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Crimea Bridge पर यातायात फिर से शुरू, आखिर क्यों है रूस की 'नाक'

पुल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए एक प्रमुख परियोजना थी, जिन्होंने 2018 में एक ट्रक चलाकर इसे बड़ी धूमधाम से सड़क यातायात के लिए खोला था. इस पुल पर सड़क और रेलवे का अलग-अलग हिस्सा है.

Updated on: 09 Oct 2022, 01:53 PM

highlights

  • क्रीमिया पुल पर यातायात हुआ पूरी तरह से बहाल, रेलवे और सड़क दोनों शुरू
  • क्रीमिया को ईंधन, भोजन और अन्य उत्पादों की आपूर्ति के लिए पुल महत्वपूर्ण
  • पुतिन ने 2018 में ट्रक चलाकर इसे धूमधाम से सड़क यातायात के लिए खोला था

क्रीमिया:

सामरिक रूप से रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले पुल पर रविवार को ट्रैफिक फिर से पूरी तरह शुरू हो गया. एक दिन पहले इस पुल के आशिंक हिस्से को एक बड़े विस्फोट से नष्ट कर दिया गया था. मॉस्को ने विस्फोट के लिए ट्रक बम को जिम्मेदार ठहराया था. इसके बाद ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रीमिया क्षेत्र को रूस की मुख्य भूमि से जोड़ने वाले इस पुल के लिए सुरक्षा उपायों को कड़ा करने वाले एक डिक्री पर हस्ताक्षर किए. यह पुल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के लिए प्रमुख परियोजना रहा है. उन्होंने 2018 में एक ट्रक चलाकर इसे बड़ी धूमधाम से सड़क यातायात के लिए खोला था. यही कारण है कि यह रूस (Russia) के लिए महत्वपूर्ण है. जाहिर है रूस और क्रीमिया प्रायद्वीप को जोड़ने वाला सड़क और रेल पुल जब शनिवार को एक शक्तिशाली विस्फोट में क्षतिग्रस्त हुआ, तो यूक्रेन (Ukraine) में रूसी सेना के लिए एक महत्वपूर्ण आपूर्ति मार्ग प्रभावित होता नजर आ रहा था. जानते हैं पुल के बारे में कुछ प्रमुख बातें...

क्रीमिया और रूस का लिंक
केर्च जलडमरूमध्य पर 19-किमी लंबा क्रीमिया ब्रिज रूस के परिवहन नेटवर्क और क्रीमिया प्रायद्वीप के बीच एकमात्र सीधा लिंक है, जिसे मॉस्को ने 2014 में यूक्रेन से अलग कर लिया था. पुल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए एक प्रमुख परियोजना थी, जिन्होंने 2018 में एक ट्रक चलाकर इसे बड़ी धूमधाम से सड़क यातायात के लिए खोला था. इस पुल पर सड़क और रेलवे का अलग-अलग हिस्सा है, जिसे कंक्रीट के स्टिल्ट से थामा गया है. इन स्टिल्ट के जरिए स्टील के मेहराब को उठाकर चौड़ा रास्ता तैयार किया जाता है. यहां से जहाज काला सागर और छोटे आजोव सागर के बीच से गुजरते हैं. इस पुल का निर्माण 3.6 बिलियन डॉलर की लागत से किया गया था. इसे पुतिन के करीबी सहयोगी और पूर्व जूडो पार्टनर अर्कडी रोटेनबर्ग की एक फर्म ने बनाया था.

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आखिर क्यों है इसका महत्व
क्रीमिया को ईंधन, भोजन और अन्य उत्पादों की आपूर्ति के लिए पुल महत्वपूर्ण है. यही नहीं, क्रीमिया का सेवस्तोपोल बंदरगाह रूस के काला सागर बेड़े का ऐतिहासिक घरेलू बेस है. 24 फरवरी को मॉस्को द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद यही पुल रूसी सेनाओं के लिए एक प्रमुख आपूर्ति मार्ग बन कर उभरा था. रूस  क्रीमिया से इसी के जरिये दक्षिणी यूक्रेन के खेरसॉन क्षेत्र और आसपास के जेपोरिझिया प्रांत पर कब्जा करने के लिए अपनी सेना भेज रहा था. रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उन सैनिकों को मौजूदा जमीन और समुद्री मार्गों से पूरी तरह आपूर्ति की जा सकती है.

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कितना क्षतिग्रस्त हुआ पुल
शनिवार को हुए विस्फोट ने पुल पर एक दिशा में यातायात को ले जाने वाली सड़क के कुछ हिस्सों को नीचे गिरा दिया. घटना के बाद शुरू में यातायात बंद कर दिया गया था, लेकिन शनिवार शाम तक कारों और बसों को पुल के सुरक्षित हिस्से से वैकल्पिक दिशाओं में पुल पार करने की अनुमति दी गई, जबकि भारी माल वाहन नौका से पार करने की प्रतीक्षा कर रहे थे. रूसी अधिकारियों ने कहा कि शनिवार शाम को रेल यातायात फिर से शुरू हो जाएगा. गौर करने वाली बात यह है कि पुल के जिस हिस्से से जहाज जलडमरूमध्य से गुजरते हैं वह धमाके में क्षतिग्रस्त नहीं हुआ था. इन तमाम कारणों से यह पुल व्लादिमीर पुतिन के लिए नाक बना हुआ है.