logo-image

लताजी ने सावरकर का किया था खुला समर्थन, विरोधियों को कहा था नादान

28 मई को सावरकर की जयंती के मौके पर लता ने ट्वीट किया था, जो लोग सावरकर जी के विरोध में बोल रहे हैं वे नहीं जानते कि सावरकर जी कितने बड़े देशभक्त और स्वाभिमानी थे.

Updated on: 06 Feb 2022, 12:19 PM

highlights

  • वीर सावरकर जयंती पर ट्वीट कर किया था समर्थन
  • बताया था बहुत बड़े देशभक्त और स्वाभिमानी शख्स
  • उद्धव ठाकरे ने भी किया था लताजी के ट्वीट का समर्थन

नई दिल्ली:

जिस वक्त वीर सावरकर को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में कई सालों से तलवारें खिंची हुई हों, उसके शुरुआती दौर में ही स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने न सिर्फ वीर सावरकर का खुल कर समर्थन किया था, बल्कि विरोध करने वालों की अज्ञानता पर सवाल उठाते हुए नादान तक करार दिया था. स्वर कोकिला के निधन पर सोशल मीडिया पर इस तरह के तमाम कमेंट शेयर हो रहे हैं. वैसे भी लताजी कई मौकों पर वीर सावरकर अपने परिवार के नजदीकी रिश्तों को जाहर कर चुकी थीं.

बताया था देशभक्त और स्वाभिमानी
लता मंगेशकर ने कई साल पहले सावरकर जयंती पर एक ट्वीट किया था. लता इससे पहले भी सावरकर का विरोध करने वालों को नादान बता चुकी हैं. 28 मई को सावरकर की जयंती के मौके पर लता ने ट्वीट किया था, जो लोग सावरकर जी के विरोध में बोल रहे हैं वे नहीं जानते कि सावरकर जी कितने बड़े देशभक्त और स्वाभिमानी थे. उस समय लता मंगेशकर के ट्वीट के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने लता जी के समर्थन में ट्वीट किया था.

रविवार सुबह हुआ स्वर कोकिला का निधन
गौरतलब है कि भारत रत्‍न से सम्‍मानित लता मंगेशकर का रविवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में निधन हो गया. कोरोना संक्रमण के बाद उनकी तबियत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था. वह 92 वर्ष की थीं. लता मंगेशकर ने करीब पांच दशकों से अधिक समय तक हिंदी सिनेमा में गायिकी के क्षेत्र में एकछत्र राज किया. उन्होंने हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं में तकरीबन 30 हजार से अधिक गाने गाए. उनकी मौत की खबर मिलते ही सभी क्षेत्रों से श्रद्धांजलि का तांता लग गया है. बहन उषा मंगेशकर ने उनकी निधन की खबर साझा की.