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काशी-अयोध्या की तरह मथुरा का होगा कायाकल्प, क्या है ब्रज तीर्थ विकास परिषद

सीएम योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड परिषद की बैठक की और विकास कार्यों की समीक्षा की. आइए, सीएम योगी के दो दिवसीय मथुरा दौरा और ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड परिषद के बारे में विस्तार से जानते हैं. 

Updated on: 07 Jun 2022, 03:23 PM

highlights

  • सीएम योगी आदित्यनाथ ने ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड परिषद की बैठक की
  • योगी आदित्यनाथ ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर करीब 15 मिनट तक पूजा की
  • परिषद की बैठक में ब्रज क्षेत्र की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं पर चर्चा हुई

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में अयोध्या के श्रीरामजन्मभूमि मंदिर (Sri ram Janmbhumi Temple Ayodhya ) और काशी स्थित बाबा विश्वनाथ कॉरीडोर ( Kashi Vishwanath Corridor ) के भव्य निर्माण के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( CM Yogi Adityanath) ने मथुरा में दो दिन बिताए. इस दौरान उन्होंने सबसे ज्यादा समय श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर ( Sri Krishna janmbhumi Temple Mathura) और उससे जुड़े विकास योजनाओं की प्रगति को देखने में दिया. हाल ही में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर मथुरा और शाही ईदगाह का मुद्दा चर्चा में रहा. फिलहाल यह मामला मथुरा कोर्ट में विचाराधीन है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड परिषद ( Uttar Pradesh Braj Teerth Vikas Parishad ) की बैठक की और विकास कार्यों की समीक्षा की. आइए, सीएम योगी के दो दिवसीय मथुरा दौरा और ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड परिषद के बारे में विस्तार से जानते हैं. 

श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर ठाकुरजी के दर्शन से शुरुआत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार के मथुरा के दो दिवसीय दौरे पर आए थे. आज मुख्यमंत्री के दौरे का दूसरा और अंतिम दिन था. उन्होंने दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर ठाकुरजी के दर्शन के साथ की. सीएम योगी ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि, मथुरा पहुंचने के बाद सर्वप्रथम भगवान केशव देव मां जोगमाया और गर्भ ग्रह में भगवान श्रीकृष्ण का पूजन किया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया. इसके बाद उन्होंने गर्भगृह और योगमाया मंदिर में दर्शन किए. यहां से भागवत भवन में पहुंचे. मुख्यमंत्री करीब 15 मिनट तक श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर रहे. मंदिर प्रबंधकों की ओर से सीएम योगी आदित्यनाथ को भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति भेंट की गई.

भक्त कवि रसखान और ताज बीबी की समाधि का जायजा

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा को मुक्त कराने के लिए कोर्ट में लगातार याचिकाएं और प्रार्थना पत्र दिए जा रहे हैं. कोर्ट में सुनवाई की जा रही है. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ का दौरा बहुत ही अहम माना जा रहा है. श्रीकृष्ण जन्मस्थान में दर्शन के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ब्रज तीर्थ विकास परिषद की बैठक में बतौर अध्यक्ष शामिल होने के लिए गोकुल स्थित श्रीकृष्ण भक्त कवि रसखान की समाधि स्थल रवाना हो गए. करीब डेढ़ घंटे तक चलने वाली उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे. उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक भी की. 

दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार पहुंचे मथुरा 

दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार मथुरा आए थे. सोमवार को ठाकुर श्रीबांकेबिहारी की नगरी वृंदावन पहुंचे थे. यहां उन्होंने  श्रीबांकेबिहारी के दर्शन किए. विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के दौरान उन्होंने रामकृष्ण मिशन सेवा संस्थान के कैथलैब का उद्घाटन किया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोकुल स्थित रसखान समाधि स्थल और ताज बीबी मकबरे सहित पूरे परिसर का भ्रमण किया और वहां पौधे लगाए. इसके बाद उन्होंने बरसाना के राधा रानी मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की.

ब्रज तीर्थ विकास परिषद की बैठक में प्रस्ताव

उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की बैठक में ब्रज क्षेत्र की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं पर चर्चा हुई. नेशनल हाईवे प्राधिकरण द्वारा पांच हजार करोड़ की लागत से बनने वाले ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग और मथुरा-वृंदावन रेल मार्ग का हेरिटेज पथ के रूप में विकसित किए जाने का प्रस्ताव भी शामिल है. ब्रज तीर्थ विकास परिषद की इन दोनों ही योजनाएं पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय धनराशि लगाने को तैयार है. मुख्यमंत्री के समक्ष करीब चार हजार करोड़ की लागत वाली एलिवेटेड रोड के निर्माण का प्रस्ताव भी रखा गया. यह रोड नेशनल हाईवे-19 के साथ यमुना एक्सप्रेसवे को वृंदावन, मथुरा, गोकुल और ब्रह्मांडघाट से भी जोडे़गी. करीब 45 किलोमीटर का यह दायरा मथुरा के लिए विकास की नई सौगात साबित होगा, जिसे यमुना किनारे यमुना एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे के मध्य प्रस्तावित किया गया है. साथ ही यमुना नदी के शुद्धिकरण को लेकर वार्ता हुई. 

उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद क्या है

काशी के कायाकल्प और अयोध्या में बड़ी परियोजनाओं पर तेजी से चल रहे काम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर ब्रज क्षेत्र के विकास पर भी है. मथुरा-वृ़ंदावन-गोकुल-बरसाना सहित ब्रज के सभी तीर्थ स्थलों को सुंदर और आकर्षक बनाने पर मुख्यमंत्री ने जोर दिया है. इस महात्वाकांक्षी परियोजना को  गुणवत्तापूर्ण ढंग से समय पर पूरा करने के लिए पांच साल पहले उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया था. उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के एक्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष हैं. उपाध्यक्ष को मुख्य सचिव का दर्जा प्राप्त है. इसके अलावा 18 से अधिक विभागों के प्रमुख सचिव के साथ कमिश्नर आगरा और मथुरा के डीएम भी इसके सदस्य के रूप में शामिल हैं.

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जवाहरबाग में 9 करोड़ की लागत से बन रहा ऑफिस

धार्मिक पृष्ठभूमि के जिले मथुरा में विकास से संबंधित योजना का खाका परिषद ही तय करती है.  सभी विभागों से तालमेल करके उसे विकसित किया जाता है. मौजूदा समय में जिले में करीब 500 करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं. परिषद की योजनाओं में पर्यटन को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान रखा जाता है. ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नगेंद्र प्रताप ने बताया कि करीब नौ करोड़ की लागत से जवाहरबाग के बाहरी हिस्से में बन रहा परिषद का तीन मंजिला कार्यालय भवन फरवरी 2023 तक तैयार हो जाएगा.