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कांग्रेस कमजोर वर्गों को देगी 50 फीसदी आरक्षण, चिंतन शिविर में लगेगी मुहर

कांग्रेस पार्टी की कई कमेटियां प्रस्ताव तैयार कर रही हैं. इनमें से ही एक अहम प्रस्ताव पार्टी के अंदर कमजोर वर्ग के नेताओं को आरक्षण देने का है. बताते हैं कि दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं को संगठन में 50 फीसदी आरक्षण दिए जाने पर विचार चल रह

Updated on: 09 May 2022, 09:42 AM

highlights

  • 13 मई से उदयपुर में शुरू हो रहा कांग्रेस का चिंतन शिविर
  • चिंतन शिविर में कई अहम प्रस्तावों पर लगेगी अंतिम मुहर
  • आज शाम कार्यसमिति की बैठक में होगी प्रस्तावों पर चर्चा

नई दिल्ली:

राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर में 13 मई से शुरू हो रहे तीन दिवसीय चिंतन शिविर से पहले कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) ने आज शाम बैठक बुलाई है. इसमें देश के आर्थिक और राजनीतिक हालातों का अध्ययन कर ब्लू प्रिंट तैयार करने के लिए गठित की गई आधा दर्जन समितियों के प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. माना जा रहा है कि इन प्रस्तावों पर ही चिंतन शिविर में चर्चा होगी. इसके साथ ही कांग्रेस ने अपना वोट-शेयर बढ़ाने के लिए सामाजिक आधार को बढ़ाने और उन समूहों तक पहुंचने पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है, जिन्हें पार्टी तंत्र में जगह नहीं मिली है. चूंकि राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस पूरी तरह से कमर कस चुकी है. 

आर्थिक-राजनीतिक हालातों पर तैयार हो रहे प्रस्ताव
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस पार्टी की कई कमेटियां प्रस्ताव तैयार कर रही हैं. इनमें से ही एक अहम प्रस्ताव पार्टी के अंदर कमजोर वर्ग के नेताओं को आरक्षण देने का है. बताते हैं कि दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं को संगठन में 50 फीसदी आरक्षण दिए जाने पर विचार चल रहा है. हाल- फिलहाल कांग्रेस संगठन में ओबीसी, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं के लिए 20 फीसदी के आरक्षण का ही प्रावधान है. इसके अलावा पार्टी ढांचागत बदलाव करने की भी तैयारी में है. इन प्रस्तावों को पहले कांग्रेस कार्यसमिति में रखा जाएगा. कार्यसमिति की मंजूरी मिलने के बाद ही इसे चिंतन शिविर में पेश किया जाएगा. 

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बीजेपी के हिदुत्व की काट के लिए सामाजिक कोटा
कांग्रेस के कुछ दिग्गज नेताओं को लगता है कि कांग्रेस के लगातार मिल रही हार की बड़ी वजह यह है कि कोई भी वर्ग पूरी तरह से उसके प्रति समर्पित नहीं दिखता. ऐसे में कुछ वर्गों को आकर्षित करने की योजना पर कांग्रेस काम कर रही है ताकि उन्हें लुभाया जा सके. इसके तहत 3 अहम वर्गों ओबीसी, दलित और मुस्लिमों के बीच पैठ बनाने की तैयारी है. यही नहीं, कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि भाजपा के हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का मुकाबला भी सामाजिक न्याय की अवधारणा से किया जा सकता है. सूत्रों की मानें तो जो प्रस्ताव तैयार किए गए हैं, उन्हें ब्लॉक कमेटी से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक आरक्षण बतौर लागू किया जाएगा.