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अमेरिका ने यूक्रेन को दी नई एंटी-रडार मिसाइल, क्या है AGM-88 HARM?

AGM-88 HARM किस तरह की मिसाइल है और रूस- यूक्रेन में चल रहे युद्ध में इसका क्या असर हो सकता है? अमेरिका ने रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए यूक्रेन को ये एंटी-रडार मिसाइल क्यों दी है. साथ ही इस मिसाइल की क्या खूबियां हैं? 

Updated on: 10 Aug 2022, 02:52 PM

highlights

  • वाशिंगटन ने यूक्रेन को कुछ विकिरण-विरोधी मिसाइलों की आपूर्ति की
  • AGM-88 HARM हवा से सतह पर मार करने वाली एंटी रडार मिसाइल
  • रूसी मूल के लड़ाकू विमान में सीमित मोड में ही इसका इस्तेमाल संभव

नई दिल्ली:

संयुक्त राज्य अमेरिका ( United States America) के नीति रक्षा सचिव कॉलिन काहल ने बीते सोमवार को पुष्टि कर दी कि वाशिंगटन ने यूक्रेन को कुछ विकिरण-विरोधी मिसाइलों (Anti-Radar Missile) की आपूर्ति की है. इन्हें यूक्रेन ( Ukraine) की वायु सेना के कुछ विमानों से दागा जा सकता है. इस बयान ने रूस (Russia) के उन आरोपों को सही साबित कर दिया है कि नाटो ( NATO) की हथियारों की सूची का हिस्सा एक अमेरिकी एंटी-रडार मिसाइल एजीएम -88 हार्म  (AGM-88 HARM) का इस्तेमाल जंग के दौरान किया गया है.

आइए,  यह AGM-88 HARM किस तरह की मिसाइल है और रूस- यूक्रेन में चल रहे युद्ध में इसका क्या असर हो सकता है? अमेरिका ने रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए यूक्रेन को ये एंटी-रडार मिसाइल क्यों दी है. साथ ही इस मिसाइल की क्या खूबियां हैं? 

AGM-88 HARM मिसाइल क्या है?

AGM-88 HARM हवा से सतह पर मार करने वाली एक एंटी रडार मिसाइल है. 'HARM' का विस्तृत नाम हाई-स्पीड एंटी-रेडिएशन मिसाइल है. यह लड़ाकू विमानों से दागा गया एक सामरिक हथियार है. इसमें सतह से हवा में पता लगाने की क्षमता वाले शत्रुतापूर्ण रडार स्टेशनों द्वारा उत्सर्जित विकिरण का पता लगाने और ऐसी जगहों पर घुस कर वार करने की क्षमता है.

कैसे बना ये मिसाइल

इस मिसाइल को मूल रूप से डलास-मुख्यालय टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स द्वारा विकसित किया गया था, लेकिन अब इसे प्रमुख अमेरिकी रक्षा ठेकेदार रेथियॉन कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित किया गया है. हथियार का एक उन्नत संस्करण वर्जीनिया स्थित नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन डलेस द्वारा बनाया गया है.

कैसा है AGM-88 HARM 

AGM-88 HARM की लंबाई 14 मीटर है. इसका व्यास केवल 10 इंच है. इसका वजन लगभग 360 किलोग्राम है. इसमें विखंडन प्रकार का वारहेड है जो रडार लक्ष्यों के लिए अनुकूलित है. इसमें एक एंटी-रडार होमिंग सीकर ब्रॉडबैंड आरएफ एंटीना और रिसीवर और एक सॉलिड स्टेट डिजिटल प्रोसेसर भी इनकॉरपोरेटेड है. मिसाइल की मारक क्षमता 100 किलोमीटर से अधिक है.

रूस के खिलाफ किया जा रहा था इसका इस्तेमाल

रूसी सोशल मीडिया यूजर्स टेलीग्राम पर पिछले कई दिनों से लगातार ओपन-सोर्स जानकारी साझा कर रहे हैं कि एजीएम -88 HARM के अवशेष एक रूसी सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल साइट के पास पाए गए हैं. मिसाइल के ही लगते अवशेषों की तस्वीरें वास्तविक सीरियल नंबर दिखाती हैं, जिन्हें ओपन सोर्स इंटेलिजेंस विश्लेषकों द्वारा एजीएम -88 HARM में खोजा गया था. अमेरिका के रक्षा सचिव बयान ने अब इन खबरों की पुष्टि कर दी है.

मिसाइलों का इस्तेमाल करने में यूक्रेन कितना सक्षम

सैन्य विश्लेषकों के मुताबिक ऐसा प्रतीत होता है कि केवल पश्चिमी सैन्य समूहों के पास इन मिसाइलों का इस्तेमाल करने के लिए आवश्यक लड़ाकू विमान हैं. यूक्रेन के बेड़े में रूसी मूल के विमान पर एजीएम -88 HARM को फिट और इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. इसके बाद बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या यूक्रेन को इस मिसाइल का इस्तेमाल करने के लिए नाटो या अमेरिका ने लड़ाकू विमान भी मुहैया करवाया है. यूरोप में कई नाटो विमान जैसे टॉरनेडो ईसीआर, एफ -16 सीएम ब्लॉक 50, और एफ / ए -18-ईए -18 जी वगैरह की मदद से ही एजीएम -88 HARM मिसाइलों को फायर किया जा सकता है.

यूक्रेन में AGM-88 HARM का सीमित इस्तेमाल

सैद्धांतिक रूप से, रूसी मूल के विमान में सीमित मोड में AGM-88 HARM का उपयोग करना संभव है. हालांकि, इसके लिए बहुत तेजी से आगे बढ़ने वाले अनुसंधान और विकास की आवश्यकता होगी जो कि विस्तारित संघर्ष के कारण यूक्रेन में ही संभव नहीं हो सकता था. नॉर्थ्राप ग्रुम्मन ने मिसाइल के जमीन आधारित संस्करण का परीक्षण किया था, लेकिन यह आवश्यक मापदंडों को हासिल नहीं कर पाया था.

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नाटो ने छिपाकर की है यूक्रेन वायुसेना की मदद

सीएनएन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध ( Russia Ukraien War) में यह पहला मौका है जिसमें हथियार का इस्तेमाल अमेरिका के अलावा किसी अन्य सेना द्वारा किए जाने की पुष्टि की गई है. हालांकि, यूक्रेनी वायु सेना में सीमित संख्या में विमानों को देखते हुए इसकी उपयोगिता सवालों के घेरे में है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यूक्रेन के पास मिसाइल के साथ काम आने के लिए जाने जाने वाले विमान नहीं हैं. ऐसी अटकलें हैं कि मिसाइलों को नाटो विमानों द्वारा गुप्त रूप से लड़ाकू भूमिकाओं में यूक्रेन की सेना का समर्थन करते हुए दागा गया होगा.