 अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और 15 चिनूक हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला किया था. हवाई हमले में अपाचे हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल होता है, जबकि जंग के मैदान में सैनिकों और हथियारों को पहुंचाने में चिनूक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल होता है.
C 295 प्लेन
साल 2021 में मोदी सरकार ने एयरबस से 56 विमान खरीदा था, जिनमें से 16 विमान तुरंत मिल गए थे, जबकि 40 विमान देश में बनेंगे. इंडियन एयर फोर्स के लिए सहायक ट्रांसपोर्ट विमान भी बहुत जरूरी है, जिसमें टैंकर, अवाक्स और ट्रांसपोर्ट प्लेन आते हैं. अगर आसमान में कोई विमान उड़ रहा होता है तो उसमें टैंकर विमान इंधन भरता है. दुश्मनों के लड़ाकू विमानों का पता अवाक्स सिस्टम वाले विमान लगाते हैं. सैनिकों और साजो सामान को ढ़ोना का काम ट्रांसपोर्ट विमान का है.
Source : Deepak Pandey