logo-image

सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का पूरा काम अगले 10 दिन में पूरा, शीतकालीन सत्र यहीं चलेगा

शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सेट्रल विस्टा एवेन्यू का काम 26 जनवरी की डेड लाइन से थोड़ा बढ़ा है, लेकिन अगले 10 से 15 दिन में सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का काम पूरा हो जाएगा.

Updated on: 03 Jun 2022, 10:27 AM

highlights

  • नए संसद भवन को करीब 971 करोड़ खर्च कर तैयार किया जा रहा
  • संसद के शीतकालीन सत्र की शुरूआत नए संसद भवन से की जाएगी
  • अगले 10 से 15 दिन में सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का काम पूरा हो जाएगा

नई दिल्ली:

दिल्ली आने वालों के लिए यह किसी बड़ी खुशख़बरी से कम नहीं कि सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का रास्ता जल्द खुलने वाला है. न सिर्फ राष्ट्रपति भवन बल्कि इंडिया गेट की खूबसूरती को निहारने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक दिल्ली पहुंचते हैं, लेकिन दिसंबर 2020 से पीएम मोदी के प्रोजेक्ट के शिलान्यास के बाद से ही इस रोड पर निर्माण कार्य शुरू होने की वजह से किसी को आने इजाज़त नहीं थी. अब जल्द इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन का करीब 4 किमी का ये रास्ता जिसे राजपथ कहते हैं खोल दिया जाएगा. ऐसे में न सिर्फ आम जनता सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में आकर अपना वीकेंड मना सकेगी बल्कि इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन की खूबसूरती भी देख सकेगी.

नए संसद भवन का काम जल्द होगा पूरा
मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने पर शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सेट्रल विस्टा एवेन्यू का काम 26 जनवरी की डेड लाइन से थोड़ा बढ़ा है, लेकिन अगले 10 से 15 दिन में सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का काम पूरा हो जाएगा. शहरी विकास मंत्री ने कहा कि संसद भवन का काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा इसमें 5-6 महीने लग सकते हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शीतकालीन सत्र की शुरूआत नए संसद भवन से की जाएगी.

सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में आम लोगों के लिए क्या सुविधाएं
सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में लोगों के लिए पैदल पथ तैयार किए गए हैं. इसके अलावा बैठने के लिए सीटिंग अरेंजमेंट हैं, जिससे जो लोग घूमने आए वो बैठ सकें. वहीं लाल ग्रेनाइट पत्थर लगे फुटपाथ जिसका एरिया करीब 1.10 लाख वर्ग मीटर है. साथ में इसके चारों तरफ हरियाली है. राजपथ पर 133 रौशनी स्तंभ, 4087 पेड़, 114 साइन बोर्ड लगाए गए हैं.

नए संसद भवन में क्या हैं सुविधाएं
नए संसद भवन में 888 सीटें लोक सभा की और राज्यसभा के लिए 326 सीटें होंगी. हालांकि सीटों की संख्या मौजूदा सीटों से इसलिए ज्यादा हैं ताकि लोकसभा की सीटें बढ़ने पर व्यवस्था पहले से रहें. इसके साथ में नए संसद भवन में में कॉन्स्टिट्यूशन हॉल, सांसदों के लिए लॉन्ज की व्यवस्था, लाइब्रेरी, खाने के लिए रेस्टोरेंट, कमेटी हॉल और पार्किंग की व्यवस्था होगी. इसके अलावा नए संसद भवन को करीब 971 करोड़ का खर्च करके तैयार किया जा रहा है, जिसका करीब 85 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है.