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माउस के क्लिक से चलेगी चालक रहित मेट्रो, जानिए किस तकनीक से बनी

मजेंटा और पिंक लाइन पर चलने वाली मेट्रो भी अत्याधुनिक हैं. मेट्रो के आगे भी कैमरे लगे हैं और पहियों में भी सेंसर है. इसलिए ट्रैक पर कोई अवरोध होने पर खुद इमरजेंसी ब्रेक लग जाएगी.

Updated on: 28 Dec 2020, 08:27 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 दिसंबर को भारत के पहले चालक रहित मेट्रो ट्रेन की शुरुआत करेंगे. इस सेवा की शुरुआत दिल्ली मेट्रो के मजेंटा लाइन से होगी. पीएम मोदी सोमवार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मजेंटा लाइन जनकपुरी पश्चिम से बोटैनिकल गार्डेन पर भारत के पहले चालक रहित ट्रेन परिचालन का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही वह एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड सेवा की भी शुरुआत करेंगे.

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चालक रहित मेट्रो ट्रेन की शुरुआत को लेकर दिल्ली मेट्रो का कहना है कि चालक रहित ट्रेनें पूरी तरह से स्वचालित होंगी. इससे संचालन से संभावित मानवीय भूल को खत्म किया जा सकेगा. दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर मानव रहित मेट्रो के परिचालन की शुरुआत के बाद 2021 के मध्य में पिंक लाइन (मजलिस पार्क-शिव विहार) पर इस सर्विस की शुरुआत की जा सकती है.

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दिल्ली मेट्रो के बयान के अनुसार, 37 किलोमीटर लंबी मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से बोटेनिकल गार्डन के बीच चालक रहित मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर मजलिस पार्क और शिव विहार के बीच 2021 के मध्य तक चालक रहित मेट्रो सेवा की शुरुआत की जाएगी.

इस तकनीक से चलेगी मेट्रो

चालक रहित मेट्रो के परिचालन के लिए डीएमआरसी ने एक सलाहकार कंपनी की नियुक्ति की थी, जिसने कॉरिडोर के मेट्रो ट्रैक, सिग्नल सिस्टम व कंट्रोल रूम इत्यादि का निरीक्षण किया. इसके बाद मजेंटा लाइन के कॉरिडोर पर कुछ तकनीकी बदलाव भी किए गए. इसके अलावा पिछले दिनों केंद्र सरकार ने देश में चालक रहित मेट्रो के परिचालन के लिए मंजूरी दे दी थी.

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माउस के क्लिक से चलेगी मेट्रो
माउस के क्लिक से चलेगी मेट्रोचालक रहित तकनीक से चलने वाली हर मेट्रो ट्रेन का एक पहचान नंबर होगा. इसके मुताबिक केंद्रीय कंट्रोल रूप में बैठकर मेट्रो के कर्मचारी हर मेट्रो ट्रेन के लिए कंप्यूटर से यह कमांड दे सकेंगे कि मेट्रो को कब डिपो से निकलकर ट्रैक पर उतरना है. कंट्रोल रूम से ही मेट्रो की गति नियंत्रित की जा सकेगी. मेट्रो खुद सभी स्टेशनों पर रुकेगी और दरवाजे भी खुद खुलेंगे और बंद होंगे. 

मेट्रो के आगे कैमरे, पहियों सेंसर लगे हैं 
मजेंटा और पिंक लाइन पर चलने वाली मेट्रो भी अत्याधुनिक हैं. मेट्रो के आगे भी कैमरे लगे हैं और पहियों में भी सेंसर है. इसलिए ट्रैक पर कोई अवरोध होने पर खुद इमरजेंसी ब्रेक लग जाएगी. डीएमआरसी पहले ही इस तकनीक को पूरी तरह सुरक्षित बता चुका है. इस तकनीक का फायदा यह है कि आने वाले समय में महज 90 सेकेंड के अंतराल पर मेट्रो उपलब्ध हो सकेगी.

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बता दें कि दिल्ली मेट्रो ने सितंबर 2017 में चालक रहित ट्रेन के ट्रायल्स की शुरुआत की थी. चालक रहित ट्रेन 6 कोच के होंगे और ये कई एडवांस फीचर्स से लैस होंगे. इनकी मैक्सिमम स्पीड 95 किलोमीट प्रति घंटे की और ऑपरेशन स्पीड 85 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी.