माउस के क्लिक से चलेगी चालक रहित मेट्रो, जानिए किस तकनीक से बनी
मजेंटा और पिंक लाइन पर चलने वाली मेट्रो भी अत्याधुनिक हैं. मेट्रो के आगे भी कैमरे लगे हैं और पहियों में भी सेंसर है. इसलिए ट्रैक पर कोई अवरोध होने पर खुद इमरजेंसी ब्रेक लग जाएगी.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 दिसंबर को भारत के पहले चालक रहित मेट्रो ट्रेन की शुरुआत करेंगे. इस सेवा की शुरुआत दिल्ली मेट्रो के मजेंटा लाइन से होगी. पीएम मोदी सोमवार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मजेंटा लाइन जनकपुरी पश्चिम से बोटैनिकल गार्डेन पर भारत के पहले चालक रहित ट्रेन परिचालन का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही वह एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड सेवा की भी शुरुआत करेंगे.
यह भी पढ़ें : आम आदमी को फिर लगा महंगाई का झटका, प्याज, टमाटर समेत अन्य सब्जियों के दाम बढ़े
चालक रहित मेट्रो ट्रेन की शुरुआत को लेकर दिल्ली मेट्रो का कहना है कि चालक रहित ट्रेनें पूरी तरह से स्वचालित होंगी. इससे संचालन से संभावित मानवीय भूल को खत्म किया जा सकेगा. दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर मानव रहित मेट्रो के परिचालन की शुरुआत के बाद 2021 के मध्य में पिंक लाइन (मजलिस पार्क-शिव विहार) पर इस सर्विस की शुरुआत की जा सकती है.
यह भी पढ़ें : कृषि कानूनों पर बहस की चुनौती दी, फिर BJP के बुलाने नहीं पहुंचे केजरीवाल
दिल्ली मेट्रो के बयान के अनुसार, 37 किलोमीटर लंबी मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से बोटेनिकल गार्डन के बीच चालक रहित मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर मजलिस पार्क और शिव विहार के बीच 2021 के मध्य तक चालक रहित मेट्रो सेवा की शुरुआत की जाएगी.
इस तकनीक से चलेगी मेट्रो
चालक रहित मेट्रो के परिचालन के लिए डीएमआरसी ने एक सलाहकार कंपनी की नियुक्ति की थी, जिसने कॉरिडोर के मेट्रो ट्रैक, सिग्नल सिस्टम व कंट्रोल रूम इत्यादि का निरीक्षण किया. इसके बाद मजेंटा लाइन के कॉरिडोर पर कुछ तकनीकी बदलाव भी किए गए. इसके अलावा पिछले दिनों केंद्र सरकार ने देश में चालक रहित मेट्रो के परिचालन के लिए मंजूरी दे दी थी.
यह भी पढ़ें : Today Horoscope: जानिए कैसा रहेगा आज आपका दिन, पढ़िए 27 दिसंबर का राशिफल
माउस के क्लिक से चलेगी मेट्रो
माउस के क्लिक से चलेगी मेट्रोचालक रहित तकनीक से चलने वाली हर मेट्रो ट्रेन का एक पहचान नंबर होगा. इसके मुताबिक केंद्रीय कंट्रोल रूप में बैठकर मेट्रो के कर्मचारी हर मेट्रो ट्रेन के लिए कंप्यूटर से यह कमांड दे सकेंगे कि मेट्रो को कब डिपो से निकलकर ट्रैक पर उतरना है. कंट्रोल रूम से ही मेट्रो की गति नियंत्रित की जा सकेगी. मेट्रो खुद सभी स्टेशनों पर रुकेगी और दरवाजे भी खुद खुलेंगे और बंद होंगे.
मेट्रो के आगे कैमरे, पहियों सेंसर लगे हैं
मजेंटा और पिंक लाइन पर चलने वाली मेट्रो भी अत्याधुनिक हैं. मेट्रो के आगे भी कैमरे लगे हैं और पहियों में भी सेंसर है. इसलिए ट्रैक पर कोई अवरोध होने पर खुद इमरजेंसी ब्रेक लग जाएगी. डीएमआरसी पहले ही इस तकनीक को पूरी तरह सुरक्षित बता चुका है. इस तकनीक का फायदा यह है कि आने वाले समय में महज 90 सेकेंड के अंतराल पर मेट्रो उपलब्ध हो सकेगी.
यह भी पढ़ें : दिल्ली की हवा हुई जहरीली, सांस लेना हुआ जानलेवा
बता दें कि दिल्ली मेट्रो ने सितंबर 2017 में चालक रहित ट्रेन के ट्रायल्स की शुरुआत की थी. चालक रहित ट्रेन 6 कोच के होंगे और ये कई एडवांस फीचर्स से लैस होंगे. इनकी मैक्सिमम स्पीड 95 किलोमीट प्रति घंटे की और ऑपरेशन स्पीड 85 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य