logo-image

Exclusive: कोरोना योद्धा, मरीजों के साथ हाथ में तिरंगा लेकर बोले- हम होंगे कामयाब

देश आजादी का उत्सव मना रहा है, लेकिन एक आजादी की लड़ाई अभी जारी है. इस लड़ाई को जीतने के लिए पूरा हिंदुस्तान जूझ रहा है. इस जंग में करीब 48 हजार लोग मारे जा चुके हैं.

Updated on: 14 Aug 2020, 05:37 PM

नई दिल्ली:

देश आजादी का उत्सव मना रहा है, लेकिन एक आजादी की लड़ाई अभी जारी है. इस लड़ाई को जीतने के लिए पूरा हिंदुस्तान जूझ रहा है. इस जंग में करीब 48 हजार लोग मारे जा चुके हैं. देश आजादी का उत्सव मना रहा है, लेकिन एक आजादी की लड़ाई अभी जारी है. इस लड़ाई को जीतने के लिए पूरा हिंदुस्तान जूझ रहा है. इस जंग में करीब 48 हजार लोग मारे जा चुके हैं. हम बात कर रहे हैं करोना और उसके योद्धाओं की, जो सीमा पर खड़े प्रहरी की तरह समाज में रहकर महामारी के संक्रमण से जंग लड़ रहे हैं.  इनमें से बहुत से करोना वॉरियर्स महामारी को मात देकर लौटे हैं. कई ऐसे हैं जो महीनों से अपने परिवारवालों से दूर हैं.

किसी का छोटा बच्चा है तो किसी के बूढ़े मां बाप हैं. फिर भी स्वतंत्रता दिवस पर अपनी कर्मभूमि यानी अस्पताल में रहकर महामारी के खिलाफ महायुद्ध लड़ रहे हैं. आजादी का उत्साह कोरोना पॉजिटिव मरीजों में भी है. वह भी हम होंगे कामयाब का गीत गुनगुना रहे हैं, हाथों में तिरंगा है और मन में उमंग. कोविड-19 को मात देकर जीत जाएंगे. लेकिन साथ ही देश की जनता को भी संदेश दे रहे हैं कि भले ही अर्थव्यवस्था की ख़ातिर लॉकडाउन हट गया हो, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का इस्तेमाल जरूर करें. क्योंकि सावधानी घटते ही कोई भी व्यक्ति करोना की चपेट में आ सकता है.