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Zircon Hypersonic Missiles अटलांटिक में तैनात कर रूस ने ली सामरिक बढ़त, जानें कैसे है खास

जिरकॉन 1,000 किलोमीटर से अधिक दूसी पर स्थित लक्ष्य की ओर ध्वनि की गति से नौ गुना तेज उड़ान भरकर उसे नेस्तानाबूद करने में सक्षम है.

Updated on: 05 Jan 2023, 04:23 PM

highlights

  • जिरकॉन 11,265 किमी प्रति घंटे की उड़ान भरने में सक्षम
  • अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम की पकड़ से भी बाहर
  • यानी यूक्रेन के साथ किसी मुरव्वत करने के मूड में नहीं रूस

नई दिल्ली:

यूक्रेन के खिलाफ युद्ध (Russia Ukraine War) से क्रेमिलन कतई पीछे नहीं हटेगा... यह संदेश अमेरिका (America) और उसके सहयोगी पश्चिमी देशों को देने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin)  ने अत्याधुनिक जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस एक जंगी जहाज अटलांटिक महासागर (Atlantic) में भेजा है. पुतिन ने कहा, 'इस बार जंगी जहाज नवीनतम हाइपरसोनिक मिसाइल प्रणाली जिरकॉन (Zircon) से लैस है. मुझे यकीन है कि इस तरह के शक्तिशाली हथियार रूस को संभावित बाहरी खतरों से मज़बूती से बचाएंगे.' पुतिन ने यह भी कहा इस तरह के हथियारों का दुनिया के किसी भी देश में कोई एनालॉग नहीं था. रूस के इस कदम के बाद जानते हैं कि आखिर जिरकॉन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल (Hypersonic Missile) होती क्या है.

हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल 
हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल यूं तो एक प्रकार की मिसाइल ही होती है, लेकिन उसे अत्यधिक उच्च गति पर यात्रा करने के लिए डिजाइन किया जाता है. आमतौर पर एक हाइपरसोनिक मिसाइल की स्पीड मैक 5 यानी ध्वनि की गति से 5 गुना अधिक होती है. ये मिसाइल रॉकेट इंजनों द्वारा संचालित होती हैं और आमतौर पर गाइडेंस सिस्टम से लैस होती हैं. इस तरह से इन्हें अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए रास्ता खोजने में मदद मिलती है. हालिया दौर में अमेरिका, चीन और रूस हाइपरसोनिक हथियार बनाने की होड़ में हैं, जिन्हें उनकी उच्च गति और चपलता के कारण विरोधियों पर बढ़त प्राप्त करने के साधन के रूप में माना जाता है. अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों की तुलना में गतिशीलता के कारण किसी हाइपरसोनिक हथियार के लक्ष्य का अंदाजा लगाना अधिक कठिन होता है.

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जिरकॉन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल 
जिरकॉन रूस द्वारा विकसित हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. जिरकॉन 1,000 किलोमीटर से अधिक दूसी पर स्थित लक्ष्य की ओर ध्वनि की गति से नौ गुना तेज उड़ान भरकर उसे नेस्तानाबूद करने में सक्षम है. पुतिन का दावा है कि जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल मौजूदा किसी भी मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भेदने में सक्षम एक शक्तिशाली हथियार है. पुतिन ने इस बात पर जोर दिया है कि जिरकॉन रूसी सेना को लंबी दूरी पर पारंपरिक हमला करने की क्षमता देता है, जिससे वह दुश्मन के किसी भी लक्ष्य को सटीकता के साथ मार सकता है.

जिरकॉन इस कारण अन्य मिसाइलों से अलग 
जिरकॉन और अन्य मिसाइलों के बीच एक महत्वपूर्ण और बड़ा अंतर तो इसकी गति ही है. इसकी बेहद तेज गति से बचाव करना कठिन हो जाता है, क्योंकि यह कम समय में बड़ी दूरी तय करने में सक्षम है. यह उन्नत गाइडिंग सिस्टम से भी लैस है जो इसे उड़ान के दौरान रास्ता बदलने में भी सक्षम बनाता है. इसी वजह से जिरकॉन को मिसाइल डिफेंस सिस्टम द्वारा भेदना दुरूह हो जाता है. रूस का दावा है कि जिरकॉन मिसाइल 11,265 किमी प्रति घंटा की आश्चर्यजनक गति से उड़ान भरकर किसी भी पश्चिमी वायु रक्षा प्रणाली से बच सकती है. हाइपरसोनिक हथियारों के क्रम में रूस को अमेरिका के वैश्विक स्ट्राइक क्षमता बनाने के प्रयासों ने प्रेरित किया है. अमेरिका के पास भी ऐसे हाइपरसोनिक हथियार हैं, जो एक घंटे के भीतर दुनिया में कहीं भी रणनीतिक लक्ष्यों पर सटीक हमला कर सकते हैं.  पुतिन ने अमेरिका की इसी चुनौती या बढ़त का सामने करने के लिए जिरकॉन विकसित की है. क्रेमलिन का दावा है कि जिरकॉन अद्वितीय हथियार है और रूस को रणनीतिक लाभ प्रदान करता है.

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जिरकॉन मिसाइल के प्रयोग का मकसद क्या
जिरकॉन मिसाइल को मुख्य रूप से नौसैनिक युद्ध में उपयोग के लिए तैयार किया गया है. इसे जंगी जहाजों, पनडुब्बियों या सतह के जहाजों से लांच किया जा सकताहै. यह कथित तौर पर जमीन और समुद्री दोनों लक्ष्यों को मारने में सक्षम है.