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धरती की ओर तेजी से आ रहा है सींग वाला धूमकेतु, आकार जानकर दंग रह जाएंगे आप

सूरज की ओर बढ़ते एक धूमकेतु को फटते हुए देखा गया है. सींगों वाला यह धूमकेतु जल्द ही पृथ्वी के पास से गुजरने वाला है.

Updated on: 28 Jul 2023, 08:19 PM

highlights

  • धरती की तरफ आ रहा है सींग वाला धूमकेतु.
  • धूमकेतु में हैं ज्वालामुखी.
  • ज्वालामुखी से आग नहीं बल्कि निकलती है बर्फ. 

नई दिल्ली:

Comet Coming Towards Earth: सूरज की ओर बढ़ते एक धूमकेतु (comet) को फटते हुए देखा गया है. सींगों वाला यह धूमकेतु जल्द ही पृथ्वी (Earth) के पास से गुजरने वाला है. इसके केंद्र का व्यास करीब 30 किलोमीटर है. यानी किसी शहर के बराबर. खास बात ये है कि इसके केंद्र के चारों तरफ निकल रही धूल, बर्फ और गैस का फैलाव 7000 गुना ज्यादा है. यानी करीब 2.30 लाख किलोमीटर. इसमें सक्रिय ज्वालामुखी हैं, जो फट रहे हैं. सामान्य तौर पर धूमकेतु ठोस न्यूलियस से बने होते हैं जो बर्फ, धूल और गैस के मिश्रण से भरे होते हैं. ये गैस के एक धुंधले बादल से घिरे होते हैं जिसे कोमा कहते हैं. ये धूमकेतु के आंतरिक भाग से लीक होती है. लेकिन अन्य धूमकेतु से अलग ये सींग वाले धूमकेतु के अंदर गैस और बर्फ इतनी ज्यादा जमा हो गई कि इसमें विस्फोट है रहा है. 

ज्वालामुखी फटने से निकल रही है बर्फ 

इस धूमकेतु का नाम है 12P/Pons-Brooks (12P) है. ये एक क्रायोवॉल्कैनिक धूमकेतु है, यानी ठंडे ज्वालामुखी वाला धूमकेतु. इसके ज्वालामुखी से आग नहीं बल्कि बर्फ निकलती है. इस धूमकेतु के केंद्र में ठोस बर्फ, धूल और गैस भरी पड़ी है. जिसके चारों तरफ गैस के बादल हैं, जिन्हें कोमा कहते हैं. ये लगातार ठंडा मैग्मा अंतरिक्ष में छोड़ रहा है. फटने के बाद ये एक छोटे तारे की तरह चमक रहा है और देखने में ऐसा लग रहा है, जैसे इसके ऊपर सींग निकली हुई है. 

लगातार बदल रहा है आकार 

हाल ही में 20 जुलाई को कई एस्ट्रोनॉमर्स ने इसमें विस्फोट देखा था. जो इसकी सामान्य रोशनी से 100 गुना ज्यादा थी. अंदर से निकलने वाले बर्फ के कणों से सूरज की रोशनी जब टकराती है तो ये और विशालकाय दिखता है. बर्फीले विस्फोट की वजह से इसका आकार लगातार बदल रहा है, लेकिन जो तस्वीर सामने आई है, उसमें ऐसा लग रहा है जैसे इसकी सींग निकली हुई हो.  

ये भी जानें

बता दें कि ये धूमकेतु सूरज के चारों तरफ एक चक्कर 71 साल में लगाता है. यानी अगली बार ये फिर 71 साल बाद दिखाई देगा. ये धरती के बेहद नजदीक 21 अप्रैल 2024 से 2 जून 2024 के बीच रहेगा. आसमान साफ रहे तो इसे रात के समय देखा जा सकता है. कहना गलत नहीं होगा कि ये अंतरिक्ष में घूमता हुआ बर्फीला ज्वालामुखी है.