यूपी सरकार में गेहूं खरीद में नया कीर्तिमान, किसानों को मिला 2,508 करोड़ का भुगतान
Sunjay Kapur Funeral: पिता को अंतिम विदाई देते दिखे करिश्मा कपूर के बेटे, शमशान घाट से तस्वीरें आई सामने
विकसित भारत बनाने के लिए बढ़ानी होगी किसानों की आय : सीआर पाटिल
राजस्थान : जैसलमेर में गर्मी से लोग बेहाल, चार दिन हीटवेव की चेतावनी
बिहार सरकार मंत्री और ठेकेदारों के लिए कर रही काम : कृष्णा अल्लावरु
IND vs ENG: 'मैंने सबसे पहले पटौदी फैमिली को दी थी जानकारी', तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी नाम रखने पर सचिन का आया बयान
रेलिंग से बाहर आकर गार्डनिंग करती महिला का वीडियो वायरल, देख लोगो ने पकड़ लिया माथा
'नए बकरे की तलाश', धनश्री वर्मा ने जिम के कपड़ों में फोटोज की अपलोड, तो लोगों ने सोशल मीडिया पर कही ऐसी बात
असीम मुनीर और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के क्या हैं मायने? ये है अमेरिका की रणनीतिक चाल

तीन तलाक पर हंगामे के बीच राज्यसभा 2 जनवरी तक के लिए स्थगित

केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि सरकार को तीन तलाक विधेयक पर राज्यसभा में सभी दलों से सहयोग मिलने की उम्मीद है.

केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि सरकार को तीन तलाक विधेयक पर राज्यसभा में सभी दलों से सहयोग मिलने की उम्मीद है.

author-image
Deepak Kumar
एडिट
New Update
तीन तलाक पर हंगामे के बीच राज्यसभा 2 जनवरी तक के लिए स्थगित

तीन तलाक विधेयक पर बोली विपक्ष, प्रवर समिति के पास भेजे बिल (एएनआई)

केंद्र सरकार द्वारा राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक पेश करने से पहले विपक्षी दलों ने सोमवार को एक बैठक की और विधेयक को आगे के विचार-विमर्श के लिए प्रवर समिति को सौंपने की मांग करने का फैसला किया. राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद की अध्यक्षता में संसद भवन के उनके चैंबर में बैठक हुई, जिसमें समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ'ब्रायन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा और केरल कांग्रेस के जोस के मणि सहित 12 विपक्षी दलों के नेताओं ने भाग लिया.

Advertisment

बैठक में मौजूद सूत्रों ने कहा कि बैठक में शामिल अधिकांश दलों ने कहा कि विधेयक को प्रवर समिति को भेजे जाने की जरूरत है.

द्रमुक नेता व राज्यसभा सदस्य के कनिमोझी ने कहा कि उनकी पार्टी का रुख तीन तलाक के 'अपराधीकरण' के खिलाफ पहले जैसा बना हुआ है. 

उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'हम तलाक बोलने पर जेल की सजा के विरोध में हैं. यहां तक कि इस्लामिक सिद्धांत भी तत्काल तीन तलाक की अनुमति नहीं देते हैं. हम विधेयक के खिलाफ मतदान करेंगे और यह द्रमुक का रुख है कि इसे (विधेयक को) विचार के लिए प्रवर समिति को भेजा जाए.'

तेलुगू देशम पार्टी (TDP) प्रमुख व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अपने सभी सांसदों से मुसलमानों के उत्पीड़न को रोकने की अपील की. 

उन्होंने कहा, "सभी विपक्षी दलों को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मुस्लिम विरोधी रवैये के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना चाहिए. सरकार द्वारा जबरन तीन तलाक विधेयक लागू करने की कोशिश करना धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्रीय अखंडता के लिए एक खतरा है."

सरकार यह जानते हुए कि राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक पारित होना आसान नहीं है, इसे प्राथमिकता देते हुए सोमवार को ऊपरी सदन में लेकर आई. 

मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2018 को ऊपरी सदन में सूचीबद्ध किया गया है, जहां विपक्ष की संख्या अधिक है और BJP के प्रति मित्रता का रुख रखने वाली पार्टी अन्नाद्रमुक ने भी इस विधेयक का विरोध किया है.

लोकसभा में यह विधेयक कांग्रेस, अन्य विपक्षी दलों के विरोध व अन्नाद्रमुक के वॉक आउट के बावजूद पारित हो चुका है और सरकार ने इसे प्रवर समिति के पास भेजने से इनकार कर दिया था.

कांग्रेस के अलावा, अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी लोकसभा में विधेयक का विरोध किया. इस दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन में BJP अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक बैठक भी की. 

और पढ़ें- क्या राज्यसभा में तीन तलाक पर मोदी सरकार को मिलेगा समर्थन, जानें क्या है समीकरण...

भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस ने अपने राज्यसभा सदस्यों को व्हिप जारी किया है. राज्यसभा में बहुमत नहीं होने की स्थिति में BJP को विधेयक पारित होने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.

Source : News Nation Bureau

talaq e biddat Triple Talaq triple talaq bill Ravi Shankar Prasad muslim women protection bill triple talaq bill rajya sabha india-news
      
Advertisment