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Sippy Sidhu Case: जज की बेटी प्रेम में बनी कातिल, ऐसे खुला हत्या का राज !

जज की बेटी कल्याणी सिंह को बुधवार (15 जून) को चंडीगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के शूटर सिप्पी सिद्धू की हत्या में गिरफ्तार किया गया था.

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Pradeep Singh
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सिप्पी सिद्धू( Photo Credit : News Nation)

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यह कहानी नहीं हकीकत है. हाई कोर्ट के एक जज की बेटी और हाई कोर्ट के जज के पोते का प्यार परवान चढ़ा. दोनों ने एक दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें खाईं. लेकिन कसम और वादे के बीच परिवार आ गया. दोनों की शादी नहीं हो पाई. इसके बाद प्यार में धोखा खाई प्रेमिका प्रेमी के खून की प्यासी बन गयी. अतंत: उसने प्रेमी सुखमनप्रीत सिंह (उर्फ सिप्पी सिद्धू) को भाड़े के हत्यारों से हत्या करा दी. दरअसल, कल्याणी सिंह और सुखमनप्रीत सिंह (उर्फ सिप्पी सिद्धू) करीबी रिश्ते में थे, और वह उससे शादी करना चाहती थी.लेकिन, सिप्पी सिद्धू के माता-पिता ने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था. जिसके बाद सिद्धू ने कल्याणी की कुछ तस्वीरें उसके माता-पिता और दोस्तों को लीक कर दीं जिससे वह शर्मिंदा हो गई. 

जज की बेटी कल्याणी सिंह को बुधवार (15 जून) को चंडीगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के शूटर सिप्पी सिद्धू की हत्या में गिरफ्तार किया गया था, पीड़िता सिद्धू के साथ रोमांटिक रिश्ते में थी, जो अंततः मंजिल तक नहीं पहुंची. कल्याणी सिंह की रिमांड की मांग करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा एक विशेष अदालत के समक्ष किए गए एक आवेदन में यह खुलासा हुआ.कल्याणी सिंह हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना सिंह की बेटी हैं और वह चंडीगढ़ के एक कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थीं.

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सीबीआई ने कहा, कल्याणी सिंह और सुखमनप्रीत सिंह (उर्फ सिप्पी सिद्धू) एक करीबी रिश्ते में थे,और वह उससे शादी करना चाहती थी. लेकिन उसके प्रस्ताव को सिप्पी सिद्धू के माता-पिता ने खारिज कर दिया, इसके अलावा सिप्पी सिद्धू ने अपनी कुछ तस्वीरें उसके माता-पिता और दोस्तों को लीक कर दीं और इससे उसके परिवार और उसे शर्मिंदा होना पड़ा.

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश के पोते और एक प्रसिद्ध वकील के बेटे सिप्पी सिद्धू को 20 सितंबर, 2015 को "शॉर्ट गन बन्दूक" से चार बार गोली मारी गई थी और अगली सुबह उनका शव मिला था.वह एक राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज थे जिन्होंने मोहाली में अपनी खुद की लॉ फर्म शुरू की थी.

उस समय सिद्धू के परिवार ने संदिग्ध महिला की भूमिका का आरोप लगाया था.इसके बाद स्थानीय पुलिस ने कल्याणी सिंह से पूछताछ की. पीड़िता के परिजनों ने न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद, पंजाब के राज्यपाल, जो चंडीगढ़ यूटी प्रशासक के रूप में भी कार्य करते हैं, ने मामले में हस्तक्षेप करने के बाद 2016 में मामला सीबीआई को सौंप दिया था.

सीबीआई ने विशेष अदालत को बताया कि 20 सितंबर, 2015 को हुई हत्या से दो दिन पहले, उसने अन्य लोगों के मोबाइल फोन का उपयोग करके सिप्पी सिद्धू से संपर्क किया था और उसे चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के एक पार्क में उससे मिलने के लिए "मजबूर" किया था. वे उस पार्क में 18 से 20 सितंबर के बीच मिले थे.

जिस दिन उसकी हत्या की गई, उस दिन सीबीआई को सबूत मिले थे कि वह शाम को सिप्पी सिद्धू के साथ थी. सीबीआई ने अदालत को बताया “जांच में आगे पता चला है कि एक अज्ञात हमलावर और कल्याणी सिंह ने सिप्पी सिद्धू को आग्नेयास्त्रों का उपयोग करके मार डाला.इसके बाद, दोनों को मौके से भागते देखा गया. ”

लंबे समय से सीबीआई को हत्या में कल्याणी सिंह की भूमिका पर संदेह था क्योंकि उनकी जांच के दौरान उन्हें पता था कि "एक महिला सिद्धू के हत्यारे के साथ थी."

हालांकि, सीबीआई के पास उन पर आरोप लगाने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं थे. सीबीआई ने इस मामले में 2020 में एक "अनट्रेस्ड रिपोर्ट" दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि उनके पास उन पर आरोप लगाने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं, लेकिन "उस पर मजबूत संदेह" के कारण जांच जारी रखने की अनुमति मांगी.

उसी साल सितंबर में, सीबीआई ने एक अखबार में विज्ञापन देकर सुराग देने वालों को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की.विज्ञापन में कहा गया है कि यह मानने का कारण है कि हत्या के समय सिप्पी के हत्यारे के साथ एक महिला भी थी.और, कि यदि महिला निर्दोष है तो उसे सीबीआई से संपर्क कर अपने को निर्दोष साबित करने का अवसर मिल रहा है. "अन्यथा यह मान लिया जाएगा कि वह अपराध की पक्षकार थी."  

दिसंबर 2021 में सीबीआई ने इनाम को बढ़ाकर 10 लाख कर दिया.अंत में अपने निष्कर्षों के आधार पर सीबीआई ने  कल्याणी सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया और उसे गिरफ्तार कर लिया क्योंकि वह अपने जवाबों में कथित रूप से टालमटोल कर रही थी.सीबीआई ने अब उसे 10 दिन की रिमांड पर मांगा है लेकिन कोर्ट ने उसे चार दिन का समय दिया है. सीबीआई ने अदालत से कहा कि उन्हें उससे पूछताछ करने और यह पता लगाने के लिए कि क्या अपराध में अन्य लोग भी शामिल थे, औऱ हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार और वाहन कहां हैं.  

HIGHLIGHTS

  • सीबीआई को हत्या में कल्याणी सिंह की भूमिका पर संदेह था
  • कल्याणी सिंह और सुखमनप्रीत सिंह करीबी रिश्ते में थे
  • पूर्व न्यायाधीश के पोते और एक प्रसिद्ध वकील के बेटे सिप्पी सिद्धू

 

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