logo-image

10 लाख अतिरिक्त लोग जुटेंगे लंदन में, 6 देशों को निमंत्रण नहीं... 2 हजार गणमान्य व्यक्ति...

महारानी के सोमवार को होने वाले अंतिम संस्कार जो इंतजाम किए जा रहे हैं, उनसे जुड़े नंबर दांतों तले अंगुलियां दबाने को मजबूर कर रहे हैं. एक नजर आप भी डालें महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार की तैयारियों से जुड़ी संख्याओं पर...

Updated on: 18 Sep 2022, 06:41 PM

highlights

  • महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार ने लंदन में पैदा की सुरक्षा चुनौतियां
  • रूस, बेलारूस, म्यामांर समेत छह देशों को नहीं भेजा गया अंतिम संस्कार का निमंत्रण
  • एक ही दिन में इतने शाही सदस्यों और वैश्विक नेताओं का जमावड़ा कई दशकों बाद

नई दिल्ली:

अधिकांश ब्रिटेनवासियों के लिए सोमवार 19 सितंबर का दिन दो-तरफा चुनौती लेकर आएगा. एक तो वह ब्रिटेन पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को भावभीनी विदा देंगे. दूसरी तरफ अपनी प्रिय महारानी के अंतिम दर्शन करना भी उनके लिए मुहाल बन सकता है. इसकी बड़ी वजह बनेगा लंदन में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त. एक अनुमान के मुताबिक सोमवार को लंदन (London) में सिर्फ दस लाख लोग महारानी को अंतिम विदाई देने के लिए जुट सकते हैं. तमाम बड़े वैश्विक नेताओं की उपस्थिति से लंदन पुलिस के लिए उनकी सुरक्षा और उस पर दसियों लाख की भीड़ संभालना बेहद कठिन चुनौती बन कर उभर रहा है. लंदन के मेयर सादिक खान (Sadiq Khan) भी मान रहे हैं कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का राजकीय अंतिम संस्कार एक अभूतपूर्व सुरक्षा चुनौती है. वह मानते हैं कि दशकों बाद विश्व के इतने सारे नेता एक जगह पर एकत्र हो रहे हैं, जो अभूतपूर्व स्थिति है और हमें सुरक्षा के मोर्चे पर कई भारी चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है. ऐसे में जो इंतजाम किए जा रहे हैं, उनसे जुड़े नंबर दांतों तले अंगुलियां दबाने को मजबूर कर रहे हैं. एक नजर आप भी डालें महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार की तैयारियों से जुड़ी संख्याओं पर...

2000
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार पर लंदन में दो हजार से अधिक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे. इनमें ब्रिटेन के नए सम्राट चार्ल्स तृतीय से लेकर यूरोप भर के अन्य शाही परिवारों के सदस्यों के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से लेकर अन्य वैश्विक नेता शामिल हैं. इन सभी की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने की पूरी तैयारी की गई है.

5,949
8 सितंबर को महारानी के स्कॉटलैंड में निधन के बाद सिर्फ लंदन में 5,949 ब्रिटिश सैनिकों की तैनाती की जा चुकी है.

1,650
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार के बाद वेस्टमिंस्टर एब्बे से वेलिंगटन आर्क तक रानी के ताबूत के जुलूस में शामिल सैन्यकर्मियों की संख्या.

10,000
से ज्यादा अधिकारी हुगली कॉम्प्लेक्स पर तैनात रहेंगे ताकि अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आए. लंदन पुलिस फोर्स के इतिहास में इतना बड़ा जमावड़ा आज तक नहीं हुआ है. 

22
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मध्य लंदन में 22 मील लंबाई की बैरिकेडिंग की जा चुकी है. 

10
एक अनुमान लगाया गया है कि महारानी के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए सोमवार को लंदन में 10 लाख से अधिक लोग आ सकते हैं. 

5
वेस्टिंस्टर एब्बे में रखे महारानी के ताबूत के अंतिम दर्शन करने के लिए एकत्र हुई भीड़ की कतार 5 मील लंबी रही है.

125
महारानी के अंतिम संस्कार का सजीव प्रसारण दिखाने के लिए 125 सिनेमा घरों की मदद ली जाएगी.

2
महारानी के अंतिम संस्कार के बाद दो मिनट का मौन रखा जाएगा.


आधा दर्जन देशों को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने का निमंत्रण ब्रिटिश शाही परिवार की ओर से नहीं भेजा गया. इनमें रूस सबसे ऊपर है, क्योंकि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से ब्रिटेन के द्विपक्षीय संबंध सामान्य नहीं रह गए हैं. हालांकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी पर अपना बधाई संदेश प्रेषित किया था. यूक्रेन से युद्ध में रूस का समर्थन करने की वजह से बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको को भी निमंत्रण नहीं भेजा जगया है. म्यांमार में पिछले साल तख्ता पलट की वजह से सैन्य जुंता को नहीं बुलायाय गया. इसी तरह सीरिया, वेनेंजुएला और अफगानिस्तान को भी महारानी केअंतिम संस्कार का आमंत्रण नहीं दिया गया.

2
इन आधा दर्जन देशों के अलावा उत्तरी कोरिया और निकारागुआ दो ऐसे देश हैं, जिनके राजदूतों को ही अंतिम संस्कार का निमंत्रण प्रेषित किया गया.

ये तैयारियां अलग से
कई हाईटेक कंट्रोल रूम
लैंबेथ ब्रिज के कमांड सेंटर के अलावा कई जगह पर हाईटेक कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं ताकि सुरक्षा व्यवस्था पर बराबर नजर बनाए रखी जा सके. 

डस्टबिन और ड्रैनज सील
लंदन की सड़कों से जुड़े नालों और डस्टबिंस की अच्छे से तलाशी के बाद सील किया जा चुका है. 

छतों पर स्नाइपर्स तैनात
सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी किसी आक्समिक या अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए छतों पर स्नाइपर्स तैनात किए गए हैं. सड़कों पर जासूसी कुत्ते घूम रहे हैं, तो घुड़सवार पुलिस के दस्तों को भी जगह-जगह तैनात किया जा चुका है. 

ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी
लंदन पुलिस ने लंदन के आसमान पर ड्रोन उड़ाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है.