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गति शक्ति योजना: इन पर 2025 तक लक्ष्य पूरा करने की जिम्मेदारी

गति शक्ति योजना: रेलवे को हाईस्पीड ट्रेन के रूट और निर्माण कार्य को गतिशक्ति नेशनल एक्शन प्लान के तहत पूरा करना होगा. रोड ट्रांसपोर्ट मंत्रालय के तहत चल रहे भारत माला प्रोजेक्ट के लिए भी गतिशक्ति के तहत इसको पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

Updated on: 15 Oct 2021, 10:21 AM

highlights

  • करीब 100 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स को तय समय पर पूरा करना होगा
  • रेलवे प्रोजेक्ट के तहत 500 कार्गो टर्मिनल्स का निर्माण किया जाएगा

नई दिल्ली:

Gati Shakti Plan 2021: गति शक्ति योजना के तहत मंत्रालयों को एक एक करके काम लक्ष्य और समय सीमा के तहत दिया जा रहा है. न्यूज नेशन को मिली महत्वपूर्ण जानकारी के मुताबिक इनमें 7 मंत्रालयों का काम काफी अहम होने वाला है जिसमें करीब 100 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स को तय समय पर पूरा करना होगा. रेलवे और रोड ट्रांसपोर्ट और शिपिंग मंत्रालय की इसमें सबसे बड़ी भूमिका है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस वार्ता करके मंत्रालय के कुछ अहम गतिशक्ति प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी है. न्यूज नेशन से रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव ने ख़ास बातचीत में गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान में रेलवे की भूमिका को विस्तार से बताया है.

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उन्होंने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट के तहत 500 कार्गो टर्मिनल्स का निर्माण किया जाएगा. ये टर्मिनल रेलवे, सड़क और कहीं कहीं पोर्ट्स से पूरी तरह इंटेग्रेटेड कनेक्ट रहेंगे. इस प्रोजेक्ट को 2024-25 तक पूरा किया जाना है. इसके साथ पैसेंजर्स के लिए भी पैसेंजर्स टर्मिनल तैयार किये जाएंगे जिसमें इंटेग्रेटेड सभी सुविधाएं होंगी. मसलन ऐसे टर्मिनल जिसमें यात्री को ट्रेन पकड़नी है तो उसे उस टर्मिनल से ही रेलवे की सुविधा मिलेगी. हवाई सफर करना है तो उसी टर्मिनल से होते हुए वो एयरपोर्ट जा सके. लक्ष्य है कि अगले 3 सालों में 200 मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब तैयार कर लिए जाएंगे. इसके साथ रेलवे मंत्रालय को 1600 मिलियन टन  कार्गो का लक्ष्य दिया गया है जिससे आने वाले समय में यात्री और कार्गो को बिल्कुल अलग अलग किया जा सके.

इसके साथ रेलवे को हाईस्पीड ट्रेन के रूट और निर्माण कार्य को भी गतिशक्ति नेशनल एक्शन प्लान के तहत पूरा करना होगा. रोड ट्रांसपोर्ट मंत्रालय के माध्यम से चल रहे भारत माला प्रोजेक्ट के लिए भी गतिशक्ति के तहत इसको पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इसके लिए मंत्रालय को 2 लाख किलोमीटर रुट को पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है जिसे 2025 तक पूरा करना होगा.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पास भी है अहम ज़िम्मेदारी
गतिशक्ति नेशनल एक्शन प्लान में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिए भी बड़े प्रोजेक्ट्स की ज़िम्मेदारी है. इसके तहत मंत्रालय को देशभर में हवाई सेवाओं के लिए एयरपोर्ट्स का निर्माण और संचालन करने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके तहत 220 एयरपोर्ट, हेलीपैड के साथ इनलाइन वाटर एयर वेज़ तैयार करने का लक्ष्य है जिसे तय समय पर पूरा किया जाना है.

बाकी मंत्रालयों के पास क्या क्या काम?

  • ऊर्जा मंत्रालय भी गतिशक्ति में अहम रोल निभाने वाला है इसके लिए मंत्रालय को पावर ट्रांसमिशन नेटवर्क को 4.5 लाख सर्किट किलोमीटर का लक्ष्य दिया गया है
  • पेट्रोलियम मंत्रालय को 17 हज़ार किलोमीटर की अतिरिक्त गैस पाइपलाइन के विस्तार का लक्ष्य
  • स्वास्थ्य मंत्रालय भी गतिशक्ति में शामिल है जिसे 109 फार्मा और मेडिकल डिवाइस क्लस्टर तय समय में तैयार करने होंगे
  • टेलिकॉम मंत्रालय को देश के कोने कोने में फाइबर ऑप्टिक्स केबिल्स का जाल बिछाने के लक्ष्य के साथ देश के सभी गांव में इंटरनेट की सुविधा पहुंचाने का लक्ष्य गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत दिया गया है
  • इसके अलावा रक्षा छेत्र को मेक इन इंडिया के तहत मज़बूत करने के लिए 2 डिफेंस कॉरिडोर और 11 इंडस्ट्रियल कॉरिडोर तैयार करने का लक्ष्य तय किया गया है
  • फूड मिनिस्ट्री 197 मेगा फ़ूड पार्क तैयार करेगी तो वहीं फिशरीज़ के लिए 202 फ़िशिंग क्लस्टर बनाने का लक्ष्य दिया गया है

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गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान समय समय पर होगी समीक्षा
गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के अंतर्गत जितने भी प्रोजेक्ट हैं उनकी समय समय पर समीक्षा बैठक भी होगी जिससे काम तय समय पर पूरा होने में किसी तरह की अड़चन न आ सके, ये सभी प्रोजेट्स को 2024-25 तक का समय निर्धारित किया गया है.